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New हो गए गम बेशुमार Status, Photo, Video

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#मोटिवेशनल  White आपके  जुदाई में ऐसा लगता है जिंदगी विराना सा हो गया है।
आपके यादों के गम में हमारे रातों की नींद दिन की चैन उड़ गया है।।

©Ghanshyam Ratre

जुदाई के गम

90 View

हाथ में मेंहदी पांव महावार मांग सजाना कुमकुम को। उसके साथ तो पड़ेगा जाना जो घोड़ीचढ़ लेने आयेगा तुमको। रुखसत होकर तुम मुझसे साजन के घर जाओगी। पर मुझको तुम भूल ना जाना पाकर अपने प्रीतम को। ©Kulwant singh

#कविता #रुखसत  हाथ में मेंहदी पांव महावार
मांग सजाना कुमकुम को।
उसके साथ तो पड़ेगा जाना 
जो घोड़ीचढ़ लेने आयेगा तुमको।
रुखसत होकर तुम मुझसे
साजन के घर जाओगी।
पर मुझको तुम भूल ना जाना
पाकर अपने प्रीतम को।

©Kulwant singh

#रुखसत ए गम

15 Love

White आदमी की जिंदगी दरिया भी है सहरा भी है लेकिन कोहरा गम का दोनों पर बराबर गिरता है ©Parasram Arora

 White आदमी की जिंदगी 
दरिया भी है 
सहरा भी है 

लेकिन कोहरा गम का 
दोनों पर  बराबर  गिरता है

©Parasram Arora

गम का कोहरा

17 Love

पहाड़ों से निकली एक धारा खास, सपनों से भरी, एक नई तलाश। पत्थरों से टकराई, राह बनाई, हर दर्द को हँसी में समेट लाई।। हर ठोकर को उसने गले लगाया, रुकना उसकी किस्मत में नहीं था। दर्द से उसने अपना राग बनाया, सच में, वो कभी थमा नहीं था।। जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई, उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।। सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा, उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा। नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ, पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।। फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई, सागर के आँचल में हर याद बस गई। ©नवनीत ठाकुर

#कविता  पहाड़ों से निकली एक धारा खास,
सपनों से भरी, एक नई तलाश।
पत्थरों से टकराई, राह बनाई,
हर दर्द को हँसी में समेट लाई।।
हर ठोकर को उसने गले लगाया,
रुकना उसकी किस्मत में नहीं था।
दर्द से उसने अपना राग बनाया,
सच में, वो कभी थमा नहीं था।।
जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई,
उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।।
सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा,
उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा।
नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ,
पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।।
फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई,
सागर के आँचल में हर याद बस गई।

©नवनीत ठाकुर

फना हो कर भी अमर हो गए

14 Love

White संजीदा होने के बावजूद वो हँसी बिखेरने की कोशिश कर रहा हैँ लगता हैँ उसके भीतर कही. गम का कोई दरिया न बह रहा हो ©Parasram Arora

#कविता  White संजीदा होने के बावजूद 
वो हँसी  बिखेरने 
की कोशिश कर रहा हैँ 

लगता हैँ 
उसके भीतर कही. 
गम का कोई दरिया 
न बह रहा हो

©Parasram Arora

गम का दरिया

12 Love

White बहुत समझदार हो गए हैं आजकल के लोग...! रिश्ता वही तक रखते हैं...! जहां तक उनका मतलब होता है...! ©Anamika Raj

#Bhakti  White बहुत समझदार हो गए हैं 
आजकल के लोग...!
रिश्ता वही तक रखते हैं...! 
जहां तक उनका मतलब होता है...!

©Anamika Raj

बहुत समझदार हो गए है लोग..

17 Love

#मोटिवेशनल  White आपके  जुदाई में ऐसा लगता है जिंदगी विराना सा हो गया है।
आपके यादों के गम में हमारे रातों की नींद दिन की चैन उड़ गया है।।

©Ghanshyam Ratre

जुदाई के गम

90 View

हाथ में मेंहदी पांव महावार मांग सजाना कुमकुम को। उसके साथ तो पड़ेगा जाना जो घोड़ीचढ़ लेने आयेगा तुमको। रुखसत होकर तुम मुझसे साजन के घर जाओगी। पर मुझको तुम भूल ना जाना पाकर अपने प्रीतम को। ©Kulwant singh

#कविता #रुखसत  हाथ में मेंहदी पांव महावार
मांग सजाना कुमकुम को।
उसके साथ तो पड़ेगा जाना 
जो घोड़ीचढ़ लेने आयेगा तुमको।
रुखसत होकर तुम मुझसे
साजन के घर जाओगी।
पर मुझको तुम भूल ना जाना
पाकर अपने प्रीतम को।

©Kulwant singh

#रुखसत ए गम

15 Love

White आदमी की जिंदगी दरिया भी है सहरा भी है लेकिन कोहरा गम का दोनों पर बराबर गिरता है ©Parasram Arora

 White आदमी की जिंदगी 
दरिया भी है 
सहरा भी है 

लेकिन कोहरा गम का 
दोनों पर  बराबर  गिरता है

©Parasram Arora

गम का कोहरा

17 Love

पहाड़ों से निकली एक धारा खास, सपनों से भरी, एक नई तलाश। पत्थरों से टकराई, राह बनाई, हर दर्द को हँसी में समेट लाई।। हर ठोकर को उसने गले लगाया, रुकना उसकी किस्मत में नहीं था। दर्द से उसने अपना राग बनाया, सच में, वो कभी थमा नहीं था।। जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई, उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।। सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा, उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा। नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ, पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।। फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई, सागर के आँचल में हर याद बस गई। ©नवनीत ठाकुर

#कविता  पहाड़ों से निकली एक धारा खास,
सपनों से भरी, एक नई तलाश।
पत्थरों से टकराई, राह बनाई,
हर दर्द को हँसी में समेट लाई।।
हर ठोकर को उसने गले लगाया,
रुकना उसकी किस्मत में नहीं था।
दर्द से उसने अपना राग बनाया,
सच में, वो कभी थमा नहीं था।।
जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई,
उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।।
सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा,
उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा।
नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ,
पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।।
फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई,
सागर के आँचल में हर याद बस गई।

©नवनीत ठाकुर

फना हो कर भी अमर हो गए

14 Love

White संजीदा होने के बावजूद वो हँसी बिखेरने की कोशिश कर रहा हैँ लगता हैँ उसके भीतर कही. गम का कोई दरिया न बह रहा हो ©Parasram Arora

#कविता  White संजीदा होने के बावजूद 
वो हँसी  बिखेरने 
की कोशिश कर रहा हैँ 

लगता हैँ 
उसके भीतर कही. 
गम का कोई दरिया 
न बह रहा हो

©Parasram Arora

गम का दरिया

12 Love

White बहुत समझदार हो गए हैं आजकल के लोग...! रिश्ता वही तक रखते हैं...! जहां तक उनका मतलब होता है...! ©Anamika Raj

#Bhakti  White बहुत समझदार हो गए हैं 
आजकल के लोग...!
रिश्ता वही तक रखते हैं...! 
जहां तक उनका मतलब होता है...!

©Anamika Raj

बहुत समझदार हो गए है लोग..

17 Love

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