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Aaj Woh Budhi Dadi Waha Nahin Dekhi Toh..intezaar main waqt aur hum doob gaye, unke aane tak. ©Kridha

#Quotes  Aaj Woh Budhi Dadi Waha Nahin Dekhi Toh..intezaar main waqt aur hum doob gaye, unke aane tak.

©Kridha

Aaj Woh Budhi Dadi Waha Nahin Dekhi Toh..intezaar main waqt aur hum doob gaye, unke aane tak. ©Kridha

7 Love

लगा कि, कहीँ आज सूर्य खुद जागने के साथ किसी को जगाना तो नहीं भूल गया, कहीं इस सर्द ठंडी रात ने उनका शरीर शिथिल तो नहीं कर दिया, कहीं एक अँधेरे ने मुझसे मेरा वो लम्हा हमेशा के लिए तो नहीं छीन लिया, जिन लम्हों में उन बूढ़ी दादी को सजग , ठीक एक नई सवेर को मुस्कुराते हुए जैसे देखता था कहीं छीन तो नहीं लिया, मगर! नहीं वो बूढ़ी दादी हाथों में सुमन लिए पीतल का वही कलश जिसमें जल है, श्री चरणों में समर्पित होने के लिए लेकर चली आती दिखाई दी , और सच कहूँ तो मेरे हृदय की सुस्त पड़ रही साँसें फिर अपनी नियत गति से चलने लगीं। और मेरे प्रणाम! की आवाज़ सुनते ही दादी की अनमोल मुस्कान मुझ जिन्दा शक्स को , ठीक ठीक जिन्दा कर गयीं। ©Pràteek Siñgh

#Motivational  लगा कि, कहीँ आज सूर्य खुद जागने के 
साथ किसी को जगाना तो नहीं भूल गया, 
कहीं इस सर्द ठंडी रात ने उनका शरीर शिथिल
तो नहीं कर दिया, कहीं एक अँधेरे ने मुझसे
मेरा वो लम्हा हमेशा के लिए तो नहीं छीन लिया, 
जिन लम्हों में उन बूढ़ी दादी को सजग , ठीक एक
नई सवेर को मुस्कुराते हुए जैसे देखता था कहीं छीन
तो नहीं लिया, मगर! 
नहीं वो बूढ़ी दादी हाथों में सुमन लिए पीतल का
वही कलश जिसमें जल है, श्री चरणों में समर्पित होने
के लिए लेकर चली आती दिखाई दी , और सच कहूँ 
तो मेरे हृदय की सुस्त पड़ रही साँसें फिर अपनी 
नियत गति से चलने लगीं। 
और मेरे प्रणाम! की आवाज़ सुनते ही दादी की
अनमोल मुस्कान मुझ जिन्दा शक्स को , ठीक
ठीक जिन्दा कर गयीं।

©Pràteek Siñgh

बूढ़ी दादी 🙏

10 Love

क्या, मैने चौपाल पे पूछा की दादी मां नहीं दिख रही कन्हा गई है तो पता चला कि वो अपनी बचपन की सहेली के घर गई हैं फिर क्या मैंने पता पूछा और निकल पड़ा । जब मैं दादी मां की सहेली के घर पंहुचा । वो मिट्टी के दिए (दीपक) बना रहीं थी । वन्हा मैं चारपाई पे बैठ आ कही मिनटों चक की ओर देखता रहा । और वन्हा से मैं बहुत सारे दिए लेकर आया। आप सभी को दीपाली की हार्दिक शुभकामनाए ©prashant farrukhabadi

 क्या,  मैने चौपाल पे पूछा की दादी मां नहीं दिख रही कन्हा गई है
 तो पता चला कि वो अपनी बचपन की  सहेली के घर गई हैं
 फिर क्या मैंने पता पूछा और निकल पड़ा । 
जब मैं दादी मां की सहेली के घर पंहुचा ।
वो मिट्टी के दिए (दीपक) बना रहीं थी ।
वन्हा मैं चारपाई पे बैठ आ कही मिनटों चक की ओर देखता रहा ।
और वन्हा से मैं बहुत सारे दिए लेकर आया।
 

