VIKRAM RAJAK

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यूं गुजरते ख़्वाब की परछाई पर, एतबार करने लगता हूं.. तुम्हारी सांसों की आहट होते ही, इंतज़ार करने लगता हूं -विक्रम . ©VIKRAM RAJAK

#Phone  यूं गुजरते ख़्वाब की परछाई पर, 
एतबार करने लगता हूं.. 
तुम्हारी सांसों की आहट होते ही,
इंतज़ार करने लगता हूं
-विक्रम






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©VIKRAM RAJAK

#Phone

11 Love

White मेरे सामने, उसने जुल्फों पर हाथ फेर लिया, मानो बादलों ने जैसे आसमान घेर लिया, नजरे टकराई, तो उसने शर्मा कर कहीं और देखा, भीगते-भीगते बरसात ने मानो मुंह फेर लिया, नाम पुकारने पर, पीछे मुड़ी तो बाल सारे चेहरे पर, दिनदहाड़े आसमान को काले बादलों ने घेर लिया, हम-उम्र थी, पुरानी किताब से ज्यादा हसीन थी, आंखों से पढ़ कर, उसके पन्नों पर हाथ फेर दिया, शीशे में देखकर सवार रही थी खुद को वो, शीशे ने शर्मा के खुद को लाल कर दिया, तुम गलत नहीं, गलत वक्त में पैदा हुए हो विक्रम ! कोई तुम्हें भाता नहीं या किसी को तुमने जुदा कर दिया... -विक्रम . ©VIKRAM RAJAK

 White मेरे सामने, उसने जुल्फों पर हाथ फेर लिया,
मानो बादलों ने जैसे आसमान घेर लिया,
नजरे टकराई, तो उसने शर्मा कर कहीं और देखा,
भीगते-भीगते बरसात ने मानो मुंह फेर लिया,
नाम पुकारने पर, पीछे मुड़ी तो बाल सारे चेहरे पर,
दिनदहाड़े आसमान को काले बादलों ने घेर लिया,








हम-उम्र थी, पुरानी किताब से ज्यादा हसीन थी,
आंखों से पढ़ कर, उसके पन्नों पर हाथ फेर दिया,
शीशे में देखकर सवार रही थी खुद को वो,
शीशे ने शर्मा के खुद को लाल कर दिया,
तुम गलत नहीं, गलत वक्त में पैदा हुए हो विक्रम ! 
कोई तुम्हें भाता नहीं या किसी को तुमने जुदा कर दिया...
-विक्रम
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©VIKRAM RAJAK

White मेरे सामने, उसने जुल्फों पर हाथ फेर लिया, मानो बादलों ने जैसे आसमान घेर लिया, नजरे टकराई, तो उसने शर्मा कर कहीं और देखा, भीगते-भीगते बरसात ने मानो मुंह फेर लिया, नाम पुकारने पर, पीछे मुड़ी तो बाल सारे चेहरे पर, दिनदहाड़े आसमान को काले बादलों ने घेर लिया, हम-उम्र थी, पुरानी किताब से ज्यादा हसीन थी, आंखों से पढ़ कर, उसके पन्नों पर हाथ फेर दिया, शीशे में देखकर सवार रही थी खुद को वो, शीशे ने शर्मा के खुद को लाल कर दिया, तुम गलत नहीं, गलत वक्त में पैदा हुए हो विक्रम ! कोई तुम्हें भाता नहीं या किसी को तुमने जुदा कर दिया... -विक्रम . ©VIKRAM RAJAK

13 Love

जैसा मैं दिखता हूं, वैसा मैं हूं नहीं, यह बात अगर तुम समझती हो तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ सबके सामने में मेरा प्यार दिखता नहीं है अगर तुम मेरे खडूस पन में भी प्यार देख सकती हो तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ मेरा गुस्से के पीछे का प्यार अगर तुम समझ सकती हो तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ किसी महफ़िल में, मैं अगर ना रहूं और उसमें फिल्में भी तुम सिर्फ मेरी रहो तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ खुदा ना करे, कभी इस दुनिया में मैं व्यस्त रहो और उस समय मेरे पास तुम्हारे लिए भी वक्त ना हो और उस वक्त भी तुम इस बात को समझ सको तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ मेरी हर कमी को अगर तुम अपना सको तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ मेरी हर गलती को अगर माफ कर सको तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ अगर मैं बारिश में भीग जाऊं और तुम मेरे लिए अदरक वाली चाय बना सको तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ -विक्रम ©VIKRAM RAJAK

#hands  जैसा मैं दिखता हूं, वैसा मैं हूं नहीं, 
यह बात अगर तुम समझती हो 
तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ

सबके सामने में मेरा प्यार दिखता नहीं है
अगर तुम मेरे खडूस पन में भी प्यार देख सकती हो
तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ

मेरा गुस्से के पीछे का प्यार 
अगर तुम समझ सकती हो 
तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ

किसी महफ़िल में, मैं अगर ना रहूं 
और उसमें फिल्में भी तुम सिर्फ मेरी रहो 
तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ

खुदा ना करे, कभी इस दुनिया में मैं व्यस्त रहो 
और उस समय मेरे पास तुम्हारे लिए भी वक्त ना हो
और उस वक्त भी तुम इस बात को समझ सको
तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ

मेरी हर कमी को अगर तुम अपना सको
तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ

मेरी हर गलती को अगर माफ कर सको
तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ

अगर मैं बारिश में भीग जाऊं और 
तुम मेरे लिए अदरक वाली चाय बना सको 
तो मेरा हाथ थामने के लिए आ जाओ
-विक्रम

©VIKRAM RAJAK

#hands

11 Love

निराकार होकर भी साकार है शिवा महादेव है, शम्भु है, ॐकार है शिवा हैं चंद्र से सुशोभित, जटाओं मे है गंगा भस्म का श्रृंगार कर तैयार है शिवा हाथ में त्रिशुल, गले में नाग किया धारण सवारी नंदी पर देखो सवार है शिवा सदियों प्रतीक्षा माता सती का किया पहले सच्चे प्रेम के शिल्पकार है शिवा श्री गणेश, कार्तिकेय आँखों के हैं तारे माँ पार्वती आपकी आधार है शिवा समुद्र मंथन में था विष पीकर आपने किया संपूर्ण जगत का उद्धार है शिवा जग में कोई दूजा ना आप सा है भोला आप ही करते रुद्र बन संघार है शिवा है वीरभद्र, दुर्वाषा, नंदी, अश्वत्थामा संग महावीर बजरंगी अवतार है शिवा जीवन यदि हमारा शिवा है नाव कोई बस आप ही उसकी पतवार है शिवा जो मिला जग में सब दिया है आपने हम करते आपकी जय-जयकार है शिवा - विक्रम ©VIKRAM RAJAK

#Shiva  निराकार होकर भी साकार है शिवा 
महादेव है, शम्भु है, ॐकार है शिवा हैं 
चंद्र से सुशोभित, जटाओं मे है गंगा 
भस्म का श्रृंगार कर तैयार है शिवा
हाथ में त्रिशुल, गले में नाग किया धारण 
सवारी नंदी पर देखो सवार है शिवा
सदियों प्रतीक्षा माता सती का किया 
पहले सच्चे प्रेम के शिल्पकार है शिवा
श्री गणेश, कार्तिकेय आँखों के हैं तारे 
माँ पार्वती आपकी आधार है शिवा
समुद्र मंथन में था विष पीकर 
आपने किया संपूर्ण जगत का उद्धार है शिवा
जग में कोई दूजा ना आप सा है 
भोला आप ही करते रुद्र बन संघार है शिवा है 
वीरभद्र, दुर्वाषा, नंदी, अश्वत्थामा संग 
महावीर बजरंगी अवतार है शिवा
जीवन यदि हमारा शिवा है 
नाव कोई बस आप ही उसकी पतवार है शिवा
जो मिला जग में सब दिया है आपने हम 
करते आपकी जय-जयकार है शिवा
- विक्रम

©VIKRAM RAJAK

#Shiva

15 Love

 चलो हम एक युद्ध करते हैं 
तुम हम पर मरो , हम तुम पर मरते है । 
इन हथियारों से क्यों लड़ना , इससे होती है चारो ओर तबाही , 
मरते हैं बेगुनाह ओर मासूम लोग , चलो हम कलम से लड़ते हैं , 
हम गजले लिखते हैं तुम पर उन गजलों पर मरना , 
तुम काजल लगाओ , हम उस पर मरते हैं ।

तुम मेरे दिल पर करना कब्जा , 
हम तुम्हारे दिल पर करते है कब्जा , 
चलो हम एक दूसरे के दिल मे रह जाते हैं ।

चलो हम प्रेम युद्ध करते हैं 
हम एक दूसरे से प्रेम करते हैं ।
हम प्रेम में तुम्हारे पाव में बेड़िया नही , 
तुम्हारे पाव में पायल बांधेंगे , 
तुम इन पायल की आवाज से मेरे दिल को घायल करना ,
 हम शायरी से तुमको घायल करते है

तुम अपनी जुल्फों से हमे कैद करना 
हम आपके कैदी हो जाते है 
वैसे महोब्बत के युद्ध मे कौन जीतता है कौन हारता है , 
दोनो ही एक दसरे में जीते हैं . 
चलो हम एक युद्ध करते हैं 
तुम हम पर मरो , हम तुम पर मरते है ।

- विक्रम

©VIKRAM RAJAK

चलो हम एक युद्ध करते हैं तुम हम पर मरो , हम तुम पर मरते है । इन हथियारों से क्यों लड़ना , इससे होती है चारो ओर तबाही , मरते हैं बेगुनाह ओर मासूम लोग , चलो हम कलम से लड़ते हैं , हम गजले लिखते हैं तुम पर उन गजलों पर मरना , तुम काजल लगाओ , हम उस पर मरते हैं । तुम मेरे दिल पर करना कब्जा , हम तुम्हारे दिल पर करते है कब्जा , चलो हम एक दूसरे के दिल मे रह जाते हैं । चलो हम प्रेम युद्ध करते हैं हम एक दूसरे से प्रेम करते हैं । हम प्रेम में तुम्हारे पाव में बेड़िया नही , तुम्हारे पाव में पायल बांधेंगे , तुम इन पायल की आवाज से मेरे दिल को घायल करना , हम शायरी से तुमको घायल करते है तुम अपनी जुल्फों से हमे कैद करना हम आपके कैदी हो जाते है वैसे महोब्बत के युद्ध मे कौन जीतता है कौन हारता है , दोनो ही एक दसरे में जीते हैं . चलो हम एक युद्ध करते हैं तुम हम पर मरो , हम तुम पर मरते है । - विक्रम ©VIKRAM RAJAK

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