White वो जो बनते हैं तुम्हारे हितैषी,
वो जो दर्शाते हैं खुद को तुम्हारे तथाकथित शुभचिंतक,
वो बड़े ताव से सुनते रहे तुम्हारे लिए अपशब्द
उस भरी सभा में, जहां तुम मौजूद नहीं थे,
हां उन्होंने हां में हां नहीं मिलाई, किंतु अनर्गल आरोपों पर अपनी असंतुष्टि भी नहीं जताई,
ये सब सुन जाना और ज्यादा खलता है जब उनको मालूम हो क्या है झूठ और क्या है सच्चाई
कुछ कहना सुनना तो दूर की बात है,
असल में उनके भी यही जज्बात हैं,
तो कोसों दूर रहो ऐसे महानुभावों से,
जो दर्शाते हैं खुद को तुम्हारे तथाकथित शुभचिंतक,
असल में वो हितैषी नहीं , हैं केवल बहरूपिए ही,
@theinsecurebeing
©The Insecure Being
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