Shrivas

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मेरे दिल के घरोधे में तेरा ही तो घर होगा तू मुसाफिर ही तो है हाँ मुझे खबर हैं पर तेरा कोई तो सफर होगा.....

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|| में बुजदिल नहीं न ही कमजोर हूँ || || में वो हूँ जो हर किसी को छोड़ दूं || ©Shrivas

#freedam #Quotes  || में बुजदिल नहीं न ही कमजोर हूँ ||



|| में वो हूँ  जो हर किसी को छोड़ दूं ||

©Shrivas

#freedam

19 Love

उनके रूखसार पर धूप का चमकना लगता है जैसे कनक में नहाई हो और ऊपर से उनकी घनी जुल्फे जैसे घनघोर घटा बदरी की छाई हो और सुरमई आंखों में जो काजल लगाया उन्होंने लगता हे जैसे सागर की गहराई हो जो दरबान बिठा रखा हे अपने चेहरे पे मुश्किल हे उसपे किसी की नजर पड़ पाई हो ©Shrivas

#रुखसार  उनके रूखसार पर धूप का चमकना 
लगता है जैसे कनक में नहाई हो 
और ऊपर से उनकी घनी जुल्फे
 जैसे घनघोर घटा बदरी की छाई हो
  और सुरमई आंखों में जो काजल लगाया उन्होंने
  लगता हे जैसे सागर की गहराई हो 
जो दरबान बिठा रखा हे अपने चेहरे पे मुश्किल हे
 उसपे किसी की नजर पड़ पाई हो

©Shrivas

वो बांटते रहे सरेआम मोहब्बत गैरों को ओर एक हम जो तड़पते रहे उम्र भर उनके लिए ©Shrivas

#तड़प  वो बांटते रहे  सरेआम मोहब्बत गैरों  को
 ओर एक हम जो तड़पते रहे उम्र भर उनके लिए

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#तड़प

13 Love

कोई तत्व नहीं कोई महत्व नहीं में हुआ अभी परिपक्व नहीं कुछ बाधाऐं जो आनी है कुछ जानी पहचानी है कोई दोष नहीं है मुझमें फिर तो होश नहीं है मुझमें में क्या हूँ में जान रहा हूँ हा थोड़ा सा ही पर पहचान रहा हूँ ©Shrivas

#तत्व  कोई तत्व नहीं कोई महत्व नहीं 
में हुआ अभी परिपक्व नहीं 
कुछ बाधाऐं जो आनी है
 कुछ जानी पहचानी है
 कोई दोष नहीं है मुझमें
 फिर तो होश नहीं है मुझमें
 में क्या हूँ में जान रहा हूँ
 हा थोड़ा सा ही पर पहचान रहा हूँ

©Shrivas

#तत्व

18 Love

निगाह ए दस्तूर न करिए हम जो रूठे तो दूर न करिए भरम हे तो भरम ही रहने दे आप हमे मजबूर न करिए ©Shrivas

#निगाह  निगाह ए दस्तूर न करिए
 हम जो रूठे तो दूर न करिए 
भरम हे तो भरम ही रहने दे  
आप हमे मजबूर न करिए

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White गुनाहगार तुम कम तो नहीं तुम सबको मिले पर हमको नहीं ©Shrivas

#गुनहगार  White गुनाहगार तुम कम तो नहीं

 तुम सबको मिले पर हमको नहीं

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#गुनहगार shayari in hindi

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