खड़ा नहीं वह वृक्ष रहा जो जड़ों से अपनी ना जुड़ा रहा धर्म से जिसने घात किया वह कब इतिहासों में बड़ा रहा मृत्यु श्वान की भाँति पाकर किसी नाली में पड़ा रहा आकाश निर्वाण ©Aakash Yadav #kavita #Opinion Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto