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New बहलोल लोदी का मकबरा किसने बनवाया Status, Photo, Video

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आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है अपनी सुख सुविधाओं के लिए.... फिर स्वयं विवश होती है अपने दुःख और दुविधाओं से...!! ©Anjali Jain

#विचार  आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है 
भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है
 अपनी सुख सुविधाओं के लिए....
फिर स्वयं विवश होती है
 अपने दुःख और दुविधाओं से...!!

©Anjali Jain

आज का विचार 08.12.24 आज का विचार

17 Love

कठिन उद्यमों से,मैंने जीवन की माटी ,सींची हैं तकदीरों के मस्तक पर मेहनत की ,रेखा खींची हैं जब जब घाव लगा हैं बढ़ने थोड़ी आंखें भींची हैं अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी ये दुनिया,कांच सरीखी हैं दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं रही धरा पर वास किए सभी कंटकों से जूझी स्वयं विजयश्री की हासिल नहीं कोई इक भी अखियां मेरे घावों पर भीगी हैं कठिन उद्यमों से,मैने जीवन की माटी,सींची हैं ©ashita pandey बेबाक़

#विचार #sad_quotes  कठिन उद्यमों से,मैंने
जीवन की माटी ,सींची हैं 
तकदीरों के मस्तक पर 
मेहनत की ,रेखा खींची हैं
जब जब घाव लगा हैं बढ़ने
थोड़ी आंखें भींची हैं 
अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी
ये दुनिया,कांच सरीखी हैं
दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं 
रही धरा पर वास किए
सभी कंटकों से जूझी
स्वयं विजयश्री की हासिल
नहीं कोई इक भी अखियां
मेरे घावों पर भीगी हैं
कठिन उद्यमों से,मैने
जीवन की माटी,सींची हैं

©ashita pandey  बेबाक़

#sad_quotes आज का विचार आज का विचार शुभ विचार

15 Love

White मैं झुक क्या गया, दुनियां कमजोर समझने लगी। अभी वक्त गया नहीं,, घड़ियां लौटकर आने लगी। मैं अकेला छोड़ चला था, मेरे अंदर के घरवालों को। अब उठने की बारी है,, दिखाना है दुनियां वालों को। कायनात भी देखेगी अब, चिंगारी किसने जलाई है। कुछ बनकर आया हूं,, खुदा ने ईदी बरसाई है।। ©Satish Kumar Meena

#कविता  White मैं झुक क्या गया,
दुनियां कमजोर समझने लगी।
अभी वक्त गया नहीं,,
घड़ियां लौटकर आने लगी।
मैं अकेला छोड़ चला था,
मेरे अंदर के घरवालों को।
अब उठने की बारी है,,
दिखाना है दुनियां वालों को।

कायनात भी देखेगी अब,
चिंगारी किसने जलाई है।
 कुछ बनकर आया हूं,,
खुदा ने ईदी बरसाई है।।

©Satish Kumar Meena

चिंगारी किसने जलाई है

10 Love

#विचार

आज का विचार

126 View

वो कर्ज़ हम चुका ना पाये। हम्हारा फ़र्ज़ हम निभा ना पायें।‌। ©Dev

#शायरी  वो कर्ज़ हम चुका ना पाये। हम्हारा फ़र्ज़ हम निभा ना पायें।‌।

©Dev

दिल का अहसास

14 Love

#शायरी  White सबके अपने अपने दर्द हैं,
अपना अफसाना हैं।
ये आंसू दर्द  के है या खुशी के,
नोहरा ये किसने जाना हैं।

©Suneel Nohara

किसने जाना हैं, @Sethi Ji @Anupriya @Ashutosh Mishra @Anshu writer @Sana naaz

153 View

आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है अपनी सुख सुविधाओं के लिए.... फिर स्वयं विवश होती है अपने दुःख और दुविधाओं से...!! ©Anjali Jain

#विचार  आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है 
भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है
 अपनी सुख सुविधाओं के लिए....
फिर स्वयं विवश होती है
 अपने दुःख और दुविधाओं से...!!

©Anjali Jain

आज का विचार 08.12.24 आज का विचार

17 Love

कठिन उद्यमों से,मैंने जीवन की माटी ,सींची हैं तकदीरों के मस्तक पर मेहनत की ,रेखा खींची हैं जब जब घाव लगा हैं बढ़ने थोड़ी आंखें भींची हैं अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी ये दुनिया,कांच सरीखी हैं दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं रही धरा पर वास किए सभी कंटकों से जूझी स्वयं विजयश्री की हासिल नहीं कोई इक भी अखियां मेरे घावों पर भीगी हैं कठिन उद्यमों से,मैने जीवन की माटी,सींची हैं ©ashita pandey बेबाक़

#विचार #sad_quotes  कठिन उद्यमों से,मैंने
जीवन की माटी ,सींची हैं 
तकदीरों के मस्तक पर 
मेहनत की ,रेखा खींची हैं
जब जब घाव लगा हैं बढ़ने
थोड़ी आंखें भींची हैं 
अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी
ये दुनिया,कांच सरीखी हैं
दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं 
रही धरा पर वास किए
सभी कंटकों से जूझी
स्वयं विजयश्री की हासिल
नहीं कोई इक भी अखियां
मेरे घावों पर भीगी हैं
कठिन उद्यमों से,मैने
जीवन की माटी,सींची हैं

©ashita pandey  बेबाक़

#sad_quotes आज का विचार आज का विचार शुभ विचार

15 Love

White मैं झुक क्या गया, दुनियां कमजोर समझने लगी। अभी वक्त गया नहीं,, घड़ियां लौटकर आने लगी। मैं अकेला छोड़ चला था, मेरे अंदर के घरवालों को। अब उठने की बारी है,, दिखाना है दुनियां वालों को। कायनात भी देखेगी अब, चिंगारी किसने जलाई है। कुछ बनकर आया हूं,, खुदा ने ईदी बरसाई है।। ©Satish Kumar Meena

#कविता  White मैं झुक क्या गया,
दुनियां कमजोर समझने लगी।
अभी वक्त गया नहीं,,
घड़ियां लौटकर आने लगी।
मैं अकेला छोड़ चला था,
मेरे अंदर के घरवालों को।
अब उठने की बारी है,,
दिखाना है दुनियां वालों को।

कायनात भी देखेगी अब,
चिंगारी किसने जलाई है।
 कुछ बनकर आया हूं,,
खुदा ने ईदी बरसाई है।।

©Satish Kumar Meena

चिंगारी किसने जलाई है

10 Love

#विचार

आज का विचार

126 View

वो कर्ज़ हम चुका ना पाये। हम्हारा फ़र्ज़ हम निभा ना पायें।‌। ©Dev

#शायरी  वो कर्ज़ हम चुका ना पाये। हम्हारा फ़र्ज़ हम निभा ना पायें।‌।

©Dev

दिल का अहसास

14 Love

#शायरी  White सबके अपने अपने दर्द हैं,
अपना अफसाना हैं।
ये आंसू दर्द  के है या खुशी के,
नोहरा ये किसने जाना हैं।

©Suneel Nohara

किसने जाना हैं, @Sethi Ji @Anupriya @Ashutosh Mishra @Anshu writer @Sana naaz

153 View

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