Unsplash जिंदगी के पन्नों में तू अपनी कहानी लिख
थोड़ी नादानी थोड़ी शैतानी लिख
ना रिश्तो की उलझन हो
ना कोई परेशानी के दिन
मनमानिया हो तेरी और तेरे हो सारे दिन
बन बहता पानी मत चट्टानों को गिन
जिंदगी के पन्नों में तू अपनी कहानी लिख
थोड़ी नादानी थोड़ी शैतानी लिख
ता उम्र बिताई मामलों को सुलझाने में
बचे पल बीता और आवारगी में गिन
ना आएंगे वापस ये जवानी के दिन
दिलो में भर ले रंग सुना सब रंग बिन
जिंदगी के पन्नों में तू अपनी कहानी लिख
थोड़ी नादानी थोड़ी शैतानी लिख
©kanchan Yadav
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