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New मुंह सूखता Status, Photo, Video

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Unsplash वल्लाह छोटा मुंह बड़ी बात करना ही नहीं था, तुझे मगरूर से ताल्लुक बढ़ाना ही नहीं था//१ जाना जब निकल रही हो तेज तपिश,तो फिर तुझे तपिश मे जाके कपड़े सुखाना ही नहीं था//२ किसी कमजर्फ से लगा अपने दिल को,फिर ये सिलसिला तुझे आगे बढ़ाना ही नहीं था//३ जब बढ़ चुके,इश्क़ मे,इश्क़ की हद से आगे,तो फिर तुझे सनम को चश्म से गिराना ही नहीं था//४ अब होके तुझपे निसार,थाम चुके तेरा दामन, के"शमा"का तो बातिल से फ़साना ही नहीं था//५ #Shamawritesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#shamawritesBebaak #Trending #lovelife #viral  Unsplash वल्लाह छोटा मुंह बड़ी बात करना ही नहीं था,
तुझे मगरूर से ताल्लुक बढ़ाना ही नहीं था//१

जाना जब निकल रही हो तेज तपिश,तो फिर
      तुझे तपिश मे जाके कपड़े सुखाना ही नहीं था//२

किसी कमजर्फ से लगा अपने दिल को,फिर
   ये सिलसिला तुझे आगे बढ़ाना ही नहीं था//३

जब बढ़ चुके,इश्क़ मे,इश्क़ की हद से आगे,तो
     फिर तुझे सनम को चश्म से गिराना ही नहीं था//४

अब होके तुझपे निसार,थाम चुके तेरा दामन,
     के"शमा"का तो बातिल से फ़साना ही नहीं था//५
#Shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#lovelife वल्लाह छोटा मुंह बड़ी बात करना ही नहीं था,तुझे मगरूर से ताल्लुक बढ़ाना ही नहीं था//१ जाना जब निकल रही हो तेज तपिश,तो फिर तुझे तपिश

26 Love

जब सच को छुपा लिया खुद से, तो फिर हर झूठ भी खुदा सा लगता है। दिल में जो सवाल था, वो चुप रहा, और सच से मुंह मोड़ना खता सा लगता है। दिल में सवालों का हल न मिला, तो अंदर का सच हमेशा तड़पता है। कभी खुद से रूबरू हो, तो सच्चाई पाओ, वरना हर झूठी खुशी का रंग फीका होता है। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  जब सच को छुपा लिया खुद से,
तो फिर हर झूठ भी खुदा सा लगता है।
दिल में जो सवाल था, वो चुप रहा,
और सच से मुंह मोड़ना खता सा लगता है।

दिल में सवालों का हल न मिला,
तो अंदर का सच हमेशा तड़पता है।
कभी खुद से रूबरू हो, तो सच्चाई पाओ,
वरना हर झूठी खुशी का रंग फीका होता है।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर जब सच को छुपा लिया खुद से, तो फिर हर झूठ भी खुदा सा लगता है। दिल में जो सवाल था, वो चुप रहा, और सच से मुंह मोड़ना खता सा लगता ह

11 Love

नाग अर्चना संस्कृति हमार। मैं हृदय से शीश नवाऊं।। दो मुंहा से दूरी भली। जाने कौन मुंह दंश मिले।।

99 View

#मोटिवेशनल #मोटिवेशन #ह्यूमर #विनोद #मिश्र

"दिल में गंदगी मुंह पर बंदगी यह भी जिंदगी." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन #ह्यूमर 😀

117 View

#निवाले #ज़ालिम #जमाने #कोट्स #rkyadavquotes #rkyfrnds4ever  White ज़ालिम है कितने ये जहां वाले 

यहां अपने/अपनों/अपनेपन का
कोई वहम ना पाले 
,,,
कोई किसी के छोड़े न मुंह में निवाले
खूनी दरिंदे ऐसे तन मन को भी नोच डाले
,,,,
ज़ालिम है ये जमाने वाले
खुद अपने भी नहीं अपनों को पालें
जो गर हो मुमकिन कहीं 
तो 
कोई हमें कभी ना इस नरक में डाले

©Rakesh frnds4ever

#ज़ालिम है कितने ये #जहां वाले यहां #अपने /अपनों/अपनेपन का कोई #वहम ना पाले ,,, कोई किसी के छोड़े न मुंह में #निवाले खूनी दरिंदे ऐसे

