kanchan Yadav

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जहां ना पहुंचे रवि वहा पहुंचे कवि YOUTUBE CHANNEL: POEMS FROM HEART

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White सुनो बच्चों ना तनिक घबराना घड़ी हैं परीक्षा की हिम्मत से टकराना हो परिणाम कुछ भी तुम खुद पर भरोसा दिखाना सुनो बच्चों ना तनिक घबराना घड़ी मजबूत तुम्हें बनाएगी हर मुसीबत से लड़ना सिखाएगी हौसलों की उड़ान रखना सफलता जरूर कदम चूमने आएगी सुनो बच्चों ना तनिक घबराना मेहनत पर अपनी ना प्रश्न उठाना काम तुम्हारा मेहनत मेहनत करते जाना लोगों की दृष्टि सोच पर न जाना तरह-तरह का मुख तरह-तरह का नजराना सुनो बच्चों ना तनीक घबराना घड़ी है परीक्षा की हिम्मत से टकराना हो परिणाम कुछ भी तुम खुद पर भरोसा दिखाना." ©kanchan Yadav

#sad_qoute #wishes  White सुनो बच्चों ना तनिक घबराना 
घड़ी हैं परीक्षा की हिम्मत से टकराना 
हो परिणाम कुछ भी तुम खुद पर भरोसा दिखाना 

सुनो बच्चों ना तनिक घबराना 

घड़ी मजबूत तुम्हें बनाएगी 
हर मुसीबत से लड़ना सिखाएगी
हौसलों की उड़ान रखना 
सफलता जरूर कदम चूमने आएगी 

सुनो बच्चों ना तनिक घबराना 

मेहनत पर अपनी ना प्रश्न उठाना 
काम तुम्हारा मेहनत मेहनत करते जाना 
लोगों की दृष्टि सोच पर न जाना 
तरह-तरह का मुख तरह-तरह का नजराना 

सुनो बच्चों ना तनीक घबराना
घड़ी है परीक्षा की हिम्मत से टकराना 
हो परिणाम कुछ भी तुम खुद पर भरोसा दिखाना."

©kanchan Yadav

#sad_qoute

16 Love

White जिंदा खुद का स्वाभिमान रखिए सदैव अपना सम्मान करिए अनमोल सी ये जिंदगी जिंदगी का ध्यान रखिए शेर सी दहाड़ हो बुलंद आवाज रखिए सताए कितना भी जिंदगी मनमौजी मिज़ाज रखिए जिंदा खुद का स्वाभिमान रखिए सदैव अपना सम्मान करिए ©kanchan Yadav

#life_quotes #Quotes  White जिंदा खुद का स्वाभिमान रखिए 
सदैव अपना सम्मान करिए 

अनमोल सी ये जिंदगी 
 जिंदगी का ध्यान रखिए 

शेर सी दहाड़ हो बुलंद आवाज रखिए
 सताए कितना भी जिंदगी मनमौजी मिज़ाज रखिए 

जिंदा खुद का स्वाभिमान रखिए
 सदैव अपना सम्मान करिए

©kanchan Yadav

#life_quotes

17 Love

Unsplash जिंदगी के पन्नों में तू अपनी कहानी लिख थोड़ी नादानी थोड़ी शैतानी लिख ना रिश्तो की उलझन हो ना कोई परेशानी के दिन मनमानिया हो तेरी और तेरे हो सारे दिन बन बहता पानी मत चट्टानों को गिन जिंदगी के पन्नों में तू अपनी कहानी लिख थोड़ी नादानी थोड़ी शैतानी लिख ता उम्र बिताई मामलों को सुलझाने में बचे पल बीता और आवारगी में गिन ना आएंगे वापस ये जवानी के दिन दिलो में भर ले रंग सुना सब रंग बिन जिंदगी के पन्नों में तू अपनी कहानी लिख थोड़ी नादानी थोड़ी शैतानी लिख ©kanchan Yadav

#Book  Unsplash जिंदगी के पन्नों में तू अपनी कहानी लिख
थोड़ी नादानी थोड़ी शैतानी लिख 

