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White जलते हुए दिल की ये कैसी सदा है, खामोशी में भी एक तूफानी सजा है। हर कदम पर यादें बिछा देती हैं कांटे, मोहब्बत अब सिर्फ एक बुझती सी वफ़ा है। ©Shankar kumar

#sad_shayari #Sad_shayri #poems  White 

जलते हुए दिल की ये कैसी सदा है, 

खामोशी में भी एक तूफानी सजा है।  

हर कदम पर यादें बिछा देती हैं कांटे,  

मोहब्बत अब सिर्फ एक बुझती सी वफ़ा है।

©Shankar kumar

#Sad_shayri #poems #Poetry #sad_shayari # sad shayari

12 Love

White किताबों के पन्ने पलट के सोचते है, यू पलट जाये जिंदगी तो क्या बात है… तमन्ना जो पुरी हो ख्वाबों मे, हकिकत बन जाये तो क्या बात है… कुछ लोग मतलब के लिये ढुंढते है मुझे, बिना मतलब कोई आये तो क्या बात है… कतल कर के तो सब ले जायेंगे दिल मेरा, कोई अपना बना के ले जाये तो क्या बात है… जो शरिफों कि शराफत मे ना हो बात, एक शराबी कह जाये तो क्या बात है… जिंदगी रहने तक तो खुशी देंगे सबको, किसी को मेरी मौत पे भी खुशी मिल जाये तो क्या बात है… ©VD GK STUDY

#Sad_shayri #SAD  White किताबों के पन्ने पलट के सोचते है,
यू पलट जाये जिंदगी तो क्या बात है…
तमन्ना जो पुरी हो ख्वाबों मे,
हकिकत बन जाये तो क्या बात है…
कुछ लोग मतलब के लिये ढुंढते है मुझे,
बिना मतलब कोई आये तो क्या बात है…
कतल कर के तो सब ले जायेंगे दिल मेरा,
कोई अपना बना के ले जाये तो क्या बात है…
जो शरिफों कि शराफत मे ना हो बात,
एक शराबी कह जाये तो क्या बात है…
जिंदगी रहने तक तो खुशी देंगे सबको,
किसी को मेरी मौत पे भी खुशी मिल जाये
 तो क्या बात है…

©VD GK STUDY

#Sad_shayri

18 Love

White कोई जिस्म का तो कोई तारीफो का भूखा हैं यह ज़िन्दगी का सफर मोहब्बत के बिना बिल्कुल रुखा सूखा हैं जब बिना मांगे मिल जाएं किसी अजनबी का साथ समझ जाना आज आंसमान से कोई तारा जरूर टूटा हैं आज कल ज़माने में हर इंसान झूठा हैं इसलिए मैंने खुद से दिल लगाने का जरिया ढूंढा हैं क्या शिकायत करें किसी से , क्या मोहब्बत करें किसी से हमको तो ज़िन्दगी भर अपनों ने लूटा हैं यह सिर्फ़ मेरे अल्फाज़ नहीं , मेरी आवाज़ हैं मेरे जाने का अंत नहीं , मेरे सफ़र का आग़ाज़ हैं लिखता हूँ अक्सर अपनी अधूरी ख्वाहिशों के सज़ा से कितनी बार धोखा खाए हो प्यार में पढ़ कर मेरी शायरी आज फिर किसी ने पूछा हैं ना जाने ज़िन्दगी में कितना बार मोहब्बत का साथ छूटा हैं फिर भी दिल रहता खामोश बन कर गूंगा हैं नहीं पड़ता किसी के इश्क़ में सिर्फ़ देख कर उनके हुस्न को ना जाने उस खूबसूरती को कितनों ने मिल कर किया जूठा हैं 🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼 🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲 ©Sethi Ji

#nojotoshayari #nojotohindi #Sad_shayri #nojotoapp #Trending  White कोई जिस्म का तो कोई तारीफो का भूखा हैं 
यह ज़िन्दगी का सफर मोहब्बत के बिना बिल्कुल रुखा सूखा हैं

जब बिना मांगे मिल जाएं किसी अजनबी का साथ 
समझ जाना आज आंसमान से कोई तारा जरूर टूटा हैं 

