#विषय-मैं तुलसी तेरे आँगन की
करोड़ो के बंगले हैं आपके।
मैं मशीन हुं आक्सीजन की।।
मेरा मोल जो जैसा समझेंगे।
मैं तुलसी तेरे आँगन की।।
बीमारियां आपके द्वार ना आये।
आयु उम्र बढाउं आपके जीवन की।।
शुध्द रखू पुरा घर परिवार।
मै तुलसी तेरे आँगन की।।
सर्दी खांसी या हो और बुखार।
पवित्र दवा हूँ सबके जीवन की।।
मुझे ताजा तवाना रखियेगा।
मै तुलसी तेरे आँगन की।।
चौबीस कैरेट गोल्ड हुं।
तुलसी मालाओं की।।
गले पहनो जरा हार मेरा।
मै तुलसी तेरे आँगन की।।
मै तुलसी तेरे आँंगन की......
स्वरचित - कृष्णा वाघमारे, कुंभार पिंपळगाव, ता. घनसावंगी जि. जालना 431211, महाराष्ट्र.
मैं तुलसी तेरे आँगन की
करोड़ो के बंगले हैं आपके।
मैं मशीन हुं आक्सीजन की।।
मेरा मोल जो जैसा समझेंगे।
मैं तुलसी तेरे आँगन की।।
बीमारियां आपके द्वार ना आये। @Shilpi Singh अभिलाष द्विवेदी (अकेला) @Pooja Udeshi @Ashutosh Mishra @Pushpendra Pankaj
जय तुलसी माता की 🙏🏻 वाह वाह बहुत खूब भाई साहब बहुत सुन्दर पंक्तियां मां तुलसी के विषय में 👍 👍 💯 💯 💯 💯