Jashvant

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चलते फिरते हुए महताब दिखाएंगे तुम्हें , हमसे मिलना कभी, पंजाब दिखाएंगे तुम्हें | चांद हर छत पर है, सूरज है हर आंगन में, नींद से जागो तो कुछ ख्वाब दिखाएंगे तुम्हें |

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White ज़मानों के ख़राबों में उतर कर देख लेता हूँ पुराने जंगलों में भी समुंदर देख लेता हूँ जो तूफ़ानों के डर से पानियों में सर छुपाती हैं मैं ऐसी सीपियों में कोई गौहर देख लेता हूँ हमेशा ख़ौफ़ के नर्ग़े में रहता हूँ मगर फिर भी अबाबीलों की मिंक़ारों में लश्कर देख लेता हूँ वो देहातों के रस्ते हों कि हों फ़ुट-पाथ शहरों के जहाँ पर रात पड़ जाए वहाँ घर देख लेता हूँ बहुत सी ख़्वाहिशों को मैं पनपने ही नहीं देता मगर उन की निगाहों में सोयम्बर देख लेता हूँ ©Jashvant

#love_shayari  White ज़मानों के ख़राबों में उतर कर देख लेता हूँ
पुराने जंगलों में भी समुंदर देख लेता हूँ

जो तूफ़ानों के डर से पानियों में सर छुपाती हैं
मैं ऐसी सीपियों में कोई गौहर देख लेता हूँ

हमेशा ख़ौफ़ के नर्ग़े में रहता हूँ मगर फिर भी
अबाबीलों की मिंक़ारों में लश्कर देख लेता हूँ

वो देहातों के रस्ते हों कि हों फ़ुट-पाथ शहरों के
जहाँ पर रात पड़ जाए वहाँ घर देख लेता हूँ

बहुत सी ख़्वाहिशों को मैं पनपने ही नहीं देता
मगर उन की निगाहों में सोयम्बर देख लेता हूँ

©Jashvant

#love_shayari

14 Love

White वो खड़ा है एक बाब-ए-इल्म की दहलीज़ पर मैं ये कहता हूँ उसे इस ख़ौफ़ में दाख़िल न हो ©Jashvant

#love_shayari  White वो खड़ा है एक बाब-ए-इल्म की दहलीज़ पर
मैं ये कहता हूँ उसे इस ख़ौफ़ में दाख़िल न हो

©Jashvant

#love_shayari

14 Love

White जो तेरे दिल में है वो बात मेरे ध्यान में है तिरी शिकस्त तिरी लुक्नत-ए-ज़बान में है तिरे विसाल की ख़ुश-बू से बढ़ती जाती है न जाने कौन सी दीवार दरमियान में है हमें तबाह किया आब ओ गिल की साज़िश ने कि एक दोस्त हमारा भी आसमान में है मगर ये लोग भला किस लिए उदास हुए ये क्या तिलिस्म बहारों की दास्तान में है हम अहल-ए-दर्द को तोहमत हुई है आज़ादी कि सारी उम्र गिरफ़्तार एक आन में है ©Jashvant

#जो  White जो तेरे दिल में है वो बात मेरे ध्यान में है
तिरी शिकस्त तिरी लुक्नत-ए-ज़बान में है

तिरे विसाल की ख़ुश-बू से बढ़ती जाती है
न जाने कौन सी दीवार दरमियान में है

हमें तबाह किया आब ओ गिल की साज़िश ने
कि एक दोस्त हमारा भी आसमान में है

मगर ये लोग भला किस लिए उदास हुए
ये क्या तिलिस्म बहारों की दास्तान में है

हम अहल-ए-दर्द को तोहमत हुई है आज़ादी
कि सारी उम्र गिरफ़्तार एक आन में है

©Jashvant

#जो तेरे दिल मैं है @Andy Mann @vineetapanchal @Sangeet... @Parul rawat @R Ojha

17 Love

White सोच में डूबा हुआ हूँ अक्स अपना देख कर जी लरज़ उट्ठा तिरी आँखों में सहरा देख कर प्यास बढ़ती जा रही है बहता दरिया देख कर भागती जाती हैं लहरें ये तमाशा देख कर एक दिन आँखों में बढ़ जाएगी वीरानी बहुत एक दिन रातें डराएँगी अकेला देख कर एक दुनिया एक साए पर तरस खाती हुई लौट कर आया हूँ मैं अपना तमाशा देख कर उम्र भर काँटों में दामन कौन उलझाता फिरे अपने वीराने में आ बैठा हूँ दुनिया देख कर ©Jashvant

