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122 122 122 122 न ढूंढो मुझे अपने परछाइयों में बसा हूँ तेरे दिल कि गहराइयों में गुजरती रही साय ज़ुल्फो में मेरी तेरे हुस्न की यार रानाइयों में अहद इश्क का कर गया गर्क उल्फत सितम सहते है हम ये तन्हाइयों में जलाया मुझे मेरे अपनों ने ही था कहाँ दम चिरागों की रोशनाइयों में सबा कह रही दास्ताँ दर्द की अब रही गूँजती आहें शहनाइयों में छुपा बैठे है सीने में दर्दे उल्फत कभी सुन ले आकर ये चौपाइयों में ( लक्ष्मण दावानी ✍ ) 19/1/2017 अहद - प्रतिज्ञा सबा - ठंडी हवा ©laxman dawani

#Motivational #experience #romance #gazal #paper  122    122    122    122
न   ढूंढो  मुझे   अपने  परछाइयों  में
बसा  हूँ  तेरे  दिल  कि  गहराइयों  में

गुजरती   रही  साय  ज़ुल्फो  में  मेरी
तेरे    हुस्न   की    यार   रानाइयों  में

अहद इश्क का कर गया गर्क उल्फत
सितम  सहते है  हम  ये  तन्हाइयों में

जलाया  मुझे  मेरे  अपनों  ने  ही था
कहाँ  दम  चिरागों की रोशनाइयों  में

सबा  कह  रही  दास्ताँ  दर्द  की अब
रही   गूँजती   आहें    शहनाइयों   में

छुपा  बैठे  है   सीने  में   दर्दे उल्फत
कभी  सुन ले  आकर ये चौपाइयों में
        ( लक्ष्मण दावानी ✍ )
19/1/2017
अहद - प्रतिज्ञा
सबा - ठंडी हवा

©laxman dawani

#paper #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge

15 Love

अध्यापक-वचन कितने प्रकार के होते हैं कुल्लू -सर तीन प्रकार के एक वचन, बहुवचन, अमिताभ वचन 😂😂 ©Akky

#paper  अध्यापक-वचन कितने प्रकार के होते हैं 

कुल्लू -सर तीन प्रकार के एक वचन, बहुवचन, अमिताभ वचन 😂😂

©Akky

#paper shayari videos @gudiya @Anupriya @Sakshi CHAUHAN @Ankita Shukla Rakhie.. "दिल की आवाज़" comedy movies jabardasth comedy comedy movie

17 Love

Good Afternoon ©Sawan ki Shravani

#Videos #paper  Good Afternoon

©Sawan ki Shravani

#paper

15 Love

#लव #paper  kab rat aayegi .kab rat jayegi hame kya pata tha mohabat ki barish hamare sath sukh jayegi🤗

©Sanjay Singh

#paper love

171 View

#कविता #nojotohindi #paper  पल्लव की डायरी
महापुरुष का चिंतवन
,सर्व समाजिक होता है
जातियों और भाषाओं में जो बांट दे
वो संकुचन समाज  होता है
गुरुनानक की समदर्शिता सर्वव्यापी थी
हमारी परम्पराओ का सन्देशवाहक बन आया था
प्रकाश फैले ज्ञान का,सेवा को ही
भगवान तक पहुँचने का माध्यम बनाया था
                                                    प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#paper वो संकुचन समाज होता है #nojotohindi

180 View

#अदनासा #हिंदी #क़त्ल #सदमा #दफ्न #खाक़  ना जाने कितने हो गए ख़ामोशी से सुपुर्द-ए-ख़ाक में
तो कई है दफ़्न-ए-मिट्टी में हक़ से फ़ना भी होते रहे है
अफ़सोस है कुछ लगे है खुलेआम क़त्ल-ओ-ग़ारत में
पर कहने को कहते है मुझे तो ग़म है मैं तो सदमे में हूं

©अदनासा-
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