tags

New डरे तो का मीनिंग Status, Photo, Video

Find the latest Status about डरे तो का मीनिंग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about डरे तो का मीनिंग.

  • Latest
  • Popular
  • Video

White शुरुआत में तो सब अपने लगते हैं मसला तो अंत तक का है!❣️ ©Anamika Raj

#Quotes  White शुरुआत में तो सब अपने लगते हैं 
मसला तो अंत तक का है!❣️

©Anamika Raj

शुरुआत में तो सब अपने लगते हैं मसला तो अंत तक का है!❣️

22 Love

पल्लव की डायरी हर युग मे चलन व्यवस्था का बदला है कभी समाजिक व्यवस्था का चलन कभी पंचायते न्याय करती थी राजा रजवाड़े सब आये और गये मगर नैतिकता मूल रूप से सर्वोपरि रहती थी अब लोकतंत्र और संसदीय परम्परा है प्रतिनिधि सब जनता के होते है नीयत और सेवा का भाव हो तो कोई भी व्यवस्था सफल हो सकती है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#कविता #Likho  पल्लव की डायरी
हर युग मे चलन व्यवस्था का बदला है
कभी समाजिक व्यवस्था का चलन
कभी पंचायते न्याय करती थी
राजा रजवाड़े सब आये और गये
मगर नैतिकता मूल रूप से सर्वोपरि रहती थी
अब लोकतंत्र और संसदीय परम्परा है
प्रतिनिधि सब जनता के होते है
नीयत और सेवा का भाव हो तो
कोई भी व्यवस्था सफल हो सकती है
                                      प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#Likho नीयत और सेवा का भाव हो तो

23 Love

"सारा मशला आराम का हैं नहीं है, तो सबकुछ चाहिए है तो, कुछ भी नहीं.

90 View

हर दर्द का हिसाब नहीं, सवाल भी तो है, हर आंसू के पीछे छुपा ख्याल भी तो है। गुज़र जाएगा अंधेरों का ये सफर, हर ठहरी हुई रात में चांद का हाल भी तो है। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  हर दर्द का हिसाब नहीं, सवाल भी तो है,
हर आंसू के पीछे छुपा ख्याल भी तो है।
गुज़र जाएगा अंधेरों का ये सफर,
हर ठहरी हुई रात में चांद का हाल भी तो है।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर हर दर्द का हिसाब नहीं, सवाल भी तो है, हर आंसू के पीछे छुपा ख्याल भी तो है। गुज़र जाएगा अंधेरों का ये सफर, हर ठहरी हुई रात में च

10 Love

White शुरुआत में तो सब अपने लगते हैं मसला तो अंत तक का है!❣️ ©Anamika Raj

#Quotes  White शुरुआत में तो सब अपने लगते हैं 
मसला तो अंत तक का है!❣️

©Anamika Raj

शुरुआत में तो सब अपने लगते हैं मसला तो अंत तक का है!❣️

22 Love

पल्लव की डायरी हर युग मे चलन व्यवस्था का बदला है कभी समाजिक व्यवस्था का चलन कभी पंचायते न्याय करती थी राजा रजवाड़े सब आये और गये मगर नैतिकता मूल रूप से सर्वोपरि रहती थी अब लोकतंत्र और संसदीय परम्परा है प्रतिनिधि सब जनता के होते है नीयत और सेवा का भाव हो तो कोई भी व्यवस्था सफल हो सकती है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#कविता #Likho  पल्लव की डायरी
हर युग मे चलन व्यवस्था का बदला है
कभी समाजिक व्यवस्था का चलन
कभी पंचायते न्याय करती थी
राजा रजवाड़े सब आये और गये
मगर नैतिकता मूल रूप से सर्वोपरि रहती थी
अब लोकतंत्र और संसदीय परम्परा है
प्रतिनिधि सब जनता के होते है
नीयत और सेवा का भाव हो तो
कोई भी व्यवस्था सफल हो सकती है
                                      प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#Likho नीयत और सेवा का भाव हो तो

23 Love

"सारा मशला आराम का हैं नहीं है, तो सबकुछ चाहिए है तो, कुछ भी नहीं.

90 View

हर दर्द का हिसाब नहीं, सवाल भी तो है, हर आंसू के पीछे छुपा ख्याल भी तो है। गुज़र जाएगा अंधेरों का ये सफर, हर ठहरी हुई रात में चांद का हाल भी तो है। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  हर दर्द का हिसाब नहीं, सवाल भी तो है,
हर आंसू के पीछे छुपा ख्याल भी तो है।
गुज़र जाएगा अंधेरों का ये सफर,
हर ठहरी हुई रात में चांद का हाल भी तो है।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर हर दर्द का हिसाब नहीं, सवाल भी तो है, हर आंसू के पीछे छुपा ख्याल भी तो है। गुज़र जाएगा अंधेरों का ये सफर, हर ठहरी हुई रात में च

10 Love

Trending Topic