rajeshwari Thakur

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White इस जमाने का एक नया, नवेला खेल देख रही हूं। विकलांगता, हुनर से दोस्ती कर बाजी मार रही हैं। वहीं सक्षम दिमाग को फुसलाकर लकवाग्रस्त हुए जा रहे हैं। ©rajeshwari Thakur

#मोटिवेशनल #Paris_Olympics_2024  White इस जमाने का 
एक नया, नवेला खेल देख रही हूं।

विकलांगता, 
हुनर से दोस्ती कर बाजी मार रही हैं।

वहीं सक्षम 
दिमाग को फुसलाकर लकवाग्रस्त हुए जा रहे हैं।

©rajeshwari Thakur

हे विघ्नहर्ता किस्से कई पढ़े हैं हमने, तुम्हारी अद्भुत भक्ति और शक्तियों के ऊपर! हे गजानन जंगलों में चंदन कि लकड़ियों को ढोते-ढोते तुम कब मसीहा से चंदन तस्कर पुष्पा बन गए! हे विकट तुम तो स्वयं के अस्तित्व की रक्षा नही कर पा रहे, फिर भक्तो का क्या ही कहें! हे गणाध्यक्ष अपना धर्म बदल तुम कब ? टोपी पहन नेताओं जैसी, गणेश से गजानुद्दीन खान हो गए! हे हेरंब शायद इसीलिए शोषितों कि पुकार को अनसुनी कर तुम मन भर मोदक और लड्डू खाने में ही अति व्यस्त हो गए! हे मोरया स्टुअर्ट लिटिल देख सारे चूहे कर गए प्रस्थान हॉलीवुड इसीलिए मानव निर्मित फरफटी में बैठ, हो गए तुम सुपर हिट! हे धूम्रकेतू धुआं धुआं हो रहा है ये सारा जहां अब तो अपना चमत्कार दिखाओ, सब ढूंढे तुमको यहां वहां! हे कपिल फैंसी ड्रेस कि हो चुकी अब बहुत सारी प्रतियोगिताएं धरलो रूपों में एक सारभूत रूप, लौट आओ बनकर अब शांति के दूत! ©rajeshwari Thakur

#शांतिदूत #GaneshChaturthi #कविता  हे विघ्नहर्ता 
किस्से कई पढ़े हैं हमने, 
तुम्हारी अद्भुत भक्ति और शक्तियों के ऊपर!

हे गजानन 
जंगलों में चंदन कि लकड़ियों को ढोते-ढोते
तुम कब मसीहा से चंदन तस्कर पुष्पा बन गए!

हे विकट
तुम तो स्वयं के अस्तित्व की 
रक्षा नही कर पा रहे, फिर भक्तो का क्या ही कहें!

हे गणाध्यक्ष 
अपना धर्म बदल तुम कब ?
टोपी पहन नेताओं जैसी, गणेश से गजानुद्दीन खान हो गए!

हे हेरंब
शायद इसीलिए शोषितों कि पुकार को अनसुनी कर
तुम मन भर मोदक और लड्डू खाने में ही अति व्यस्त हो गए!

हे मोरया
स्टुअर्ट लिटिल देख सारे चूहे कर गए प्रस्थान हॉलीवुड 
इसीलिए मानव निर्मित फरफटी में बैठ, हो गए तुम सुपर हिट!

हे धूम्रकेतू 
धुआं धुआं हो रहा है ये सारा जहां
अब तो अपना चमत्कार दिखाओ, सब ढूंढे तुमको यहां वहां!

हे कपिल
फैंसी ड्रेस कि हो चुकी अब बहुत सारी प्रतियोगिताएं 
धरलो रूपों में एक सारभूत रूप, लौट आओ बनकर अब शांति के दूत!

©rajeshwari Thakur
#कोट्स #Baagh  ये सारे महकदार फूल, जो तुम मेरे लिए चुन लाते हो।
आसपास मंडरा रहे भौंरे, क्या तुम पर नाराज नहीं होते?

क्या वो भौंरे नही झगड़ते तुमसे, कि उसकी प्रिय को तुम। 
 खुशी के लिए अपनी प्रिया के, एक दूजे से उन्हें जुदा कर रहे।

©rajeshwari Thakur

#Baagh# जुदा 'लव कोट्स इन हिंदी'

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#मोटिवेशनल #goodnightimages  White पहले, 
शिक्षा का मतलब अच्छे लड़के से शादी ही जानी

फिर, 
शिक्षा का मतलब आर्थिक आजादी भी मानी 

पर, 
शिक्षा के असल मतलब को तो तब समझी

जब, 
शिक्षा ने सर्वत्र परिवर्तन करने कि ठानी

©rajeshwari Thakur

White चार खाए बर आए रिहिस टुरी चरवाहा टुरा के मया में पड़गे जी फेर चारवही के टुरी , चरवाहा टुरा के चक्कर में फंसगे जी फेर दोंनो टुरा टुरी ल खोजत ले होगे जी पसींदर में बैइठ के वोमन चेन्नई फरार होगे जी... ©rajeshwari Thakur

#कविता #love_shayari  White चार खाए बर आए रिहिस टुरी 
चरवाहा टुरा के मया में पड़गे जी 
फेर
चारवही के टुरी ,
चरवाहा टुरा के चक्कर में फंसगे जी 
फेर 
दोंनो टुरा टुरी ल खोजत ले होगे जी
पसींदर में बैइठ के वोमन चेन्नई फरार होगे जी...

©rajeshwari Thakur
#विचार #relaxation  देखी हैं हाॅट और शार्ट में मैंने जिनके बच्चों को,
वे ही मुझ पर फितरे कसते हैं। 

मेरे स्लीवलेस ब्लाउज के पहन लेने पर।
आधुनिकता की होड़ में बढ़ चले हैं वे, आगे और आगे,

और मुझे मजबूर करते हैं। 
पुराने दौर कि ओर बढ़ने के लिए।

लेकिन संस्कार सिखाती ये औरतें, 
अपने घर-परिवार के लिए अपनी ही आंखों पर।

आखिर पट्टियां बांधकर क्यूं बैठी होती हैं? 
उस लाचार पात्र, महाभारत कि गांधारी सरीखे आखिर क्यूं?

©rajeshwari Thakur

#relaxation

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