Gaon
  • Latest
  • Popular
  • Video

याद पगडंडिया गाँव की आ रही , फ़ूल सरसों की आँखो में यु छा रही , आँख लगते ही लगता है हु गाँव में , याद आते हैं बचपन के दिन गाँव में ©Spandey

#शायरी #village #gaon  याद पगडंडिया गाँव की आ रही ,

फ़ूल सरसों की आँखो में यु छा रही ,

आँख लगते ही लगता है हु गाँव में ,

याद आते हैं बचपन के दिन गाँव में

©Spandey

#gaon 2 #village 2#myshayrai#follow me for new shayari

15 Love

#gaon  पक्के घरों में रहने वाले तेज आँधी 
और बारिश की चाहत करते हैं 
कभी गरीबों की जर-जर झोपड़ियों
को देखो। वो लोग तो तेज हवा 
के झोंके से भी डरते हैं 
कही सिर से छत ना छिन जाए।

©R.K sagar

#gaon

86 View

#मराठीकविता #gaon  दगडावर आपटून डोके 
तो म्हणतो लागलेच नाही !
विषय संपतो लगेच येथे 
"प्रेम आहे तर आहेच ना!"

©Dileep Bhope

#gaon

509 View

 चंद लम्हे की कहानी विरासत मे
बिकने लगी

उदासी की निशानी हर चेहरे पर
दिखने लगी

क्या गैर क्या अपना सबकी जुबान
एक सी चुभने लगी

बिन बोले ही दामन में शिकायत बिखरने
लगी

सामत आई थी रात की आँखों मे नींद 
घुलने लगी

ख्वाब का सिलसिला जारी था फिर से 
एक बार दर्द मे वो कराहने लगी!!

©चाँदनी

चंद लम्हे की कहानी विरासत मे बिकने लगी उदासी की निशानी हर चेहरे पर दिखने लगी क्या गैर क्या अपना सबकी जुबान एक सी चुभने लगी बिन बोले ही दामन में शिकायत बिखरने लगी सामत आई थी रात की आँखों मे नींद घुलने लगी ख्वाब का सिलसिला जारी था फिर से एक बार दर्द मे वो कराहने लगी!! ©चाँदनी

1,383 View

#gaon  उसके शहर से मेरा जनाजा निकल रहा था 
मुझे फुल और गुलाब से सझाया ही रहा था 
ले कर चले गये मुझे कबर पर दफनाने के लिए 
पागल शायर दुनिया से अलविदा हो के जा रहा था
PaGaL ShAyAr
Vk LaNgEh ✍️✍️

©V K LaNgEh

उसके शहर से मेरा जनाजा निकल रहा था मुझे फुल और गुलाब से सझाया ही रहा था ले कर चले गये मुझे कबर पर दफनाने के लिए पागल शायर दुनिया से अलविदा हो के जा रहा था PaGaL ShAyAr Vk LaNgEh ✍️✍️ #gaon

48 View

#लव #gaon  कम ही करते है वैसा, मोहब्बत   कर रहा हूँ मैं
जान के गैर की है वो, उसी पे    मर    रहा     हूँ   मैं 
न कुछ भी हाथ आएगा, सिवा मेरे तड़पने के,
तब भी कांटों के *मग को हँसते      वर     रहा हूँ मैं

*रास्ता

©प्रभात शर्मा

#gaon

46 View

Trending Topic