एकदम राममय सी हो गई है वसुधा! घर हों या मन्दिर, बाजार हों या गलियाँ, सभी मानों बस रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिये प्रतीक्षारत हैं। दीवाली के पहले से ही शुरू हुए स्वास्ति मेहुल के मनमोहक गीत "राम आएंगे" अभी भी हर जगह बजाए जा रहे हैं। लोग मिट्टी के दीये खरीद रहे हैं। जाति-धर्म से परे, भौगोलिक सीमाओं से परे मानों पूरी धरती माता रामलला के स्वागत की तैयारियाँ कर रही है। हम और आप सभी भाग्यशाली हैं कि 22 जनवरी 2024 के यह शुभ दिन हमारे जीवन काल में आया है। आइये हम सभी इस दिन को उत्सव की तरह मनाएं और राम के आदर्शों को जीवन का मूलमंत्र बनाएं।
अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की अग्रिम शुभकामनाएं🙏
©रश्मि बरनवाल "कृति"
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