आप सभी को दीपाली की हार्दिक शुभकामनाए

©prashant farrukhabadi

दादी मां

16 Love

मेरा मन घबरा गया क्या हुआ होगा उसे; में रोज बूढ़ी दादी से फल लेती थी; आज नही दिखी तो लगा कही बीमार तो नही ना.. किसी से पूछ उसका पता लिया और मिलने गयी .. बूढ़ी दादी को आश्चर्य हुआ.. मुझे देखकर.. कहा बेटी यहां क्यों आयी क्या काम हैं; मैंने कहा दादी आज आप furuits बेचते नही दिखी तो मुझे हुआ कही आप बीमार तो नही..क्या हुआ आपको.. सो मिलने चली आयी.. आप कैसे हो दादी क्या हुआ आपको.. बच्ची की प्यार भरी एक नजर ने दादी का मन मोह लिया दादी ने कहा बेटा में तो तुम्हारी कोई नहीं लगती फिर तुमने मुझे कैसे अपना बना लिया; दादी आप भले ही मेरी कुछ ना लगे पर मेरे दिल ने हमेशा आपको बड़ी दादी माना है.. मेरी दादी तो नही है.. पर मैंने हमेशा दादी आपका रूप देखा हैं.. और इंसान कितना भी ऊंचा क्यों ना हो रिश्तों की समझ तो रहती है ना! प्यारी दादिमा. दादी मां ने फ्रूट्स दिए और वो वहा से चली गए अपने रास्ते.. सीख –सीख यही मिलती है.. की एक –दूसरे की कदर करना सीखे.. ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ मोनिका जयेश शाह ©Monika Shah

#जानकारी  मेरा मन घबरा गया क्या हुआ होगा उसे;
में रोज बूढ़ी दादी से फल लेती थी;
आज नही दिखी तो लगा कही बीमार तो नही ना.. किसी से पूछ उसका पता लिया और मिलने गयी .. बूढ़ी दादी को आश्चर्य हुआ.. मुझे देखकर.. कहा बेटी यहां क्यों आयी क्या काम हैं;
मैंने कहा दादी आज आप furuits बेचते नही दिखी तो मुझे हुआ कही आप बीमार तो नही..क्या हुआ आपको.. सो मिलने चली आयी.. आप कैसे हो दादी क्या हुआ आपको.. बच्ची की प्यार भरी एक नजर ने दादी का मन मोह लिया दादी ने कहा बेटा में तो तुम्हारी कोई नहीं लगती फिर तुमने मुझे कैसे अपना बना लिया;
दादी आप भले ही मेरी कुछ ना लगे पर मेरे दिल ने हमेशा आपको बड़ी दादी माना है.. मेरी दादी तो नही है.. पर मैंने हमेशा दादी आपका रूप देखा हैं.. और इंसान कितना भी ऊंचा क्यों ना हो रिश्तों की समझ तो रहती है ना!
प्यारी दादिमा. दादी मां ने फ्रूट्स दिए और वो वहा से चली गए अपने रास्ते..
सीख –सीख यही मिलती है.. की एक –दूसरे की कदर करना सीखे..
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मोनिका जयेश शाह

©Monika Shah

दादी मां मेरा मन घबरा गया क्या हुआ होगा उसे; में रोज बूढ़ी दादी से फल लेती थी; आज नही दिखी तो लगा कही बीमार तो नही ना.. किसी से पूछ उसका पता लिया और मिलने गयी .. बूढ़ी दादी को आश्चर्य हुआ.. मुझे देखकर.. कहा बेटी यहां क्यों आयी क्या काम हैं; मैंने कहा दादी आज आप furuits बेचते नही दिखी तो मुझे हुआ कही आप बीमार तो नही..क्या हुआ आपको.. सो मिलने चली आयी.. आप कैसे हो दादी क्या हुआ आपको.. बच्ची की प्यार भरी एक नजर ने दादी का मन मोह लिया दादी ने कहा बेटा में तो तुम्हारी कोई नहीं लगती फिर तुमने मुझे कैसे

9 Love

दिल बेचैन हो गया... सांसे थम गई... एक अजीब बेचैनी सी छा गई.. मुझे में जैसे बेताबी आ गई उस दिन तो यही थी? आज कहां गई यह खयाल मेरे जहन को तड़पा गई... आज जो वह बूढ़ी दादी वहां नहीं दिखी तो... पल भर में मेरी सांसे मेरी धड़कन को धड़का गई बेचैन बेसुध हो में उसे ढूंढने लगी दादी दादी कहकर में गलियों में घूमने लगी... रो-रो चिल्ला रही थी बेचैन सुधा आवाज में मेरी चिल्लाहट की आवाज से गलियां भी बोलने लगे आज वह दादी मां नहीं दिखी तो मेरी बेचैनियां हद से ज्यादा बढ़ने लगी.. फिर धीरे से एक नन्ना बच्चा आया उसने उस दादी का मुझे पता बताएं। दादी बीमार है यह सुनते ही मेरी आंखों की नदियां और जोरो से बहने लगी आज वह दादी मुझे नहीं दिखे तो मानो जैसे मैं पल भर में मरने लगी... दौड़ कर गई मैंने उस दादी को अपने गले लगाया.. उन्हें गले लगाते महसूस हुआ जैसे मैंने स्वर्ग को अपने पास पाया... मेरी अपनी दादी तो नहीं थी इस दादी में मैंने अपनी दादी को पाया.. और आज यह दादी जब नहीं दिखी तो मुझे दादी का मतलब और उनके प्यार का एहसास समझ आया.. फिर मैंने यह कसम खाया... खो दिया मैंने अपने को अब इनको ना खोना है.. बड़ी किस्मत से मिलता है दादा-दादी ओ का प्यार इस दादी को मुझे मेरे अंतिम सांस तक जिंदा रखना है इनके आशीर्वाद से ही मुझे पढ़ना है मुझे मेरी दादी के पास ही रहना। ©sweta kumari swati

