Garajte Baadal
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ए जिंदगी तुझे कुछ गिला नहीं। पर जो कुछ तुझसे मांगा मैंने वह तो मुझे मिला नहीं। ए जिंदगी तुझे कुछ गिला नहीं। एक ख्वाहिश थी कुछ कर गुजरुण। कुछ अरमान थे दिल में मेरे। पर जीने का हक देखो तुमसे। मुझको कभी मिला नहीं। ए जिंदगी तुझे कुछ गिला नहीं। पर जो कुछ मांगा तुझे मैंने वह तो मुझे मिला नहीं। ए जिंदगी तुझे कुछ गिला नहीं। ©joshi joshi diljala

#शायरी #GarajteBaadal  ए जिंदगी तुझे कुछ गिला नहीं। 
पर जो कुछ तुझसे मांगा मैंने वह तो मुझे मिला नहीं। 
ए जिंदगी तुझे कुछ गिला नहीं। 
एक ख्वाहिश थी कुछ कर गुजरुण। 
कुछ अरमान थे दिल में मेरे। 
पर जीने का हक देखो तुमसे। 
मुझको कभी मिला नहीं। 
ए जिंदगी तुझे कुछ गिला नहीं। 
पर जो कुछ मांगा तुझे मैंने वह तो मुझे मिला नहीं। 
ए जिंदगी तुझे कुछ गिला नहीं।

©joshi joshi diljala
#विचार     जिन्दगी के तलास मे हम जाने कहा कहा भटकते है और हमे जिवन में दुःखो का सामना करना पड़ा है फिर भी ईसांन जिन्दगी से हमेशा परसान होकर मायुस रहता है ईसांन भुल जाता है कि सुख और दुःख दोनों के बीच एक आनोखी रिश्ता है फर्क इतना है कि सुख मे ईसांन सबको भुल जाता है और दुःख मे ईसांन सबको याद आता है ईसांन को जीने के लिए सब्र करनी चाहिए लालच नही सोच अच्छे रखोगे  तो जिन्दगी सकुन से जीयोगे

©RAMLALIT NIRALA

अनमोल जिवन जिना है तो सोच हमेशा सही रखना

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ससुराल के आँगन में जब कदम रखा, सपनों का गजरा मैंने सिर पर सजाया। सम्मान के फूल हर पल खिलाए, पर उनके दिल तक पहुँच न पाया। मैंने हर रिवाज को अपनाया, हर रिश्ते को अपना बनाया। पर आँखों में उनकी वह बात न दिखी, जो मुझे अपनों का एहसास कराए। मैंने झुका सिर, दिल से किया सम्मान, हर फरमाइश पूरी, हर काम बेनाम। पर हर प्रयास के बाद भी यही पाया, वह मेरी भावना को कभी समझ न पाया। उनकी उम्मीदों का भार उठाया, अपना अस्तित्व कई बार मिटाया। पर जब भी खुद को उनके करीब पाया, दिल ने वही दूरी बार-बार दोहराया। शायद यह ससुराल का दस्तूर है, जहाँ रिश्तों में भावनाओं का फासला भरपूर है। मैंने तो प्यार और अपनापन दिया, पर बदले में सिर्फ खामोशी का शूर है। कहानी यही है, बस इसे समझो, अपनों के बीच भी पराया बनो। क्योंकि ससुराल में अपनापन, कभी-कभी बस एक सपना बनो। ©Writer Mamta Ambedkar

#मोटिवेशनल #GarajteBaadal  ससुराल के आँगन में जब कदम रखा,  
सपनों का गजरा मैंने सिर पर सजाया।  
सम्मान के फूल हर पल खिलाए,  
पर उनके दिल तक पहुँच न पाया।  

मैंने हर रिवाज को अपनाया,  
हर रिश्ते को अपना बनाया।  
पर आँखों में उनकी वह बात न दिखी,  
जो मुझे अपनों का एहसास कराए।  

मैंने झुका सिर, दिल से किया सम्मान,  
हर फरमाइश पूरी, हर काम बेनाम।  
पर हर प्रयास के बाद भी यही पाया,  
वह मेरी भावना को कभी समझ न पाया।  

