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New लहरों से डरकर नौका Status, Photo, Video

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नौका कभी कभी सबके जीवन में आता ऐसा मौका नहीं कोई चारा बचता है काम है आती नौका नहीं डूबने देती जब तक खुद ही डूब न जाती तूफानों से लड़कर के भी मंजिल तक पहुँचाती उसे भरोसा है माझी पर जो है जीवन साथी जिसने दामन थाम लिया है छोड़ के घोड़ा हाथी जब तक जीवन है लोगों का बोझ उठाकर चलती कोशिश करती कभी न उससे हो कोई भी गलती भेद भाव न करती है यह हम सबकी आदर्श कहती मत घबराना बेखुद जीवन है संघर्ष स्वरचित सुनील कुमार मौर्य बेखुद गोरखपुर उत्तर प्रदेश ©Sunil Kumar Maurya Bekhud

#कविता #नौका  नौका
कभी कभी सबके जीवन में
आता ऐसा मौका
नहीं कोई चारा बचता है
काम है आती नौका

नहीं डूबने देती जब तक
खुद ही डूब न जाती
तूफानों से लड़कर के भी
मंजिल तक पहुँचाती

उसे भरोसा है माझी पर
जो है जीवन साथी
जिसने दामन थाम लिया है
छोड़ के घोड़ा हाथी

जब तक जीवन है लोगों का
बोझ उठाकर चलती
कोशिश करती कभी न उससे
हो कोई  भी गलती

भेद भाव न करती है यह
हम सबकी आदर्श
कहती मत घबराना बेखुद
जीवन है संघर्ष

   स्वरचित
सुनील कुमार मौर्य बेखुद
  गोरखपुर उत्तर प्रदेश

©Sunil Kumar Maurya Bekhud

#नौका

13 Love

सूरज हूँ, हर शाम ढलता ज़रूर हूँ, पर हर सुबह फिर से जलता ज़रूर हूँ। जितनी बार गिरा हूँ, उतनी बार सीखा हूँ, हर चोट ने मुझे और सशक्त किया, ज़रूर हूँ। राहें कांटों से भरी हों, फिर भी चलता हूँ, तक़दीर खुद की बदलता ज़रूर हूँ। दूरियाँ चाहे जितनी बढ़ें मुझसे, वो मेरी मंज़िल, फिर भी मेरे कदमों तक पहुँचता ज़रूर हूँ। लहरों से डरकर मैं किनारे नहीं बैठता, तूफ़ान से भी टकराता ज़रूर हूँ। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  सूरज हूँ, हर शाम ढलता ज़रूर हूँ,
पर हर सुबह फिर से जलता ज़रूर हूँ।

जितनी बार गिरा हूँ, उतनी बार सीखा हूँ,
हर चोट ने मुझे और सशक्त किया, ज़रूर हूँ।

राहें कांटों से भरी हों, फिर भी चलता हूँ,
तक़दीर खुद की बदलता ज़रूर हूँ।

दूरियाँ चाहे जितनी बढ़ें मुझसे,
वो मेरी मंज़िल, फिर भी मेरे कदमों तक पहुँचता ज़रूर हूँ।

लहरों से डरकर मैं किनारे नहीं बैठता,
 तूफ़ान से भी टकराता ज़रूर हूँ।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर सूरज हूँ, हर शाम ढलता ज़रूर हूँ, पर हर सुबह फिर से जलता ज़रूर हूँ। जितनी बार गिरा हूँ, उतनी बार सीखा हूँ, हर चोट ने मुझे और सश

15 Love

White लहरों में डूबते रहे दरिया नहीं मिला उस से बिछड़ के फ़िर कोई वैसा नहीं मिला कुछ लोग थोड़ी देर तो अच्छे लगे मगर हम जिसके हो सके कोई ऐसा नहीं मिला वो भी बहुत अकेला हैं शायद मेरी तरह उसको भी कोई चाहने वाला नहीं मिला दो चार दिन कितने सुकून से गुज़र गए सब खैरियत रही कोई अपना नहीं मिला ! ©RAVI PRAKASH

#शायरी #sad_quotes  White लहरों में डूबते रहे दरिया नहीं मिला उस से बिछड़ के फ़िर कोई वैसा नहीं मिला

कुछ लोग थोड़ी देर तो अच्छे लगे मगर हम जिसके हो सके कोई ऐसा नहीं मिला

वो भी बहुत अकेला हैं शायद मेरी तरह उसको भी कोई चाहने वाला नहीं मिला

दो चार दिन कितने सुकून से गुज़र गए सब खैरियत रही कोई अपना नहीं मिला !

©RAVI PRAKASH

#sad_quotes लहरों में डूबते रहे

14 Love

#Videos

गोरखपुर नौका विहार नाव रेस्टोरेंट में इंजॉय करते हुए

117 View

#sad_shayari लहरों का सागर नहीं शांति #poem #Poetry #Motivational #Love

144 View

#विचार #यादें

#यादें ... लहरों की तरहां यादें.....