ना रिश्तो की उलझन हो
ना कोई परेशानी के दिन 

मनमानिया हो तेरी और तेरे हो सारे दिन 
बन बहता पानी मत चट्टानों को गिन 

जिंदगी के पन्नों में तू अपनी कहानी लिख 
 थोड़ी नादानी थोड़ी शैतानी लिख

ता उम्र बिताई मामलों को सुलझाने में 
बचे पल बीता और आवारगी में गिन 

ना आएंगे वापस ये जवानी के दिन 
दिलो में भर ले रंग सुना सब रंग बिन 

जिंदगी के पन्नों में तू अपनी कहानी लिख 
थोड़ी नादानी थोड़ी शैतानी लिख

©kanchan Yadav

#Book

13 Love

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset सोच समझ का अब मोल नहीं है रिश्तो में शब्द "अनमोल "नहीं है दिखावे का जोर सही है सच्चा जो कमजोर वही है सोच समझ का अब मोल नहीं ; समझदारी में लगते आरोप कईं हैं अपेक्षाओं में मिलते दोष कई हैं कभी समझ नहीं आता तो कहीं कोई समझता नहीं है जिंदगी की राहों के ये मोड़ वहीं हैं सोच समझ का अब मोल नहीं है ; होता कोई कमजोर नहीं है दुख तोड़े उस पर अपना जोर नहीं है स्वयं में खुद को समझो अनमोल दूजो की सोच का कोई तोड़ नहीं है सोच समझ का अब मोल नहीं है ; ©kanchan Yadav

#Motivational #SunSet  a-person-standing-on-a-beach-at-sunset सोच समझ का अब मोल नहीं है
रिश्तो में शब्द "अनमोल "नहीं है 
दिखावे का जोर सही है 
सच्चा जो कमजोर वही है 
सोच समझ का अब मोल नहीं ;

समझदारी में लगते आरोप कईं हैं 
अपेक्षाओं में मिलते दोष कई हैं 
कभी समझ नहीं आता 
तो कहीं कोई समझता नहीं है 
जिंदगी की राहों के ये मोड़ वहीं हैं 
सोच समझ का अब मोल नहीं है ;

होता कोई कमजोर नहीं है 
दुख तोड़े उस पर अपना जोर नहीं है 
स्वयं में खुद को समझो अनमोल 
दूजो की सोच का कोई तोड़ नहीं है 
सोच समझ का अब मोल नहीं है ;

©kanchan Yadav

#SunSet

17 Love

Unsplash " बेचैन रूह को तलाश सुकून की आदतों को जरूरत जुनून की दर ब दर भटकती तृष्णा आसरा ढूंढे दिमागी फितूर की बातें अभिमानी और गुरूर की कर दे फासला अति दूर ही वक्त की गर्मी जब खूब थी दिखावे की गलियां महबूब सी बेचैन रूह को तलाश सुकून की आदतों को जरूरत जूनून की!" ©kanchan Yadav

#snow  Unsplash " बेचैन रूह को तलाश सुकून की 
आदतों को जरूरत जुनून की 

दर ब दर भटकती तृष्णा 
आसरा ढूंढे दिमागी फितूर की 

बातें अभिमानी और गुरूर की 
कर दे  फासला अति दूर ही 

वक्त की गर्मी जब खूब थी 
 दिखावे की गलियां महबूब सी 
 
बेचैन रूह को तलाश सुकून की 
आदतों को जरूरत जूनून की!"

©kanchan Yadav

#snow

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green-leaves ।।आगाज़।। आवाज़ में हो जब खनक जज़्बात में हो सनक हौसलों में हो ललक कुछ करने की तड़प समझ लो जिंदगी ने ली करवट और तुम हो गए सबसे अलग !" ©kanchan Yadav

#GreenLeaves #Quotes  green-leaves ।।आगाज़।।

आवाज़ में हो जब खनक 
जज़्बात में हो सनक 
हौसलों में हो ललक 
कुछ करने की तड़प 
समझ लो जिंदगी ने ली 
करवट और तुम हो गए सबसे अलग  !"

©kanchan Yadav

#GreenLeaves

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