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New क्यूँ मैं जागूँ Status, Photo, Video

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White मैं जब मैं 'मैं'लिखूं तो समझना बात हम सबकी हैं उस मैं में छिपी हैं अनगिनत किस्से जिसे मैं समझता हूँ अपना उस मैं की वेदना को धारण कर स्वयं मैं अनुभूति पाता हूँ तब जाकर किसी के किस्से-कहानियों को शब्दों में पिरो पाता हूँ हर बार 'मैं' में मैं स्वयं नही प्रीत हो या वेदना मिलन हो बिछड़न मनुष्यता के नाते हम सब मे होती है अनुभूतियां अनुभूतियां जो जोड़ती हैं एक -दूसरे को जो मैं में,हम में, हमसब में हैं कोई एक मैं में अनेको का मैं हैं पर हर मैं स्वयं को शब्दों में नही पिरो पाता है फिर कोई मैं खड़ा हो शोषण ,उत्पीड़न,अत्याचार, नारी उत्पीड़न, बलात्कार, गरीबी-कुपोषण, बेरोजगारी,महंगाई और अन्याय को लिख हम सबकी मैं लिख जाता हैं। ©Arun kr.

#विचार #मैं  White               मैं
जब मैं 'मैं'लिखूं तो समझना
बात हम सबकी हैं
उस मैं में छिपी हैं अनगिनत किस्से
जिसे मैं समझता हूँ अपना
उस मैं की वेदना को धारण कर
स्वयं मैं अनुभूति पाता हूँ
तब जाकर किसी के किस्से-कहानियों को शब्दों में पिरो पाता हूँ
हर बार 'मैं' में मैं स्वयं नही
प्रीत हो या वेदना
मिलन हो  बिछड़न
मनुष्यता के नाते हम सब मे होती है अनुभूतियां
अनुभूतियां जो जोड़ती हैं एक -दूसरे को
जो मैं में,हम में, हमसब में हैं
कोई एक मैं में अनेको का मैं हैं
पर हर मैं स्वयं को शब्दों में नही पिरो पाता है
फिर कोई मैं खड़ा हो शोषण ,उत्पीड़न,अत्याचार, नारी उत्पीड़न, बलात्कार, गरीबी-कुपोषण, बेरोजगारी,महंगाई और अन्याय को लिख 
हम सबकी मैं लिख जाता हैं।

©Arun kr.

#मैं

16 Love

पाँव में पाज़ेब है या ज़ंजीर उसकी, वो मुझसे मिलने क्यूँ नहीं आती। राह तकता हूँ मैं हर शब बेचैनी से, कमबख़्त ख़्वाबों में भी नहीं आती। अनंत ©Anant Nag Chandan

 पाँव में पाज़ेब है या ज़ंजीर उसकी,
वो मुझसे मिलने क्यूँ नहीं आती।

राह तकता हूँ मैं हर शब बेचैनी से,
कमबख़्त ख़्वाबों में भी नहीं आती।

अनंत

©Anant Nag Chandan

पाँव में पाज़ेब है या ज़ंजीर उसकी, वो मुझसे मिलने क्यूँ नहीं आती। राह तकता हूँ मैं हर शब बेचैनी से, कमबख़्त ख़्वाबों में भी नहीं आती।

14 Love

White तुझे लिखना ही मेरा काम क्यूँ है तेरा याद आना ही इलहाम क्यूँ है जुलाई में अगर टूटा था ये दिल तो फिर ये #फरवरी बदनाम क्यूँ है कभी नफ़रत को भी सूली चढ़ाओ मुहब्बत का ही क़त्ल ए आम क्यूँ है हर इक इंसान को चाहत है इसकी फिर उलफ़त इस क़दर बे दाम क्यूँ है जुदाई बेवफ़ाई और आँसू मुहब्बत का यहीं अंजाम क्यूँ है तड़पना और रोना शेर लिखना यहीं सब इश्क़ का इनआम क्यूँ है ... ©dilkibaatwithamit

