उनके रूखसार पर धूप का चमकना
लगता है जैसे कनक में नहाई हो
और ऊपर से उनकी घनी जुल्फे
जैसे घनघोर घटा बदरी की छाई हो
और सुरमई आंखों में जो काजल लगाया उन्होंने
लगता हे जैसे सागर की गहराई हो
जो दरबान बिठा रखा हे अपने चेहरे पे मुश्किल हे
उसपे किसी की नजर पड़ पाई हो
©Shrivas
#रुखसार