405 View

नौका कभी कभी सबके जीवन में आता ऐसा मौका नहीं कोई चारा बचता है काम है आती नौका नहीं डूबने देती जब तक खुद ही डूब न जाती तूफानों से लड़कर के भी मंजिल तक पहुँचाती उसे भरोसा है माझी पर जो है जीवन साथी जिसने दामन थाम लिया है छोड़ के घोड़ा हाथी जब तक जीवन है लोगों का बोझ उठाकर चलती कोशिश करती कभी न उससे हो कोई भी गलती भेद भाव न करती है यह हम सबकी आदर्श कहती मत घबराना बेखुद जीवन है संघर्ष स्वरचित सुनील कुमार मौर्य बेखुद गोरखपुर उत्तर प्रदेश ©Sunil Kumar Maurya Bekhud

#कविता #नौका  नौका
कभी कभी सबके जीवन में
आता ऐसा मौका
नहीं कोई चारा बचता है
काम है आती नौका

नहीं डूबने देती जब तक
खुद ही डूब न जाती
तूफानों से लड़कर के भी
मंजिल तक पहुँचाती

उसे भरोसा है माझी पर
जो है जीवन साथी
जिसने दामन थाम लिया है
छोड़ के घोड़ा हाथी

जब तक जीवन है लोगों का
बोझ उठाकर चलती
कोशिश करती कभी न उससे
हो कोई  भी गलती

भेद भाव न करती है यह
हम सबकी आदर्श
कहती मत घबराना बेखुद
जीवन है संघर्ष

   स्वरचित
सुनील कुमार मौर्य बेखुद
  गोरखपुर उत्तर प्रदेश

©Sunil Kumar Maurya Bekhud

#नौका

13 Love

सूरज हूँ, हर शाम ढलता ज़रूर हूँ, पर हर सुबह फिर से जलता ज़रूर हूँ। जितनी बार गिरा हूँ, उतनी बार सीखा हूँ, हर चोट ने मुझे और सशक्त किया, ज़रूर हूँ। राहें कांटों से भरी हों, फिर भी चलता हूँ, तक़दीर खुद की बदलता ज़रूर हूँ। दूरियाँ चाहे जितनी बढ़ें मुझसे, वो मेरी मंज़िल, फिर भी मेरे कदमों तक पहुँचता ज़रूर हूँ। लहरों से डरकर मैं किनारे नहीं बैठता, तूफ़ान से भी टकराता ज़रूर हूँ। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  सूरज हूँ, हर शाम ढलता ज़रूर हूँ,
पर हर सुबह फिर से जलता ज़रूर हूँ।

जितनी बार गिरा हूँ, उतनी बार सीखा हूँ,
हर चोट ने मुझे और सशक्त किया, ज़रूर हूँ।

राहें कांटों से भरी हों, फिर भी चलता हूँ,
तक़दीर खुद की बदलता ज़रूर हूँ।

दूरियाँ चाहे जितनी बढ़ें मुझसे,
वो मेरी मंज़िल, फिर भी मेरे कदमों तक पहुँचता ज़रूर हूँ।

लहरों से डरकर मैं किनारे नहीं बैठता,
 तूफ़ान से भी टकराता ज़रूर हूँ।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर सूरज हूँ, हर शाम ढलता ज़रूर हूँ, पर हर सुबह फिर से जलता ज़रूर हूँ। जितनी बार गिरा हूँ, उतनी बार सीखा हूँ, हर चोट ने मुझे और सश

15 Love

White लहरों में डूबते रहे दरिया नहीं मिला उस से बिछड़ के फ़िर कोई वैसा नहीं मिला कुछ लोग थोड़ी देर तो अच्छे लगे मगर हम जिसके हो सके कोई ऐसा नहीं मिला वो भी बहुत अकेला हैं शायद मेरी तरह उसको भी कोई चाहने वाला नहीं मिला दो चार दिन कितने सुकून से गुज़र गए सब खैरियत रही कोई अपना नहीं मिला ! ©RAVI PRAKASH

#शायरी #sad_quotes  White लहरों में डूबते रहे दरिया नहीं मिला उस से बिछड़ के फ़िर कोई वैसा नहीं मिला

कुछ लोग थोड़ी देर तो अच्छे लगे मगर हम जिसके हो सके कोई ऐसा नहीं मिला

वो भी बहुत अकेला हैं शायद मेरी तरह उसको भी कोई चाहने वाला नहीं मिला

दो चार दिन कितने सुकून से गुज़र गए सब खैरियत रही कोई अपना नहीं मिला !

©RAVI PRAKASH

#sad_quotes लहरों में डूबते रहे

14 Love

#Videos

गोरखपुर नौका विहार नाव रेस्टोरेंट में इंजॉय करते हुए

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#sad_shayari लहरों का सागर नहीं शांति #poem #Poetry #Motivational #Love

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#विचार #यादें

#यादें ... लहरों की तरहां यादें.....

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