#शायरी #फरवरी #love_shayari  White तुझे लिखना ही मेरा काम क्यूँ है
तेरा याद आना ही इलहाम क्यूँ है

जुलाई में अगर टूटा था ये दिल 
तो फिर ये #फरवरी बदनाम क्यूँ है

कभी नफ़रत को भी सूली चढ़ाओ 
मुहब्बत का ही क़त्ल ए आम क्यूँ है

हर इक इंसान को चाहत है इसकी 
फिर उलफ़त इस क़दर बे दाम क्यूँ है

जुदाई बेवफ़ाई और आँसू
मुहब्बत का यहीं अंजाम क्यूँ है

तड़पना और रोना शेर लिखना 
यहीं सब इश्क़ का इनआम क्यूँ है
...

©dilkibaatwithamit

तुझे लिखना ही मेरा काम क्यूँ है तेरा याद आना ही इलहाम क्यूँ है जुलाई में अगर टूटा था ये दिल तो फिर ये #फरवरी बदनाम क्यूँ है कभी नफ़रत को

13 Love

Autumn इश्क - इश्क सी लड़की Miss Hada..🌺🌺 ************************* इस डिजिटल युग में साहित्य से प्रेम करने वाली मैं, इंस्टाग्राम के जमाने में कविताएं लिखने वालीं मैं, वेस्टर्न के जमाने में बिल्कुल सलवार सूट जैसी मैं, New गानों से कोसों दूर भागने वालीं मैं हमेशा सदाबहार गाने सुनने वाली मैं, न कोई Message न कोई Video call मुझे पसंद है Face to Face बातें करना , मुझे आता नहीं बातें बनाना मुझे तो बस अब स्वयं को है जानना , आता नहीं मुझे कोई षड्यंत्र मैं तो चाहती हूं बस अब स्वयं पर नियंत्रण, मैं हर परिस्थिति में भी पन्नों पर प्रेम बिखेरना चाहती हूं मैं अपने व्यक्तित्व को शब्दों से निखारना चाहती हूं, हां मैं स्वयं से इश्क करना चाहती हूं...🌺 ©Sanjana Hada

#कविता #autumn  Autumn इश्क - इश्क सी लड़की 
             Miss Hada..🌺🌺
*************************

इस डिजिटल युग में
साहित्य से प्रेम करने वाली मैं,

इंस्टाग्राम के जमाने में 
कविताएं लिखने वालीं मैं,

वेस्टर्न के जमाने में 
बिल्कुल सलवार सूट जैसी मैं,

New गानों से कोसों दूर भागने वालीं मैं 
हमेशा सदाबहार गाने सुनने वाली मैं,

न कोई Message न कोई Video call 
मुझे पसंद है Face to Face बातें करना ,

मुझे आता नहीं बातें बनाना 
मुझे तो बस अब स्वयं को है जानना ,

आता नहीं मुझे कोई षड्यंत्र 
मैं तो चाहती हूं बस अब स्वयं पर नियंत्रण,

मैं हर परिस्थिति में भी 
पन्नों पर प्रेम बिखेरना चाहती हूं 
मैं अपने व्यक्तित्व को 
शब्दों से निखारना चाहती हूं,

हां मैं स्वयं से इश्क करना चाहती हूं...🌺

©Sanjana  Hada

#autumn मैं

14 Love

White बातें सब की सुन लेता हूँ मैं ख़ामोशी से करते जाना अपने दिल की मेरी आदत है काँटों से उलझाना दामन है शौक मेरा . दिल मे दर्द पराया बसाना मेरी फ़ितरत है….!!! ©हिमांशु Kulshreshtha

 White बातें सब की
सुन लेता हूँ
मैं ख़ामोशी से
करते जाना अपने दिल की
मेरी आदत है
काँटों से उलझाना दामन
है शौक मेरा .
दिल मे दर्द पराया
बसाना मेरी फ़ितरत है….!!!

©हिमांशु Kulshreshtha

मैं...