153 View

White ग़ालिब गैर नहीं है ,अपनों से अपने हैं, बंगाली की बोली ही आज हमारी बोली है । नवीन आंखों में जो नवीन सपने हैं वे ग़ालिब के सपने हैं । गालिब ने खोली गांठ जटिल जीवन की, बात और वह बोली नपीतुली थी, हल्के पान का नाम नहीं था। सुख की आंखों ने दुख देखा और टिटौली की, यों जी भर बहलाया। बेशक दाम नहीं था उनकी अंटी में, दुनिया से काम नहीं था लेकिन उस को सांस सांस पर तौल रहे थे । अपना कहने को क्या था, धन-धान नहीं था सत्य बोलता था जब मुंह खोल रहे थे । ग़ालिब होकर रहे जीत कर दुनिया छोड़ी कवि थे, अक्षर में अक्षर की महिमा जोड़ी। -त्रिलोचन ©gudiya

#sad_shayari #nojotohindi #SAD  White ग़ालिब गैर नहीं है ,अपनों से अपने हैं,
बंगाली की बोली ही आज हमारी बोली है ।

नवीन आंखों में जो नवीन सपने हैं
 वे ग़ालिब  के सपने हैं ।

गालिब ने खोली गांठ जटिल जीवन की, 
बात और वह बोली नपीतुली थी, हल्के पान का नाम नहीं था।

 सुख की आंखों ने दुख देखा और टिटौली की,
 यों जी भर बहलाया।

 बेशक दाम नहीं था उनकी अंटी में, दुनिया से काम नहीं था 
लेकिन उस को सांस सांस पर तौल रहे थे ।

अपना कहने को क्या था, धन-धान नहीं था
 सत्य बोलता था जब मुंह खोल रहे थे ।

ग़ालिब होकर रहे जीत कर दुनिया छोड़ी
 कवि थे, अक्षर में अक्षर की महिमा जोड़ी।
-त्रिलोचन

©gudiya

#sad_shayari #Nojoto #nojotophoto #nojotohindi ग़ालिब गैर नहीं है ,अपनों से अपने हैं, बंगाली की बोली ही आज हमारी बोली है । नव

19 Love

Unsplash वल्लाह छोटा मुंह बड़ी बात करना ही नहीं था, तुझे मगरूर से ताल्लुक बढ़ाना ही नहीं था//१ जाना जब निकल रही हो तेज तपिश,तो फिर तुझे तपिश मे जाके कपड़े सुखाना ही नहीं था//२ किसी कमजर्फ से लगा अपने दिल को,फिर ये सिलसिला तुझे आगे बढ़ाना ही नहीं था//३ जब बढ़ चुके,इश्क़ मे,इश्क़ की हद से आगे,तो फिर तुझे सनम को चश्म से गिराना ही नहीं था//४ अब होके तुझपे निसार,थाम चुके तेरा दामन, के"शमा"का तो बातिल से फ़साना ही नहीं था//५ #Shamawritesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#shamawritesBebaak #Trending #lovelife #viral  Unsplash वल्लाह छोटा मुंह बड़ी बात करना ही नहीं था,
तुझे मगरूर से ताल्लुक बढ़ाना ही नहीं था//१

जाना जब निकल रही हो तेज तपिश,तो फिर
      तुझे तपिश मे जाके कपड़े सुखाना ही नहीं था//२

किसी कमजर्फ से लगा अपने दिल को,फिर
   ये सिलसिला तुझे आगे बढ़ाना ही नहीं था//३

जब बढ़ चुके,इश्क़ मे,इश्क़ की हद से आगे,तो
     फिर तुझे सनम को चश्म से गिराना ही नहीं था//४

अब होके तुझपे निसार,थाम चुके तेरा दामन,
     के"शमा"का तो बातिल से फ़साना ही नहीं था//५
#Shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#lovelife वल्लाह छोटा मुंह बड़ी बात करना ही नहीं था,तुझे मगरूर से ताल्लुक बढ़ाना ही नहीं था//१ जाना जब निकल रही हो तेज तपिश,तो फिर तुझे तपिश

