My Fantasy
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कि कभी हम मिले तुमसे,तो फख्र तुम्हे उस मुलाकात पर हो जाए। ©Ruksar Bano

#विचार #myfantasy  कि कभी हम मिले तुमसे,तो फख्र तुम्हे उस मुलाकात पर हो जाए।

©Ruksar Bano

#myfantasy

22 Love

मैं क्या बनना चाहती थी, क्या बन गई क्या फर्क पड़ता हैं मै क्या बन गई किसी को धोका ना दर्द दे के आगे बड़ी ईमानदारी से आपना काम कर रही हु हमेशा जो चाहती थी एक सचा ओर अच्छा इंसान बनु आज वह बन्ने कि कोशिस कर रही हु ©Pramodini Mohapatra

#myfantasy  मैं क्या बनना चाहती थी, क्या बन गई
क्या फर्क पड़ता हैं मै क्या बन गई
किसी को धोका ना दर्द दे के आगे बड़ी
ईमानदारी से आपना काम  कर रही हु
हमेशा जो चाहती थी एक सचा 
ओर अच्छा इंसान बनु 
आज वह बन्ने कि कोशिस कर रही हु

©Pramodini Mohapatra

आते-जाते बादलों पे, मैं लिखती हूँ पाती। कभी देखना उस बारिश को.. जो मेरे शहर से होकर, तेरे शहर में हैं आती। बारिश की उन बुन्दों में भी.. कुछ शब्द हैं मेरे, कुछ चाहत हैं मेरी। प्रीत की डोर कभी टूटती नहीं, कहीं गुम हो जाती हैं बादालों सी l ©पुष्प"

#कविता #myfantasy  आते-जाते बादलों पे,
मैं लिखती हूँ पाती।
कभी देखना उस बारिश को..
जो मेरे शहर से होकर,
तेरे शहर में हैं आती।
बारिश की उन बुन्दों में भी..
कुछ शब्द हैं मेरे,
कुछ चाहत हैं मेरी।
प्रीत की डोर कभी टूटती नहीं,
कहीं गुम हो जाती हैं बादालों सी l

©पुष्प"

#myfantasy

23 Love

है आरजू इस दिल की,,, अगर खुद को मिटा कर भी जग रोशन करना पड़े, हे प्रभु दिल में बस आप सदा इतना हौंसला दीजिए, परहित , परोपकार में सदा व्यतीत हो हर दिन हमारा, आप बस हम दीनों पर सदा ये उपकार कीजिए,। जलती मोमबत्ती सा ये जीवन सफर हो हमारा, खुद भले ही हम मिट जाएं, करें जगमग जग सारा, मानव होकर बने रहे सदा हम मानवता के पुजारी, जलती बाती सा उज्ज्वल हो ये जीवन हमारा । ©Dayal "दीप, Goswami..

#myfantasy  है आरजू इस दिल की,,,
अगर खुद को मिटा कर भी जग रोशन करना पड़े,
हे प्रभु दिल में बस आप सदा इतना हौंसला दीजिए,
परहित , परोपकार में सदा व्यतीत हो हर दिन हमारा,
आप बस हम दीनों पर सदा ये उपकार कीजिए,।

जलती मोमबत्ती सा ये जीवन सफर हो हमारा,
खुद भले ही हम मिट जाएं, करें जगमग जग सारा,
मानव होकर बने रहे सदा हम मानवता के पुजारी,
जलती बाती सा उज्ज्वल  हो ये जीवन  हमारा ।

©Dayal "दीप, Goswami..

#myfantasy

80 Love

सियाहसत की हवा अब बह ना पाए, करो कोई जतन कि सारा जहां मुस्कुराए। बादलों की ओट में चिघर रहीं हैं आवाज, फिक्र नहीं लोगों की मौत आती बिन बुलाए। जरा ठहाके न लगाओं खुद की करतूतों पर अब कि कहीं ये ठहाका समुंदर की बाढ़ न बन जाए।। बिखर रही मानव संस्कृति आज कोई ऐसा फरिश्ता बनाओ, जो इस पर रोकथाम लगाए अपराधों की गठरी में खुद न सिमट कर अब आओ एकजुट हो हम सब ऐसा एक पहल लगाएं।। ©Shilpa yadav

#myfantasy  सियाहसत की हवा अब बह ना पाए,
करो कोई जतन कि सारा जहां मुस्कुराए।

बादलों की ओट में चिघर रहीं हैं आवाज,
  फिक्र नहीं लोगों की मौत आती बिन बुलाए।
जरा ठहाके न लगाओं खुद की करतूतों पर अब
कि कहीं ये ठहाका समुंदर की बाढ़ न बन जाए।।

बिखर रही मानव संस्कृति आज कोई ऐसा
 फरिश्ता बनाओ, जो इस पर रोकथाम लगाए
अपराधों की गठरी में खुद न सिमट कर अब
आओ एकजुट हो हम सब ऐसा एक पहल लगाएं।।

©Shilpa yadav

#myfantasy #myfantasy Sandip rohilla SHAYAR (RK) shivbramha ankit sahu Prem Kavi mau jha Firoz Alah

44 Love

चाहत बस इतनी सी हैं, मुझ से मेरे अपने ना रुठे और मुझे उनका साथ ना छूटे। ©Uma Vaishnav

#विचार #अपने #साथ #myfantasy  चाहत बस इतनी सी हैं,
मुझ से मेरे अपने ना रुठे
और मुझे उनका साथ ना छूटे।

©Uma Vaishnav
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