P. k Suman

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teacher. poet.

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Unsplash ये दोस्त हमें मत फेक देना,, दिल से निकाल कर। मुझे भी रखना,, जैसे तुम्हें रखा था संभाल कर।। ❤️नया साल मुबारक हो ❤️ ©P. k Suman

#शायरी #lovelife  Unsplash ये दोस्त हमें मत फेक देना,, दिल से निकाल कर।
मुझे भी रखना,, जैसे तुम्हें रखा था संभाल कर।।

❤️नया साल मुबारक हो ❤️

©P. k Suman

#lovelife

19 Love

White 🙋बिटिया हमारी 💁 हर कोई मनाता हैं नया साल,, हर साल बारी_बारी। पर ये कोई संकल्प नहीं लेता नए साल में,, कि कोख में न जाय मारी,, कल से एक भी बिटिया हमारी।। कैसे पिता हो तुम जन्म से पहले गला घोंट देते हो। जमाने का डर या जहेज़ का डर क्या क्या सोच लेते हो।। पाल कर तो देखो बेटियों को,,, भलो के लिए फूल बनेंगी बुरों के लिए चिंगारी।। चलो आज संकल्प ले हम नए साल में, कि कोख में न जाए मारी, कल से एक भी बिटिया हमारी।। राखी के दिन उस भाई से पूछना, सुनी उसकी कलाई से पूछना। उस मां से पूछना, रस्में विदाई से पूछना।। क्या गुजरती होंगी इन पे,दिल की गहराई से पूछना।। मिट जाएंगी जिस दिन बेटियां, मिट जाएगी दुनिया सारी।। चलो आज ............................................ कि कोख में न ................... याद करो ओ दिन जब तुम चलोगे लाठी के सहारे। मौके पे एक भी काम न आयेंगे, चाहे बेटे चार चार तुम्हारे।। पापा_पापा कह के दौड़ जाएंगी,, सुन के एक चिलकारी।। चलो आज .......................................... कि कोख में न .................................... सब्र का बांध तो देखो बेटियों की, उगती हैं कहां उपजती हैं कहां। सारे अरमां को पी जाती हैं घूंट घूंट कर, उफ़ तक निकालती हैं कहां।। मोल नहीं हैं इस जग में अनमोल रतन हैं नारी।। चलो आज ......................................... कि कोख में न .................................... ©P. k Suman

#कविता #love_shayari  White   🙋बिटिया हमारी 💁

हर कोई मनाता हैं नया साल,, हर साल बारी_बारी।
पर ये कोई संकल्प नहीं लेता नए साल में,,
कि कोख में न जाय मारी,, कल से एक भी बिटिया हमारी।।

कैसे पिता हो तुम जन्म से पहले गला घोंट देते हो।
जमाने का डर या जहेज़ का डर क्या क्या सोच लेते हो।।
पाल कर तो देखो बेटियों को,,, भलो के लिए फूल बनेंगी 
बुरों के लिए चिंगारी।।
चलो आज संकल्प ले हम नए साल में,
कि कोख में न जाए मारी, कल से एक भी बिटिया हमारी।।

राखी के दिन उस भाई से पूछना, सुनी उसकी कलाई से पूछना।
उस मां से पूछना, रस्में विदाई से पूछना।।
क्या गुजरती होंगी इन पे,दिल की गहराई से पूछना।।
मिट जाएंगी जिस दिन बेटियां, मिट जाएगी दुनिया सारी।।
चलो आज ............................................
कि कोख में न ...................                
याद करो ओ दिन जब तुम चलोगे लाठी के सहारे।
मौके पे एक भी काम न आयेंगे, चाहे बेटे चार चार तुम्हारे।।
पापा_पापा कह के दौड़ जाएंगी,, सुन के एक चिलकारी।।
चलो आज ..........................................
कि कोख में न ....................................
सब्र का बांध तो देखो बेटियों की, उगती हैं कहां उपजती हैं कहां।
सारे अरमां को पी जाती हैं घूंट घूंट कर, उफ़ तक निकालती हैं कहां।।
मोल नहीं हैं इस जग में अनमोल रतन हैं नारी।।
चलो आज .........................................
कि कोख में न ....................................