18 Love

#Quotes  White अब ना ही करो इंतजार मेरा
क्योंकि था तुम्हारा ,
पर अब नहीं।।

©kevat pk

मैं

108 View

White मैं जब मैं 'मैं'लिखूं तो समझना बात हम सबकी हैं उस मैं में छिपी हैं अनगिनत किस्से जिसे मैं समझता हूँ अपना उस मैं की वेदना को धारण कर स्वयं मैं अनुभूति पाता हूँ तब जाकर किसी के किस्से-कहानियों को शब्दों में पिरो पाता हूँ हर बार 'मैं' में मैं स्वयं नही प्रीत हो या वेदना मिलन हो बिछड़न मनुष्यता के नाते हम सब मे होती है अनुभूतियां अनुभूतियां जो जोड़ती हैं एक -दूसरे को जो मैं में,हम में, हमसब में हैं कोई एक मैं में अनेको का मैं हैं पर हर मैं स्वयं को शब्दों में नही पिरो पाता है फिर कोई मैं खड़ा हो शोषण ,उत्पीड़न,अत्याचार, नारी उत्पीड़न, बलात्कार, गरीबी-कुपोषण, बेरोजगारी,महंगाई और अन्याय को लिख हम सबकी मैं लिख जाता हैं। ©Arun kr.

#विचार #मैं  White               मैं
जब मैं 'मैं'लिखूं तो समझना
बात हम सबकी हैं
उस मैं में छिपी हैं अनगिनत किस्से
जिसे मैं समझता हूँ अपना
उस मैं की वेदना को धारण कर
स्वयं मैं अनुभूति पाता हूँ
तब जाकर किसी के किस्से-कहानियों को शब्दों में पिरो पाता हूँ
हर बार 'मैं' में मैं स्वयं नही
प्रीत हो या वेदना
मिलन हो  बिछड़न
मनुष्यता के नाते हम सब मे होती है अनुभूतियां
अनुभूतियां जो जोड़ती हैं एक -दूसरे को
जो मैं में,हम में, हमसब में हैं
कोई एक मैं में अनेको का मैं हैं
पर हर मैं स्वयं को शब्दों में नही पिरो पाता है
फिर कोई मैं खड़ा हो शोषण ,उत्पीड़न,अत्याचार, नारी उत्पीड़न, बलात्कार, गरीबी-कुपोषण, बेरोजगारी,महंगाई और अन्याय को लिख 
हम सबकी मैं लिख जाता हैं।

©Arun kr.

#मैं

16 Love

पाँव में पाज़ेब है या ज़ंजीर उसकी, वो मुझसे मिलने क्यूँ नहीं आती। राह तकता हूँ मैं हर शब बेचैनी से, कमबख़्त ख़्वाबों में भी नहीं आती। अनंत ©Anant Nag Chandan

 पाँव में पाज़ेब है या ज़ंजीर उसकी,
वो मुझसे मिलने क्यूँ नहीं आती।

राह तकता हूँ मैं हर शब बेचैनी से,
कमबख़्त ख़्वाबों में भी नहीं आती।

अनंत

©Anant Nag Chandan

पाँव में पाज़ेब है या ज़ंजीर उसकी, वो मुझसे मिलने क्यूँ नहीं आती। राह तकता हूँ मैं हर शब बेचैनी से, कमबख़्त ख़्वाबों में भी नहीं आती।

14 Love

White तुझे लिखना ही मेरा काम क्यूँ है तेरा याद आना ही इलहाम क्यूँ है जुलाई में अगर टूटा था ये दिल तो फिर ये #फरवरी बदनाम क्यूँ है कभी नफ़रत को भी सूली चढ़ाओ मुहब्बत का ही क़त्ल ए आम क्यूँ है हर इक इंसान को चाहत है इसकी फिर उलफ़त इस क़दर बे दाम क्यूँ है जुदाई बेवफ़ाई और आँसू मुहब्बत का यहीं अंजाम क्यूँ है तड़पना और रोना शेर लिखना यहीं सब इश्क़ का इनआम क्यूँ है ... ©dilkibaatwithamit

#शायरी #फरवरी #love_shayari  White तुझे लिखना ही मेरा काम क्यूँ है
तेरा याद आना ही इलहाम क्यूँ है