#सोच  White सोच में डूबा हुआ हूँ अक्स अपना देख कर
जी लरज़ उट्ठा तिरी आँखों में सहरा देख कर

प्यास बढ़ती जा रही है बहता दरिया देख कर
भागती जाती हैं लहरें ये तमाशा देख कर

एक दिन आँखों में बढ़ जाएगी वीरानी बहुत
एक दिन रातें डराएँगी अकेला देख कर

एक दुनिया एक साए पर तरस खाती हुई
लौट कर आया हूँ मैं अपना तमाशा देख कर

उम्र भर काँटों में दामन कौन उलझाता फिरे
अपने वीराने में आ बैठा हूँ दुनिया देख कर

©Jashvant

#सोच में डूबा हुआ हूं @Sangeet... @vineetapanchal @Rakesh Srivastava @Andy Mann @Parul rawat

17 Love

White सफ़र की धूप में चेहरे सुनहरे कर लिए हम ने वो अंदेशे थे रंग आँखों के गहरे कर लिए हम ने ख़ुदा की तरह शायद क़ैद हैं अपनी सदाक़त में अब अपने गिर्द अफ़्सानों के पहरे कर लिए हम ने ज़माना पेच-अंदर-पेच था हम लोग वहशी थे ख़याल आज़ार थे लहजे इकहरे कर लिए हम ने मगर उन सीपियों में पानियों का शोर कैसा था समुंदर सुनते सुनते कान बहरे कर लिए हम ने वही जीने की आज़ादी वही मरने की जल्दी है दिवाली देख ली हम ने दसहरे कर लिए हम ने ©Jashvant

 White सफ़र की धूप में चेहरे सुनहरे कर लिए हम ने
वो अंदेशे थे रंग आँखों के गहरे कर लिए हम ने

ख़ुदा की तरह शायद क़ैद हैं अपनी सदाक़त में
अब अपने गिर्द अफ़्सानों के पहरे कर लिए हम ने

ज़माना पेच-अंदर-पेच था हम लोग वहशी थे
ख़याल आज़ार थे लहजे इकहरे कर लिए हम ने

मगर उन सीपियों में पानियों का शोर कैसा था
समुंदर सुनते सुनते कान बहरे कर लिए हम ने

वही जीने की आज़ादी वही मरने की जल्दी है
दिवाली देख ली हम ने दसहरे कर लिए हम ने

©Jashvant

सफर की धूप में @Nandani patel @Andy Mann @Rakesh Srivastava @Mukesh Poonia @Sangeet...

18 Love

White मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला अगर गले नहीं मिलता तो हाथ भी न मिला घरों पे नाम थे नामों के साथ ओहदे थे बहुत तलाश किया कोई आदमी न मिला तमाम रिश्तों को मैं घर पे छोड़ आया था फिर उस के बा'द मुझे कोई अजनबी न मिला ख़ुदा की इतनी बड़ी काएनात में मैं ने बस एक शख़्स को माँगा मुझे वही न मिला बहुत अजीब है ये क़ुर्बतों की दूरी भी वो मेरे साथ रहा और मुझे कभी न मिला ©Jashvant

#gazal  White मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला
अगर गले नहीं मिलता तो हाथ भी न मिला

घरों पे नाम थे नामों के साथ ओहदे थे
बहुत तलाश किया कोई आदमी न मिला

तमाम रिश्तों को मैं घर पे छोड़ आया था
फिर उस के बा'द मुझे कोई अजनबी न मिला

ख़ुदा की इतनी बड़ी काएनात में मैं ने
बस एक शख़्स को माँगा मुझे वही न मिला

बहुत अजीब है ये क़ुर्बतों की दूरी भी
वो मेरे साथ रहा और मुझे कभी न मिला

©Jashvant

#gazal

15 Love

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