©P. k Suman

#love_shayari

17 Love

हाल ए. जिन्दगी।। हाल ए जिन्दगी.. गैरों को क्या सुनाएं ..। यहां लोग तो अपनो से सुन सुन कर बहरे बने हैं।। देखो न ग़ालिब ..आज तक न ओ मेरी हुई ।। और न मैं किसी और का हुआ।। हमारी जिन्दगी नदी के दो किनारों की तरह रही ! न ओ कभी हमसे मिली और न मै कभी छोड़ के गया।। किस्मत तो उस पतवार का देखिए,,, ओ कभी हमसे मिला,, कभी उनसे मिला।। पहले जिन्दगी कितनी मुश्किल से कटती थी,, आज दोनो खुश हैं,, शायद,,किसी को चांद पसंद था, किसी को तारे पसंद थे।। तन्हाई में तो आंशु, दोनों के गिरे होंगे,, बस,, पोंछने वालों ने किसी के आंसु को मोती कहा होगा,, किसी के आंसु का कतरा,,। बची जिंदगी महीनों में कटे या सालों में कटे,, खुदा करे उनके ख्यालों में कटे।। ©P. k Suman

#शायरी #Ocean  हाल  ए. जिन्दगी।।

हाल ए जिन्दगी.. गैरों को क्या सुनाएं ..।
यहां लोग तो अपनो से सुन सुन कर बहरे बने हैं।।

देखो न ग़ालिब ..आज तक न ओ मेरी हुई  ।। 
और न मैं किसी और का हुआ।।

हमारी जिन्दगी नदी के दो किनारों की तरह रही !
न ओ कभी हमसे मिली और न मै कभी छोड़ के गया।।

 किस्मत तो उस पतवार का देखिए,,,
ओ कभी हमसे मिला,, कभी उनसे मिला।।

पहले जिन्दगी कितनी मुश्किल से कटती थी,,
आज दोनो खुश हैं,, शायद,,किसी को चांद पसंद था,
किसी को तारे पसंद थे।।

तन्हाई में तो आंशु, दोनों के गिरे होंगे,,
बस,, पोंछने वालों ने किसी के आंसु को मोती कहा होगा,,
किसी के आंसु का कतरा,,।

बची जिंदगी महीनों में कटे या सालों में कटे,,
खुदा करे उनके ख्यालों में कटे।।

©P. k Suman

#Ocean

15 Love

एक बार बुलाने से ,आजकल आता कौन हैं ,,,,,, लोग लौट भी आते हैं, मगर दुबारा आवाज़ लगाता कौन हैं। दिल की बेचैनी तो देखिए इश्क़ होने से पहले, हो जाने के बाद निभाता कौन हैं अपनी अपनी जख्मों पे हाथ धरे बैठे हैं सभी , बेरहम जमाने को दिखाता कौन हैं। किसी का घर जला हैं तो किसी का दिल ,,,, वरना किसी के राहों में दिए जलाता कौन हैं। शितारों को शिकायत है कि लोग चांद पे मरते हैं , क्यू न मरे चांद की तरह जगमगाता कौन हैं क्या कर लोगे किसी से रूठ कर वो दूसरा ढूंढ लेंगे, मर्ज़ी का जमाना है मनाता कौन हैं। देखें हैं उन्हें आज भींगे हुए आंशू से शायद, वरना बारिश में आज कल नहाता कौन हैं। वो कहते थे हम जब भी होंगे तुम्हारे होंगे, वर्षो बीत गए याद दिलाता कौन हैं। जा रहा हैं सूमन तेरे दिलों चमन से , मतलबी दुनिया हैं मोहब्बत का गुल खिलाता कौन हैं।। , ©P. k Suman

#ज़िन्दगी #alone  एक बार बुलाने से ,आजकल आता कौन हैं ,,,,,,
लोग लौट भी आते हैं, मगर दुबारा आवाज़ लगाता कौन हैं।

दिल की बेचैनी तो देखिए इश्क़ होने से पहले,  
हो जाने के बाद निभाता कौन हैं

अपनी अपनी जख्मों पे हाथ धरे बैठे हैं सभी ,
बेरहम जमाने को दिखाता कौन हैं।

किसी का घर जला हैं तो किसी का दिल ,,,,
वरना किसी के राहों में दिए जलाता कौन हैं।

शितारों को शिकायत है कि लोग चांद पे मरते हैं ,
क्यू न मरे चांद की तरह जगमगाता कौन हैं

क्या कर लोगे किसी से रूठ कर वो दूसरा ढूंढ लेंगे,
मर्ज़ी का जमाना है मनाता कौन हैं।

देखें हैं उन्हें आज भींगे हुए आंशू से शायद,
वरना बारिश में आज कल नहाता कौन हैं।

वो कहते थे हम जब भी होंगे तुम्हारे होंगे,
वर्षो बीत गए याद दिलाता कौन हैं।

जा रहा हैं सूमन तेरे दिलों चमन से ,
मतलबी दुनिया हैं मोहब्बत का गुल खिलाता कौन हैं।।
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©P. k Suman

