White प्रेम से बड़ा नहीं है कोई हथियार,
टिक नहीं पाती कितनी भी मजबूत हो दीवार।
प्रेमी से सुलझ जाती हैं,बड़ी से बड़ी रार,
प्रेम से जुड़ जाते हैं मित्रता के तार।।
प्रेम से बड़ा नहीं है कोई हथियार,
प्रेमी से ही सुधर जाते हैं मनुष्य के विचार।
प्रेम ही मिला है, हमें ईश्वर का बनकर दीदार,
प्रेम मिला हमें ईश्वर से,बनकर अनमोल उपहार।।
प्रेम से ही जुड़ जाते हैं मित्रता के तार,
प्रेम में उलझकर बन जाते हैं,शत्रु भी यार।
प्रेम के द्वारा नहीं होती कभी भी हमारी हार,
प्रेम से ही उन्नति करता है हमारा व्यापार।।
©Sam
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