Gagan Reuben

Gagan Reuben Lives in Mumbai, Maharashtra, India

खामोशियां है हमदम और तन्हाइयां हमसफर रूखसत होने से पहले करना है इन शब्दों को अमर

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White धुआं धुआं है ज़िंदगी सपने खाक हो चले हैं अपने वज़ूद को तलाशते हम ज़िंदा लाश हो चले हैं ढूंढ रहा हूं जैसे मैं ख़ुद को ख़ुद की परछाई में ज़िस्म और रूह भटक रहे हैं एक अंतहीन तन्हाई में, हम ही प्यासी धरती हैं और हम ही आकाश हो चले हैं अपने वज़ूद को तलाशते हम ज़िंदा लाश हो चले हैं नज़रें मंज़िल पर लगाए हुए हम बेखबर से फिरते हैं कभी गिरकर उठ जाते हैं तो कभी चलते चलते गिरते हैं हम दीवाने हैं हमें यह होश कहां कि पैर लहूलुहान हो चले हैं अपने वज़ूद को तलाशते हम ज़िंदा लाश हो चले हैं ©Gagan Reuben

#sad_quotes  White धुआं धुआं है ज़िंदगी 
सपने खाक हो चले हैं 
अपने वज़ूद को तलाशते 
हम ज़िंदा लाश हो चले हैं 

ढूंढ रहा हूं जैसे मैं
ख़ुद को ख़ुद की परछाई में
ज़िस्म और रूह भटक रहे हैं
एक अंतहीन तन्हाई में,
हम ही प्यासी धरती हैं और 
हम ही आकाश हो चले हैं
अपने वज़ूद को तलाशते 
हम ज़िंदा लाश हो चले हैं 

नज़रें मंज़िल पर लगाए हुए
हम बेखबर से फिरते हैं
कभी गिरकर उठ जाते हैं 
तो कभी चलते चलते गिरते हैं
हम दीवाने हैं हमें यह होश कहां 
कि पैर लहूलुहान हो चले हैं
अपने वज़ूद को तलाशते 
हम ज़िंदा लाश हो चले हैं

©Gagan Reuben

#sad_quotes

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White धुआं धुआं है ज़िंदगी सपने खाक हो चले हैं अपने वज़ूद को तलाशते हम ज़िंदा लाश हो चले हैं ढूंढ रहा हूं जैसे मैं ख़ुद को ख़ुद की परछाई में ज़िस्म और रूह भटक रहे हैं एक अंतहीन तन्हाई में, हम ही प्यासी धरती हैं और हम ही आकाश हो चले हैं अपने वज़ूद को तलाशते हम ज़िंदा लाश हो चले हैं नज़रें मंज़िल पर लगाए हुए हम बेखबर से फिरते हैं कभी गिरकर उठ जाते हैं तो कभी चलते चलते गिरते हैं हम दीवाने हैं हमें यह होश कहां कि पैर लहूलुहान हो चले हैं अपने वज़ूद को तलाशते हम ज़िंदा लाश हो चले हैं ©Gagan Reuben

#GoodMorning  White धुआं धुआं है ज़िंदगी 
सपने खाक हो चले हैं 
अपने वज़ूद को तलाशते 
हम ज़िंदा लाश हो चले हैं 

ढूंढ रहा हूं जैसे मैं
ख़ुद को ख़ुद की परछाई में
ज़िस्म और रूह भटक रहे हैं
एक अंतहीन तन्हाई में,
हम ही प्यासी धरती हैं और 
हम ही आकाश हो चले हैं
अपने वज़ूद को तलाशते 
हम ज़िंदा लाश हो चले हैं 

नज़रें मंज़िल पर लगाए हुए
हम बेखबर से फिरते हैं
कभी गिरकर उठ जाते हैं 
तो कभी चलते चलते गिरते हैं
हम दीवाने हैं हमें यह होश कहां 
कि पैर लहूलुहान हो चले हैं
अपने वज़ूद को तलाशते 
हम ज़िंदा लाश हो चले हैं

©Gagan Reuben

#GoodMorning

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please listen

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#suspense #snow  धोखा देने वाले कब
आपके जज़्बात देखते हैं
साथ देने वाले कब 
आपके हालात देखते हैं

©Gagan Reuben

#snow

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बढ़ती है नजदीकियां तो गम मिलते हैं इसलिए लोगों से हम जरा कम मिलते हैं ©Gagan Reuben

#शायरी #Hill  बढ़ती है नजदीकियां तो
गम मिलते हैं
इसलिए लोगों से हम जरा
कम मिलते हैं

©Gagan Reuben

#Hill

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