दूर हुए तुम्हे यू तो साल बीत गए ,
मगर आपकी यादों का पहरा
हर लम्हा मेरे साथ था ,
तुम्हारा वो समझना मेरे,
हर एक लफ्ज़ को ,
यकीनन सबसे अलग था ,
सबकुछ ठीक है यूं तो मगर,
तुम्हारे बगैर कुछ भी अच्छा नहीं लगता।
आज भी आंखों में बस,
नमी सी बिखर जाती है ,
जब याद आपकी मन को ,
भारी सा कर जाती है ,
मेने जब जब खुद को अकेला समझा,
तब तब आपको साथ पाया है,
मेरा हर एक सपना सबसे पहले ,
आपको कहकर सुनाया है ,
बहुत याद आते हो आप ,
हर दिल में बसा करते हो आप ,
आपका सबसे वो लहज़ा राब्तों का ,
फिर भुलाए ना भूले ,
वो खुबसूरत लम्हा जिंदगी का ,
साथ जितना पाया ,बेहद अज़ीज़ था ,
साथ आपका जैसे ,सार ज़िंदगी था ,
Miss you so much pyare mamaji 😔
thank you so much for everything
©Monika Dhangar(RaahiKeAlfaaz)
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