आज कल ज़माने में हर इंसान झूठा हैं
इसलिए मैंने खुद से दिल लगाने का जरिया ढूंढा हैं 

क्या शिकायत करें किसी से , क्या मोहब्बत करें किसी से 
हमको तो ज़िन्दगी भर अपनों ने लूटा हैं

यह सिर्फ़ मेरे अल्फाज़ नहीं , मेरी आवाज़ हैं 
मेरे जाने का अंत नहीं  , मेरे सफ़र का आग़ाज़ हैं 

लिखता हूँ अक्सर अपनी अधूरी ख्वाहिशों के सज़ा से 

कितनी बार धोखा खाए हो प्यार में 
पढ़ कर मेरी शायरी आज फिर किसी ने पूछा हैं

ना जाने ज़िन्दगी में कितना बार मोहब्बत का साथ छूटा हैं 
फिर भी दिल रहता खामोश बन कर गूंगा हैं

नहीं पड़ता किसी के इश्क़ में सिर्फ़ देख कर उनके हुस्न को 
ना जाने उस खूबसूरती को कितनों ने मिल कर किया जूठा हैं

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©Sethi Ji

White लोगों के ताने अब बड़े मनमाने हुए जमाने में अब बस  अपने काम से काम  रखने लगा हूँ कुछ जलन से  जलने  लगे हैं  अपने  मुझ से बुझाने को जुबां पर बस प्रणाम रखने लगा हूँ मेरे बेबाक  से अंदाज पर  उन्हें शिकायत थी खुश रखने को जुबां पर लगाम रखने लगा हूँ भरोसा  टूटा  है  सही की  राह  चलते चलते अब झूठ पर भी कुछ एहतराम  रखने लगा हूँ जिंदगी बीत गई बहुत बेमतलब की अब तक रब से सामना कैसा होगा अनुमान रखने लगा हूँ इंसानियत रौंद कर  कंकड़  पत्थर  बटोरे मैने अब जहां से रुखशती का सामान रखने लगा हूँ जमीर  बिक  रहे  बाजार  में  खड़ा हूँ अंबुज अपने ईमान पर  कुछ यूं  गुमान  रखने लगा हू ©अंबिका अनंत अंबुज

#शायरी #Sad_shayri  White लोगों के ताने अब बड़े मनमाने हुए जमाने में 
अब बस  अपने काम से काम  रखने लगा हूँ

कुछ जलन से  जलने  लगे हैं  अपने  मुझ से 
बुझाने को जुबां पर बस प्रणाम रखने लगा हूँ

मेरे बेबाक  से अंदाज पर  उन्हें शिकायत थी 
खुश रखने को जुबां पर लगाम रखने लगा हूँ

भरोसा  टूटा  है  सही की  राह  चलते चलते 
अब झूठ पर भी कुछ एहतराम  रखने लगा हूँ 

जिंदगी बीत गई बहुत बेमतलब की अब तक 
रब से सामना कैसा होगा अनुमान रखने लगा हूँ 

इंसानियत रौंद कर  कंकड़  पत्थर  बटोरे मैने 
अब जहां से रुखशती का सामान रखने लगा हूँ 

जमीर  बिक  रहे  बाजार  में  खड़ा हूँ अंबुज 
अपने ईमान पर  कुछ यूं  गुमान  रखने लगा हू

