Old Age
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पहले के बुजुर्ग और फकीर सच्ची और दिल से दुआ देते थे, जो की लगती थी (असर करती थी)। और अब के लोग ढोंगी या मतलबी हैं, खाली जेब देखकर तो दुआ भी नहीं देंगे। ©Ubaida khatoon Siddiqui

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सच्ची और दिल से दुआ देते थे, 
जो की लगती थी (असर करती थी)। 
और अब के लोग ढोंगी या मतलबी हैं, 
खाली जेब देखकर तो दुआ भी नहीं देंगे।

©Ubaida khatoon Siddiqui

#oldage #Ubaidakhatoon #ubaidawrites 17/12/24 12:00 a. m. अनमोल विचार आज शुभ विचार अच्छे विचारों आज का विचार

17 Love

ये जो माथे की शिकन है,ये बता रही है। उम्र,अनुभव,ज्ञान,सबक और संघर्ष आपका।। ये कांपते हाथों की उंगलियां बता रही है। ताकत तो नहीं है अब पर.... दुआओं में है असर आपका।। ©Rimpi chaube

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उम्र,अनुभव,ज्ञान,सबक और संघर्ष आपका।।
ये कांपते हाथों की उंगलियां बता रही है।
ताकत तो नहीं है अब पर....
दुआओं में है असर आपका।।

©Rimpi chaube

#माथेकीशिकनहै 😊 ये जो माथे की शिकन है,ये बता रही है। उम्र,अनुभव,ज्ञान,सबक और संघर्ष आपका।। ये कांपते हाथों की उंगलियां बता रही है। ताकत तो नहीं है अब पर.... दुआओं में है असर आपका।। #PARENTS #oldage #बुजुर्गों #shayri #quaotes

11 Love

तरक्की का मतलब क्या? चूल्हे पर जलती धीमी लौ, कुनकुनाती आग में यादें बुनती जो। झुर्रियों में छिपी कितनी कहानियाँ, जीवन की उतार-चढ़ाव की निशानियाँ। सालों के सफ़र में ये हाथ थके, ख़्वाब बुने जो अब धुंधले दिखे। इस घर की नींव में उनके पसीने, आज अकेले, बिन किसी साए के जीने। तरक्की का मतलब क्या हुआ? अगर माँ-बाप का सहारा ना बना। जिन्होंने हर मुश्किल सह ली, उनके बुढ़ापे में, हम दूर चल दिए। दुनिया आगे बढ़ती जाती, पर ये उम्र ठहर सी जाती। सफलता का क्या मतलब है अगर, उनकी देखभाल से हम हट गए, कहीं दूर जाकर? ना हो उनकी उम्र में कोई दर्द, ना झलके आँखों में कोई सर्द। तरक्की वो नहीं जो प्यार ना दे, जो अपने बुज़ुर्गों का साथ ना रहे। ©Amrendra Kumar Thakur

#कविता #oldage  तरक्की का मतलब क्या?


चूल्हे पर जलती धीमी लौ,
कुनकुनाती आग में यादें बुनती जो।
झुर्रियों में छिपी कितनी कहानियाँ,
जीवन की उतार-चढ़ाव की निशानियाँ।

सालों के सफ़र में ये हाथ थके,
ख़्वाब बुने जो अब धुंधले दिखे।
इस घर की नींव में उनके पसीने,
आज अकेले, बिन किसी साए के जीने।

तरक्की का मतलब क्या हुआ?
अगर माँ-बाप का सहारा ना बना।
जिन्होंने हर मुश्किल सह ली,
उनके बुढ़ापे में, हम दूर चल दिए।

दुनिया आगे बढ़ती जाती,
पर ये उम्र ठहर सी जाती।
सफलता का क्या मतलब है अगर,
उनकी देखभाल से हम हट गए, कहीं दूर जाकर?

ना हो उनकी उम्र में कोई दर्द,
ना झलके आँखों में कोई सर्द।
तरक्की वो नहीं जो प्यार ना दे,
जो अपने बुज़ुर्गों का साथ ना रहे।

©Amrendra Kumar Thakur

#oldage हिंदी कविता कविता कोश कविता हिंदी कविता

13 Love

#oldage  पेड़ लगाया जिसने, उसने छाया उसकी न देखी।
फल तो दूर, दूर की कौड़ी, काया उसकी न देखी।

थर-थर हाँथ कांपते उसके, मस्तक पर चिंतातुर रेखी।
जरा-मरा बूढ़ा वह जीभर, मिटा सका न प्रभु की लेखी।
                           ✍️शैलेन्द्र राजपूत

©HINDI SAHITYA SAGAR

#oldage

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#oldage  पेड़ लगाया जिसने, उसने छाया उसकी न देखी।
फल तो दूर, दूर की कौड़ी, काया उसकी न देखी।

थर-थर हाँथ कांपते उसके, मस्तक पर चिंतातुर रेखी।
जरा-मरा बूढ़ा वह जीभर, मिटा सका प्रभु की न लेखी।
                                      ✍️शैलेन्द्र राजपूत

©HINDI SAHITYA SAGAR

#oldage

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#oldage  आप ईश्वर के हों या न हो
पर उन बुजुर्ग के
ज़रूर हो जाइए
जिन्होंने आपको इस
धरा के लायक बनाया है
तो भी ईश्वरत्व आपसे दूर नही।।

©लेखक ओझा

#oldage ईश्वरत्व आपसे दूर नही

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