#alone

16 Love

अपने बेटे की कामयाबी पे फूले नहीं समाती है। लौट कर आ जाओ परदेशी भारत माता बुलाती हैं।। अपना आसमां हैं अपना ज़मीं हैं। यहां पर किस चीज़ की कमी है।। कौन ऐसी चीज़ हैं विदेशों में जो तुझे लुभाती हैं। लौट कर आ जाओ परदेशी भारत माता बुलाती हैं।। मै मानता हुं सबको रोज़ी रोटी जरूरी है। पर तेरे बिना मां का प्रेम अधूरी हैं।। तुम्हीं बताओ कौन मां अपने बेटे को भूखे सुलाती है। लौट कर आ जाओ परदेशी भारत माता बुलाती हैं।। अपनी मां को कैसे भुल गया तू,,, गैरों संग मिल जुल गया तू,,, दर्द दुगुना बढ़ जाता हैं जब पन्द्रह अगस्त छब्बीस जनवरी आती हैं। लौट कर आ जाओ परदेशी भारत माता बुलाती हैं।। ©P. k Suman

#कविता  अपने बेटे की कामयाबी पे फूले नहीं समाती है।
लौट कर आ जाओ परदेशी भारत माता बुलाती हैं।।

अपना आसमां हैं अपना ज़मीं हैं।
यहां पर किस चीज़ की कमी है।।

कौन ऐसी चीज़ हैं विदेशों में जो तुझे लुभाती हैं।
लौट कर आ जाओ परदेशी भारत माता बुलाती हैं।।


मै मानता हुं सबको रोज़ी रोटी जरूरी है।
पर तेरे बिना मां का प्रेम अधूरी हैं।।

तुम्हीं बताओ कौन मां अपने बेटे को भूखे सुलाती है।
लौट कर आ जाओ परदेशी भारत माता बुलाती हैं।।


अपनी मां को कैसे भुल गया तू,,,
गैरों संग मिल जुल गया तू,,,

दर्द दुगुना बढ़ जाता हैं जब पन्द्रह अगस्त छब्बीस जनवरी आती हैं।
लौट कर आ जाओ परदेशी भारत माता बुलाती हैं।।

©P. k Suman

अपने बेटे की कामयाबी पे फूले नहीं समाती है। लौट कर आ जाओ परदेशी भारत माता बुलाती हैं।। अपना आसमां हैं अपना ज़मीं हैं। यहां पर किस चीज़ की कमी है।। कौन ऐसी चीज़ हैं विदेशों में जो तुझे लुभाती हैं। लौट कर आ जाओ परदेशी भारत माता बुलाती हैं।। मै मानता हुं सबको रोज़ी रोटी जरूरी है। पर तेरे बिना मां का प्रेम अधूरी हैं।। तुम्हीं बताओ कौन मां अपने बेटे को भूखे सुलाती है। लौट कर आ जाओ परदेशी भारत माता बुलाती हैं।। अपनी मां को कैसे भुल गया तू,,, गैरों संग मिल जुल गया तू,,, दर्द दुगुना बढ़ जाता हैं जब पन्द्रह अगस्त छब्बीस जनवरी आती हैं। लौट कर आ जाओ परदेशी भारत माता बुलाती हैं।। ©P. k Suman

12 Love

#कविता #Nofear  वो कैसे मुझे भूल ग‌ई, कि दो वक्त साथ में गुज़रा भी नहीं।
ये मेरा आखिरी सुन ले, ज़िन्दगी में तू नहीं तो कोई दुसरा भी नही।।

सुना है मेरे बाद उनसे भी बेवफा कर ग‌ई,
देखो न मेंहदी का रंग ठीक से उतरा भी नहीं।।

सोचा था कि हमसे बिछड़ कर वो ज्यादा खुश रहेंगी,
चेहरे का रंग तो देखो पहले से ज्यादा निखरा भी नहीं।।

जो कहते थे मर जायेंगे रो रो कर तुमसे बिच्छड़ कर,
आज हम ने देखा उनकी आंखों में, आंशुओ का एक कतरा भी नहीं।

 वो अमानत अब किसी की भी रहे, बस खूदां उन्हें सलामत रखे,
मुझे उन पे अब कोई पहरा भी नहीं।।

रख देता सारी खुशियां उनके कदमों में, अफसोस,,,
उनके कदम रुकें नहीं और बेवफा वक्त ठहरा भी नहीं।।

कि‍,,,हमने फूलों से सिखा है टूट कर दुसरो को खुश रखना,
कुचलने को तो दूर फूलों को कभी हाथ से मसला भी नहीं।।

©P. k Suman

#Nofear

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