©अंबिका अनंत अंबुज

#Sad_shayri

13 Love

White आज कल ये नींद क्यूँ सता रही है, मानती नहीं अपना, पूरी रात जगा रही है। आँखों ने पलकों से ख़फ़ा होकर कहा, "अब सपनों की राहें भी हमें नहीं भा रही हैं।" चाँदनी भी जैसे तन्हा लगती है, हवा भी कोई शिकवा सुना रही है। दिल की बेचैनियों का सबब क्या कहूँ, यादें हैं कि हर रात रुला रही हैं। कभी करवटों में सुलझता नहीं, कभी ख्वाबों में उलझा जाता हूँ। सोचता हूँ शायद ये रात गुज़र जाए, मगर हर सहर में खुद को वहीँ पाता हूँ। धड़कनों की ताल भी धीमी सी लगती है, जैसे कोई दास्तां अधूरी सुना रही है। तकिए पे गिरते हैं खामोश आँसू, जिनकी गूँज रातभर मुझे जगा रही है। सुबह की रोशनी भी अजनबी लगती है, जैसे कोई याद फिर से बुला रही है। हर रात एक नया किस्सा कह जाती है, और हर सुबह फिर वही कहानी दोहरा रही है। ख़ामोश लफ्ज़ों में सिसकती है रात, जैसे कोई भूला हुआ नग़्मा हो साथ। नींद आँखों से मानो रूठी हुई, तेरी बातों की चादर बिछा रही है। कभी सोचता हूँ कि भूल जाऊँ तुझे, पर ये दिल भी कहाँ मेरी सुनता है। तेरी हर याद इक साज़ सा बजता है, और मैं हर धुन में खुद को ढूँढता हूँ। क्यों ये रातें सवाल बन जाती हैं, क्यों तन्हाई ही जवाब बन जाती है? कब तक जिऊँ इस अधूरी तलाश में, जहाँ हर सुबह फिर वही शाम लाती है? ©theABHAYSINGH_BIPIN

#शायरी #Sad_shayri  White आज कल ये नींद क्यूँ सता रही है,
मानती नहीं अपना, पूरी रात जगा रही है।
आँखों ने पलकों से ख़फ़ा होकर कहा,
"अब सपनों की राहें भी हमें नहीं भा रही हैं।"

चाँदनी भी जैसे तन्हा लगती है,
हवा भी कोई शिकवा सुना रही है।
दिल की बेचैनियों का सबब क्या कहूँ,
यादें हैं कि हर रात रुला रही हैं।

कभी करवटों में सुलझता नहीं,
कभी ख्वाबों में उलझा जाता हूँ।
सोचता हूँ शायद ये रात गुज़र जाए,
मगर हर सहर में खुद को वहीँ पाता हूँ।

धड़कनों की ताल भी धीमी सी लगती है,
जैसे कोई दास्तां अधूरी सुना रही है।
तकिए पे गिरते हैं खामोश आँसू,
जिनकी गूँज रातभर मुझे जगा रही है।

सुबह की रोशनी भी अजनबी लगती है,
जैसे कोई याद फिर से बुला रही है।
हर रात एक नया किस्सा कह जाती है,
और हर सुबह फिर वही कहानी दोहरा रही है।

ख़ामोश लफ्ज़ों में सिसकती है रात,
जैसे कोई भूला हुआ नग़्मा हो साथ।
नींद आँखों से मानो रूठी हुई,
तेरी बातों की चादर बिछा रही है।

कभी सोचता हूँ कि भूल जाऊँ तुझे,
पर ये दिल भी कहाँ मेरी सुनता है।
तेरी हर याद इक साज़ सा बजता है,
और मैं हर धुन में खुद को ढूँढता हूँ।

क्यों ये रातें सवाल बन जाती हैं,
क्यों तन्हाई ही जवाब बन जाती है?
कब तक जिऊँ इस अधूरी तलाश में,
जहाँ हर सुबह फिर वही शाम लाती है?

©theABHAYSINGH_BIPIN

#Sad_shayri शायरी दर्द Extraterrestrial life Entrance examination @Monu Kumar @Satyaprem Upadhyay बाबा ब्राऊनबियर्ड @Sheetal Shekhar @Internet Jockey @Sheetal Shekhar खूबसूरत दो लाइन शायरी आज कल ये नींद क्यूँ सता रही है, मानती नहीं अपना, पूरी रात जगा रही है। आँखों ने पलकों से ख़फ़ा होकर कहा, "अब सपनों की राहें भी हमें नहीं भा रही हैं।"

12 Love

White बुरा लगे यदि लाइन हमारी, इसके खातिर सॉरी है। लेखक हमेशा आजाद था, कलम ग़ुलाम किसी का थोड़ी है।। ©sayrana mizaz

#शायरी #Sad_shayri  White बुरा लगे यदि लाइन हमारी, इसके खातिर सॉरी है।
लेखक हमेशा आजाद था, कलम ग़ुलाम किसी का थोड़ी है।।

©sayrana mizaz

#Sad_shayri शायरी हिंदी

13 Love

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