White "लालच से खचाखच हैं इंसान ll
झगड़ रहे हैं आपस में इंसान ll
अपने सुकून का खून पीते हैं,
सही मायने में राक्षस हैं इंसान ll
यह दुनिया एक सर्कस मात्र हैं,
जोकर हैं इस सर्कस में इंसान ll
जीवन भर गुरुर करने वाले,
मौत के आगे बेबस हैं इंसान ll
एक से मिलने से पहले दस बार सोचता हूं,
एक-एक इंसान के पीछे दस-दस हैं इंसान ll"
©Shivangi Priyaraj
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