जुलाई में अगर टूटा था ये दिल 
तो फिर ये #फरवरी बदनाम क्यूँ है

कभी नफ़रत को भी सूली चढ़ाओ 
मुहब्बत का ही क़त्ल ए आम क्यूँ है

हर इक इंसान को चाहत है इसकी 
फिर उलफ़त इस क़दर बे दाम क्यूँ है

जुदाई बेवफ़ाई और आँसू
मुहब्बत का यहीं अंजाम क्यूँ है

तड़पना और रोना शेर लिखना 
यहीं सब इश्क़ का इनआम क्यूँ है
...

©dilkibaatwithamit

तुझे लिखना ही मेरा काम क्यूँ है तेरा याद आना ही इलहाम क्यूँ है जुलाई में अगर टूटा था ये दिल तो फिर ये #फरवरी बदनाम क्यूँ है कभी नफ़रत को

13 Love

Autumn इश्क - इश्क सी लड़की Miss Hada..🌺🌺 ************************* इस डिजिटल युग में साहित्य से प्रेम करने वाली मैं, इंस्टाग्राम के जमाने में कविताएं लिखने वालीं मैं, वेस्टर्न के जमाने में बिल्कुल सलवार सूट जैसी मैं, New गानों से कोसों दूर भागने वालीं मैं हमेशा सदाबहार गाने सुनने वाली मैं, न कोई Message न कोई Video call मुझे पसंद है Face to Face बातें करना , मुझे आता नहीं बातें बनाना मुझे तो बस अब स्वयं को है जानना , आता नहीं मुझे कोई षड्यंत्र मैं तो चाहती हूं बस अब स्वयं पर नियंत्रण, मैं हर परिस्थिति में भी पन्नों पर प्रेम बिखेरना चाहती हूं मैं अपने व्यक्तित्व को शब्दों से निखारना चाहती हूं, हां मैं स्वयं से इश्क करना चाहती हूं...🌺 ©Sanjana Hada

#कविता #autumn  Autumn इश्क - इश्क सी लड़की 
             Miss Hada..🌺🌺
*************************

इस डिजिटल युग में
साहित्य से प्रेम करने वाली मैं,

इंस्टाग्राम के जमाने में 
कविताएं लिखने वालीं मैं,

वेस्टर्न के जमाने में 
बिल्कुल सलवार सूट जैसी मैं,

New गानों से कोसों दूर भागने वालीं मैं 
हमेशा सदाबहार गाने सुनने वाली मैं,

न कोई Message न कोई Video call 
मुझे पसंद है Face to Face बातें करना ,

मुझे आता नहीं बातें बनाना 
मुझे तो बस अब स्वयं को है जानना ,

आता नहीं मुझे कोई षड्यंत्र 
मैं तो चाहती हूं बस अब स्वयं पर नियंत्रण,

मैं हर परिस्थिति में भी 
पन्नों पर प्रेम बिखेरना चाहती हूं 
मैं अपने व्यक्तित्व को 
शब्दों से निखारना चाहती हूं,

हां मैं स्वयं से इश्क करना चाहती हूं...🌺

©Sanjana  Hada

#autumn मैं

14 Love

White बातें सब की सुन लेता हूँ मैं ख़ामोशी से करते जाना अपने दिल की मेरी आदत है काँटों से उलझाना दामन है शौक मेरा . दिल मे दर्द पराया बसाना मेरी फ़ितरत है….!!! ©हिमांशु Kulshreshtha

 White बातें सब की
सुन लेता हूँ
मैं ख़ामोशी से
करते जाना अपने दिल की
मेरी आदत है
काँटों से उलझाना दामन
है शौक मेरा .
दिल मे दर्द पराया
बसाना मेरी फ़ितरत है….!!!

©हिमांशु Kulshreshtha

मैं...

18 Love

#Quotes  White अब ना ही करो इंतजार मेरा
क्योंकि था तुम्हारा ,
पर अब नहीं।।

©kevat pk

मैं

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