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माँ की ममता उमड़ पड़ी है सबको रही दुलार आ जाती हैं सच्चे मन से जो भी रहा पुकार आडंबर से नफरत करती श्रद्धा उसको भाती प्रेम से जो भी भजन करे वो उसको गले लगाती आज दुःखी माँ देख रही है करते लोग दिखावा शोर है इतना कान हैं दुखते माँ का मन घबराया छोटी प्रतिमा हो या ऊँची या हो कोई चित्र बेखुद वो है उसमें रहती जिसका हृदय पवित्र ©Sunil Kumar Maurya Bekhud
Sunil Kumar Maurya Bekhud
12 Love
धरती पर आई जगदम्बा भक्त खड़े कर जोड़े कृपा दृष्टि बरसाएं किस पर या फिर किसको छोड़ें कहती है तुम मुझसे पहले पूजो अपनी माँ को करते हो क्या उसकी सेवा अपने अंदर झांको अगर दुःखी है वो तो फिर मै कैसे खुश हो जाऊँ भूखी हो जननी तेरी तो भोग मैं कैसे खाऊँ बेखुद छप्पन भोग लगाओ उसको शीश नवाओ खुशियाँ बरसाउंगी तुम पर झोली भर ले जाओ ©Sunil Kumar Maurya Bekhud
गधा गधा लोग कहतें हैं उसको जिसको नहीं विवेक कोई डंडा उसे दिखाता घुटने देता टेक कुछ भी पाता है खा लेता करता नहीं लडाई नफरत से सब उसे देखते कोई न कहता भाई मन का सच्चा तन का सीधा मेहनतकश है जीवन रहता सदा एक सा चाहे सूखा हो या सावन दुःख होता है बेखुद उसकी होती जब उपहास यही हस्र सीधे सच्चे का तब होती अहसास ©Sunil Kumar Maurya Bekhud
16 Love
गाँठ आजीवन हम पढ़ते रहते जाने कितने पाठ कभी खोलते कभी बांधते अपने मन की गाँठ कभी गाँठ देती है दिल के रिश्तों को मजबूती कभी तोड़ देती है रिश्ते जब किशमत हो फूटी खुलती नहीं गाँठ भले ही जल जाती है रस्सी जीवन भर हम करते रहते इससे रस्साकस्सी कभी हमें यह खुशी बाँटती बेखुद कभी रुलाती कभी लगाते इसे गले हम कभी पीटते छाती ©Sunil Kumar Maurya Bekhud
ठूँठ कल तक था मैं घना वृक्ष आज बना हूँ ठूँठ बिन अपराध सजा पाया हूँ भाग्य गया है रूठ जिसको मैं छाया देता था देता था फल फूल उसी ने काटे शाखाओं को खुशियाँ मेरी लूट नफरत से सब मुझे देखते समझ रहे बेकार मेरी पीड़ा कोई न समझे लोग समझते झूठ बेखुद मै अपनों से हारा मन में घोर निराशा परोपकार करके पछताता हृदय गया है टूट ©Sunil Kumar Maurya Bekhud
15 Love
White शुभ रात्रि दिन ढलते ही अपनों को शुभ रात्रि कहतें हैं काम काज व भाग दौड़ से सभी थके रहतें हैं उड़ आयेगा चाँद गगन में झिलमिल झिलमिल तारे खुश को जाए तन मन उसका जो भी इन्हें निहारे किसी को अवशर मिला सुनहरा आज करेगा चोरी कोई निकला है निर्जन में बुला रही है गोरी किसी को मिठी नींद मिलेगी सुंदर सुंदर सपने बेखुद हमराही को लेगा आलिंगन में अपने ©Sunil Kumar Maurya Bekhud
9 Love
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