26 Love

जब सच को छुपा लिया खुद से, तो फिर हर झूठ भी खुदा सा लगता है। दिल में जो सवाल था, वो चुप रहा, और सच से मुंह मोड़ना खता सा लगता है। दिल में सवालों का हल न मिला, तो अंदर का सच हमेशा तड़पता है। कभी खुद से रूबरू हो, तो सच्चाई पाओ, वरना हर झूठी खुशी का रंग फीका होता है। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  जब सच को छुपा लिया खुद से,
तो फिर हर झूठ भी खुदा सा लगता है।
दिल में जो सवाल था, वो चुप रहा,
और सच से मुंह मोड़ना खता सा लगता है।

दिल में सवालों का हल न मिला,
तो अंदर का सच हमेशा तड़पता है।
कभी खुद से रूबरू हो, तो सच्चाई पाओ,
वरना हर झूठी खुशी का रंग फीका होता है।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर जब सच को छुपा लिया खुद से, तो फिर हर झूठ भी खुदा सा लगता है। दिल में जो सवाल था, वो चुप रहा, और सच से मुंह मोड़ना खता सा लगता ह

11 Love

नाग अर्चना संस्कृति हमार। मैं हृदय से शीश नवाऊं।। दो मुंहा से दूरी भली। जाने कौन मुंह दंश मिले।।

99 View

#मोटिवेशनल #मोटिवेशन #ह्यूमर #विनोद #मिश्र

"दिल में गंदगी मुंह पर बंदगी यह भी जिंदगी." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन #ह्यूमर 😀

117 View

#निवाले #ज़ालिम #जमाने #कोट्स #rkyadavquotes #rkyfrnds4ever  White ज़ालिम है कितने ये जहां वाले 

यहां अपने/अपनों/अपनेपन का
कोई वहम ना पाले 
,,,
कोई किसी के छोड़े न मुंह में निवाले
खूनी दरिंदे ऐसे तन मन को भी नोच डाले
,,,,
ज़ालिम है ये जमाने वाले
खुद अपने भी नहीं अपनों को पालें
जो गर हो मुमकिन कहीं 
तो 
कोई हमें कभी ना इस नरक में डाले

©Rakesh frnds4ever

#ज़ालिम है कितने ये #जहां वाले यहां #अपने /अपनों/अपनेपन का कोई #वहम ना पाले ,,, कोई किसी के छोड़े न मुंह में #निवाले खूनी दरिंदे ऐसे

153 View

White ग़ालिब गैर नहीं है ,अपनों से अपने हैं, बंगाली की बोली ही आज हमारी बोली है । नवीन आंखों में जो नवीन सपने हैं वे ग़ालिब के सपने हैं । गालिब ने खोली गांठ जटिल जीवन की, बात और वह बोली नपीतुली थी, हल्के पान का नाम नहीं था। सुख की आंखों ने दुख देखा और टिटौली की, यों जी भर बहलाया। बेशक दाम नहीं था उनकी अंटी में, दुनिया से काम नहीं था लेकिन उस को सांस सांस पर तौल रहे थे । अपना कहने को क्या था, धन-धान नहीं था सत्य बोलता था जब मुंह खोल रहे थे । ग़ालिब होकर रहे जीत कर दुनिया छोड़ी कवि थे, अक्षर में अक्षर की महिमा जोड़ी। -त्रिलोचन ©gudiya

#sad_shayari #nojotohindi #SAD  White ग़ालिब गैर नहीं है ,अपनों से अपने हैं,
बंगाली की बोली ही आज हमारी बोली है ।

नवीन आंखों में जो नवीन सपने हैं
 वे ग़ालिब  के सपने हैं ।

गालिब ने खोली गांठ जटिल जीवन की, 
बात और वह बोली नपीतुली थी, हल्के पान का नाम नहीं था।

 सुख की आंखों ने दुख देखा और टिटौली की,
 यों जी भर बहलाया।

 बेशक दाम नहीं था उनकी अंटी में, दुनिया से काम नहीं था 
लेकिन उस को सांस सांस पर तौल रहे थे ।

अपना कहने को क्या था, धन-धान नहीं था
 सत्य बोलता था जब मुंह खोल रहे थे ।

ग़ालिब होकर रहे जीत कर दुनिया छोड़ी
 कवि थे, अक्षर में अक्षर की महिमा जोड़ी।
-त्रिलोचन

©gudiya

#sad_shayari #Nojoto #nojotophoto #nojotohindi ग़ालिब गैर नहीं है ,अपनों से अपने हैं, बंगाली की बोली ही आज हमारी बोली है । नव

19 Love

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