Anubhav Sharma

Anubhav Sharma

  • Latest
  • Popular
  • Video

White शाम की उम्मीद में जब बचपन खिलखिलाता है, पिता के घर आने की ख़ुशी में पूरा आंगन चहचहाता है। भूल जाता है अपने दिन भर की थकान वो पिता, जब घर आते ही बच्चो का हँसता हुआ चेहरा पाता है। बच्चो का चिपटना और पूछना क्या लाये हो, उसे खूब भाता है, फिर मुठी भर चीज़ देकर सब बच्चों का दिल भहलाता है। रात में दो मीठे बोल पत्नी से बोलकर वो गहरी नींद सो जाता है, सबको खुशिया देते हुए एक पिता अपना पूरा जीवन बिताता है। ©Anubhav Sharma

#father  White शाम की उम्मीद में जब बचपन खिलखिलाता है,
पिता के घर आने की ख़ुशी में पूरा आंगन चहचहाता है।
भूल जाता है अपने दिन भर की थकान वो पिता, 
जब घर आते ही बच्चो का हँसता हुआ चेहरा पाता है।
बच्चो का चिपटना और पूछना क्या लाये हो, उसे खूब भाता है,
फिर मुठी भर चीज़ देकर सब बच्चों  का दिल भहलाता है।
रात में दो मीठे बोल पत्नी से बोलकर वो गहरी नींद सो जाता है,
सबको खुशिया देते हुए एक पिता अपना पूरा जीवन बिताता है।

©Anubhav Sharma

#father

11 Love

ज़िन्दगी इसी का नाम है

99 View

मैं तेरे दीदार के लिए जब भी तेरी गली में आता हू, आहट पहचान कर तू हर बार खिड़की खोल लेती है । मैं नज़र उठाकर तुझे देखता हू तू धीरे से मुस्कुराती हैं, और इस तरह से तू मुझे अपने दिल का हाल बताती हैं । मिलने की चाह तुझे भी है कि कभी तो रूबरू होंगे हम तुम, पर ज़माने के डर से तू हमेशा कुछ कदम पीछे हट जाती है। फिर हवा के झोंकें से जो तेरी वो एक लट उड़ जाती है, तेरी कसम उस पल में मेरे लिए ज़िन्दगी रूक जाती है। ©Anubhav Sharma

 मैं तेरे दीदार के लिए जब भी तेरी गली में आता हू, 
आहट पहचान कर तू हर बार खिड़की खोल लेती है ।
मैं नज़र उठाकर तुझे देखता हू तू धीरे से मुस्कुराती हैं, 
और इस तरह से तू मुझे अपने दिल का हाल बताती हैं ।
मिलने की चाह तुझे भी है कि कभी तो रूबरू होंगे हम तुम, 
पर ज़माने के डर से तू हमेशा कुछ कदम पीछे हट जाती है।
फिर हवा के झोंकें से जो तेरी वो एक लट उड़ जाती है,
तेरी कसम उस पल में मेरे लिए ज़िन्दगी रूक जाती है।

©Anubhav Sharma

मैं तेरे दीदार के लिए जब भी तेरी गली में आता हू, आहट पहचान कर तू हर बार खिड़की खोल लेती है । मैं नज़र उठाकर तुझे देखता हू तू धीरे से मुस्कुराती हैं, और इस तरह से तू मुझे अपने दिल का हाल बताती हैं । मिलने की चाह तुझे भी है कि कभी तो रूबरू होंगे हम तुम, पर ज़माने के डर से तू हमेशा कुछ कदम पीछे हट जाती है। फिर हवा के झोंकें से जो तेरी वो एक लट उड़ जाती है, तेरी कसम उस पल में मेरे लिए ज़िन्दगी रूक जाती है। ©Anubhav Sharma

13 Love

काश.... काश कोई ऐसा होता जिसे मैं सबकुछ बता पाता, दिल के हालात क्या है, दिल खोल कर दिखा पाता। ना कोई मेरे शब्द समझता है, ना कोई ख़ामोशी, काश कोई ऐसा होता, जो निगाहों से दिल के जज्बात समझ पाता। ©Anubhav Sharma

#Moon  काश.... 
काश कोई ऐसा होता जिसे मैं सबकुछ बता पाता, 
दिल के हालात क्या है, दिल खोल कर दिखा पाता।
ना कोई मेरे शब्द समझता है, ना कोई ख़ामोशी, 
काश कोई ऐसा होता, जो निगाहों से दिल के जज्बात समझ पाता।

©Anubhav Sharma

काश कोई ऐसा होता। #Moon

0 Love

सिमट कर रह गई है जिंदगी कुछ इस तरह से, वक्त की रफ्तार में कहीं सपने छूट रहे हैं। जिंदगी की भाग दौड़ में खुशियां कमाने निकलते हैं, पर वक्त की कमी से कई अपने छूट रहे हैं। ©Anubhav Sharma

#booklover  सिमट कर रह गई है जिंदगी कुछ इस तरह से, 
वक्त की रफ्तार में कहीं सपने छूट रहे हैं।
जिंदगी की भाग दौड़ में खुशियां कमाने निकलते हैं, 
पर वक्त की कमी से कई अपने छूट रहे हैं।

©Anubhav Sharma

life #booklover

7 Love

वफ़ा कर कर के थक गये हम हर रिस्ते से, पर हर एक ने हमारा दिल दुखाने की ठानी है। रिस्ते चलते रहे उम्र भर इसलिए चुप भी रहे कुछ वक्त, पर फिर भी गलती सभी ने हमारी ही मानी है। ©Anubhav Sharma

#AloneInCity  वफ़ा कर कर के थक गये हम हर रिस्ते से, 
पर हर एक ने हमारा दिल दुखाने की ठानी है।
रिस्ते चलते रहे उम्र भर इसलिए चुप भी रहे कुछ वक्त, 
पर फिर भी गलती सभी ने हमारी ही मानी है।

©Anubhav Sharma

तन्हाई #AloneInCity

9 Love

Trending Topic