Hibiscus Sabdariffa
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Uski baaton ka ehsaas bhi na hoga Par dil use dekhte hi rok sa jayega Na zarurat hogi shabdon ki Bas uski muskaan meri pehchaan ban jayegi... ©the_poetic_soul.09

#hibiscussabdariffa  Uski baaton ka ehsaas bhi na hoga
Par dil use dekhte hi rok sa jayega
Na zarurat hogi shabdon ki
Bas uski muskaan meri pehchaan ban jayegi...

©the_poetic_soul.09

है कितना मुस्किल जिंदगानी लिखना। तमाम मुस्किलों को आसानी लिखना। महज़ खयाल ही नहीं जीना पड़ता है। आसान नहीं होता है कहानी लिखना। दिल जो कहता है मैं वही लिखता हूं। मुझको आता नही बेईमानी लिखना। कान्हा अब मीरा सी जोगन कोई नही ना है कोई राधा सी दीवानी लिखना। हर रोज खबरों में वही लूट वही क़त्ल। जय आप कोई बात तूफानी लिखना। मृत्युंजय विश्वकर्मा ©mritunjay Vishwakarma "jaunpuri"

#hibiscussabdariffa #शायरी #Broken💔Heart #Bestshyaripage #bestghazal  है कितना मुस्किल जिंदगानी लिखना।
तमाम मुस्किलों को आसानी लिखना।

महज़ खयाल ही नहीं जीना पड़ता है।
आसान नहीं होता है कहानी लिखना।

दिल जो कहता है मैं वही लिखता हूं।
मुझको आता नही बेईमानी लिखना।

कान्हा अब मीरा सी जोगन कोई नही
ना है कोई राधा सी दीवानी लिखना।

हर रोज खबरों में वही लूट वही क़त्ल।
जय आप कोई  बात तूफानी लिखना।

मृत्युंजय विश्वकर्मा

©mritunjay Vishwakarma "jaunpuri"

इस सफ़र में, हमसफ़र नहीं है, हम जिधर है, वो उधर नहीं है, दिख जाते हैं अक्सर ख्यालों में, हकीकत में कुछ ख़बर नहीं है... ©Shreyasi

#hibiscussabdariffa  इस सफ़र में, हमसफ़र नहीं है,
हम जिधर है, वो उधर नहीं है,
दिख जाते हैं अक्सर ख्यालों में,
हकीकत में कुछ ख़बर नहीं है...

©Shreyasi

सबनम की बूंदों को चुमती हुई कलियाँ, सुबह की पहली लाली पड़ने पर, सकुचाने और लजाने की चेष्टा में तुम्हारे ही मुखड़े की माधुर्य की तरह, और भी खिल जाती है, और इस तरह से ओस की बूँदों पर कलियों का प्रेम, छिपने के बजाए और भी जाहिर हो जाता है। इसी तरह क्या तुम्हारे सकुचाते-लजाते चेहरे पर खिलती मुस्कान से, मुझपर तुम्हारा प्रेम और भी जाहिर नहीं होता? , ©Vikram Kumar Anujaya

#hibiscussabdariffa #कविता  सबनम की बूंदों को चुमती हुई कलियाँ,
सुबह की पहली लाली पड़ने पर,
सकुचाने और लजाने की चेष्टा में
तुम्हारे ही मुखड़े की माधुर्य की तरह,
और भी खिल जाती है,
और इस तरह से ओस की बूँदों पर 
कलियों का प्रेम,
छिपने के बजाए और भी जाहिर हो जाता है।
इसी तरह क्या तुम्हारे सकुचाते-लजाते चेहरे पर
खिलती मुस्कान से,
मुझपर तुम्हारा प्रेम और भी जाहिर नहीं होता? ,

©Vikram Kumar Anujaya
#hibiscussabdariffa #basekkhayaal #nojotohindi #be_cautious #basyunhi  Kisi ke liye koi bhi galat aur buri baat 
bolne se pehle insaan ko chahiye ki 
wo kaii baar soche.
Kyuki insaan jo kuchh bolta hai 
wo sab likha jaata hai,
aur jo kuchh likha jaata hai,
fir us sab ka insaan ko 
hisaab bhi to dena padta hai.

©Sh@kila Niy@z

लौट आओ ना ये लौटने की आदत भी अच्छी होती है, हो जाती है कुछ गलतियां नादानी में , और गुस्से में बोली हर बात थोड़े ना सच्ची होती है, और तुम क्यों नहीं समझती यार पहली मोहब्बत पहली मोहब्बत होती है ।। ©Mauryavanshi Veer

#hibiscussabdariffa  लौट आओ ना ये लौटने की आदत भी अच्छी होती है,
हो जाती है कुछ गलतियां नादानी में ,
और गुस्से में बोली हर बात थोड़े ना सच्ची होती है,
और तुम क्यों नहीं समझती यार पहली मोहब्बत पहली मोहब्बत होती है ।।

©Mauryavanshi Veer
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