#lovefail #sanskat #Family #dadi  दिल बेचैन हो गया...
सांसे थम गई...
एक अजीब बेचैनी सी छा गई.. मुझे में जैसे बेताबी आ गई
उस दिन तो यही थी?
आज कहां गई यह खयाल मेरे जहन को तड़पा गई...
आज जो वह बूढ़ी दादी वहां नहीं दिखी तो...
पल भर में मेरी सांसे मेरी धड़कन को धड़का गई
बेचैन बेसुध हो में उसे ढूंढने लगी 
दादी दादी कहकर में गलियों में घूमने लगी...
रो-रो चिल्ला रही थी बेचैन सुधा आवाज में
मेरी चिल्लाहट की आवाज से गलियां भी बोलने लगे
आज वह दादी मां नहीं दिखी तो मेरी बेचैनियां हद से ज्यादा बढ़ने लगी..
फिर धीरे से एक नन्ना बच्चा आया उसने उस दादी का मुझे पता बताएं।
दादी बीमार है यह सुनते ही मेरी आंखों की नदियां और जोरो से बहने लगी
आज वह दादी मुझे नहीं दिखे तो मानो जैसे मैं पल भर में मरने लगी...

दौड़ कर गई मैंने उस दादी को अपने गले लगाया..
उन्हें गले लगाते महसूस हुआ जैसे मैंने स्वर्ग को अपने पास पाया...
मेरी अपनी दादी तो नहीं थी इस दादी में मैंने अपनी दादी को पाया..
और आज यह दादी जब नहीं दिखी तो मुझे दादी का मतलब और उनके प्यार का एहसास समझ आया..
फिर मैंने यह कसम खाया...
खो दिया मैंने अपने को अब इनको ना खोना है..
बड़ी किस्मत से मिलता है दादा-दादी ओ का प्यार
इस दादी को मुझे मेरे अंतिम सांस तक जिंदा रखना है इनके आशीर्वाद से ही मुझे पढ़ना है मुझे मेरी दादी के पास ही रहना।

©sweta kumari swati

##dadi maa #Love #Family #lovefail #dadi #sanskat अं_से_अंशुमान अब्र The Imperfect @Madhusudan Shrivastava @Anshu writer @Kapil Nayyar @Shiv Narayan Saxena

19 Love

मैं आश्चर्य में पड़ गया आखिर आज अभी तक बूढ़ी दादी क्यों नहीं दिख रही हैं। मैं लोगों से पूछ पूछ कर उनके घर पहुंच गया। मुझे देख कर बुढ़ी दादी बहुत ही खुश हुई, मैंने कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि आज मेरी लाडो रानी शहर जा रही है, फिर पता नहीं कब आएगी इसलिए शहर जाने से पहले मेरे से मिलने यहां आई थी। इसलिए मैं आज वहां नहीं आ पाई, लेकिन तुम्हें यहां देखकर मुझे इस बात कि बहुत ही खुशी है कि आजकल के जमाने में भी लोग एक दूसरे की फ़िक्र करते हैं। ©Sheelu Jha

#इंसानियत #प्रेरक  मैं आश्चर्य में पड़ गया
आखिर आज अभी तक
बूढ़ी दादी क्यों नहीं दिख
रही हैं। मैं लोगों से पूछ पूछ 
कर उनके घर पहुंच गया।
मुझे देख कर बुढ़ी दादी बहुत ही
खुश हुई, मैंने कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि
आज मेरी लाडो रानी शहर जा रही है, फिर
पता नहीं कब आएगी
इसलिए शहर जाने से पहले
मेरे से मिलने यहां आई थी। इसलिए मैं आज वहां नहीं आ पाई, लेकिन तुम्हें यहां देखकर  मुझे इस बात कि बहुत ही खुशी है कि आजकल
के जमाने में भी
लोग एक दूसरे की फ़िक्र करते हैं।

©Sheelu Jha
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