उनकी उम्मीदों का भार उठाया,  
अपना अस्तित्व कई बार मिटाया।  
पर जब भी खुद को उनके करीब पाया,  
दिल ने वही दूरी बार-बार दोहराया।  

शायद यह ससुराल का दस्तूर है,  
जहाँ रिश्तों में भावनाओं का फासला भरपूर है।  
मैंने तो प्यार और अपनापन दिया,  
पर बदले में सिर्फ खामोशी का शूर है।  

कहानी यही है, बस इसे समझो,  
अपनों के बीच भी पराया बनो।  
क्योंकि ससुराल में अपनापन,  
कभी-कभी बस एक सपना बनो।

©Writer Mamta Ambedkar

#GarajteBaadal मोटिवेशनल कोट्स समस्याओं पर प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कविता इन हिंदी

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चपल -चपल चपला चमके, चम -चम दिशा दिगंत। घुमड़ -घुमड़ -घनघोर - घटा, घन गरजें अत्यंत। ©Kalpana Tomar

#अनुप्रासअलंकार #nojohindishayri #nojitopoetry #nojohindi #Quotes  चपल -चपल चपला चमके, 
चम -चम दिशा दिगंत।
घुमड़ -घुमड़ -घनघोर - घटा, 
घन गरजें अत्यंत।

©Kalpana Tomar

**धर्म युद्ध** धर्म के नाम पर उठे तलवारें, सच की राह पर हैं अंधेरे कई यारें। आस्था के दीप जलते, पर भक्ति की आड़ में, दिलों में द्वेष पलते। स्वार्थ की भट्टी में तपते, सत्य को तोड़ते, झूठ से जिएं। धर्म का चश्मा चढ़ाकर, आदमी ने इंसानियत को ही भुला दिया। हर धर्म में है प्रेम की बूँद, क्यों बन गए हम, दुश्मन के भी हमसफर? जब तक न हो एकता का सुर, युद्ध की आग में जलते रहेंगे सबतर। उठो, आइए मिलकर गुनगुनाएँ, धर्म का पाठ सिखाएँ, प्रेम की धुन सुनाएँ। क्योंकि सच्चा धर्म है, जो जोड़ता सबको, इंसानियत की राह पर चलना, यही है मूल मंत्र। ©Shailendra Gond kavi

#Shailendra_Gond_kavi #कविता #GarajteBaadal #nojotohindi  **धर्म युद्ध**

धर्म के नाम पर उठे तलवारें,  
सच की राह पर हैं अंधेरे कई यारें।  
आस्था के दीप जलते,  
पर भक्ति की आड़ में, दिलों में द्वेष पलते।

स्वार्थ की भट्टी में तपते,  
सत्य को तोड़ते, झूठ से जिएं।  
धर्म का चश्मा चढ़ाकर,  
आदमी ने इंसानियत को ही भुला दिया।

हर धर्म में है प्रेम की बूँद,  
क्यों बन गए हम, दुश्मन के भी हमसफर?  
जब तक न हो एकता का सुर,  
युद्ध की आग में जलते रहेंगे सबतर।

उठो, आइए मिलकर गुनगुनाएँ,  
धर्म का पाठ सिखाएँ, प्रेम की धुन सुनाएँ।  
क्योंकि सच्चा धर्म है, जो जोड़ता सबको,  
इंसानियत की राह पर चलना, यही है मूल मंत्र।

©Shailendra Gond kavi

#GarajteBaadal कविता #Shailendra_Gond_kavi #Nojoto #nojotohindi #Poetry

14 Love

💦💧💦💧💦 किसी को समझने के लिए हमेशा भाषा की आवश्यकता नहीं होती कभी-कभी उसका व्यवहार बहुत कुछ कह देता है नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं 💦💧💦💧💦 ©KRISHNA

#विचार #GarajteBaadal  💦💧💦💧💦
किसी को समझने के लिए
हमेशा भाषा की 
आवश्यकता नहीं होती
कभी-कभी उसका व्यवहार 
बहुत कुछ कह देता है
नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं
💦💧💦💧💦

©KRISHNA
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