White "सुकून के खून से लहूलुहान हैं ख्वाहिशें ll
जिंदगी के जुर्म की चालान हैं ख्वाहिशें ll
लालच से खचाखच भरे मन में,
बिन बुलाई मेहमान हैं ख्वाहिशें ll
सुकून को निशाना बनाती हैं,
तीर और कमान हैं ख्वाहिशें ll
खुशियों से लहलहाते हुए खेत में,
खरपतवार के समान हैं ख्वाहिशें ll
जरुरतों पर हमारा ध्यान नहीं,
हमें तो बस ध्यान हैं ख्वाहिशें ll"
©Shivangi Priyaraj
#GoodNight