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New मैं भटकता एक बादल हूं Status, Photo, Video

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एक उलझी हुई किरदार हूं मैं, शायद खुद की ही गुनाहगार हूं मैं। मुद्दतों से ढूंढती हूं खुद को, हर लम्हा एक नए सवाल की बौछार हूं मैं। जिंदगी के इस उलझन भरे सफर में, खुद से कभी दूर, कभी पासगार हूं मैं। आशा की किरणें हैं बिखरी हुई, फिर भी गहरे अंधेरों की साजगार हूं मैं। खुशियों की परतों के नीचे छिपा दर्द, हर हंसी में छुपा एक गहरा राज हूं मैं। सोचती हूं, क्या सच्चाई है मेरी? क्या सिर्फ एक कहानी की किरदार हूं मैं? एक उलझी हुई किरदार हूं मैं, शायद खुद की ही गुनाहगार हूं मै। ©Shivkumar barman

#गुनाहगार #खुशियों #अंधेरों #किरदार #सच्चाई #ढूंढती  एक उलझी हुई किरदार हूं मैं,
शायद खुद की ही गुनाहगार हूं मैं।
मुद्दतों से ढूंढती हूं खुद को,
हर लम्हा एक नए सवाल की बौछार हूं मैं।

जिंदगी के इस उलझन भरे सफर में,
खुद से कभी दूर, कभी पासगार हूं मैं।
आशा की किरणें हैं बिखरी हुई,
फिर भी गहरे अंधेरों की साजगार हूं मैं।

खुशियों की परतों के नीचे छिपा दर्द,
हर हंसी में छुपा एक गहरा राज हूं मैं।
सोचती हूं, क्या सच्चाई है मेरी?
क्या सिर्फ एक कहानी की किरदार हूं मैं?

एक उलझी हुई किरदार हूं मैं,
शायद खुद की ही गुनाहगार हूं मै।

©Shivkumar barman

एक उलझी हुई #किरदार हूं मैं, शायद खुद की ही #गुनाहगार हूं मैं। मुद्दतों से #ढूंढती हूं खुद को, हर लम्हा एक नए #सवाल की बौछार हूं मैं। ज

14 Love

#विचार   मैं कसम खाती हूँ की  मैं कसम खाती हूं कि मैं आपके अकेलेपन में साथी, दुःख में हमसफर और महत्वपूर्ण समय में जब आपको मेरी जरूरत हो तो जीवनसाथी बनके अपने कर्तव्य को पूरा करूंगी।

©Satish Kumar Meena

मैं कसम खाती हूं

135 View

White अकेला हूं मैं... इस भीड़ में भी अकेला तन्हा हूं मैं, मालूम नहीं मगर क्यों अपनों की महफिल अब अच्छी नहीं लगती! चेहरे तो सभी अपने हैँ और मुस्कुराता हुआ, मगर उन चेहरे के पीछे कोई अनजान छुपा हैँ! जब तक जेबे भड़ी थी तब तक, अपनों का डेरा खूब लगा हुआ था! आज जेब जिस तरह से गायब हुई, मालूम नहीं सब कहां ख़ो गए! Written By-ABi Aman. ©Poetry-Meri Diary Se

#good_night  White अकेला हूं मैं...
इस भीड़ में भी अकेला तन्हा हूं मैं,
मालूम नहीं मगर क्यों अपनों की महफिल अब अच्छी नहीं लगती!
चेहरे तो सभी अपने हैँ और मुस्कुराता हुआ,
मगर उन चेहरे के पीछे कोई अनजान छुपा हैँ!
जब तक जेबे भड़ी थी तब तक,
अपनों का डेरा खूब लगा हुआ था!
आज जेब जिस तरह से गायब हुई,
मालूम नहीं सब कहां ख़ो गए!
Written By-ABi Aman.

©Poetry-Meri Diary Se

#good_night अकेला हूं मैं@#

13 Love

रोते रोते कब तक मुस्कुराऊंगी कब में रातों में सुरक्षित रास्तों पर चल पाऊंगी। कब अपने हक के लिए अपने घर में बोल पाऊंगी। मैं भी इंसान हूं कब तक दुनिया को समझा पाऊंगी। ©Saddam

#विचार  रोते रोते कब तक मुस्कुराऊंगी 
कब में रातों में सुरक्षित रास्तों पर चल पाऊंगी।
कब अपने हक के लिए अपने घर में बोल पाऊंगी। मैं भी इंसान हूं 
कब तक दुनिया को समझा पाऊंगी।

©Saddam

मैं भी इंसान हूं

13 Love

#शायरी #love_shayari #sknaimali  White मेरी जिंदगी बस जिंदगी है इसमें मैं कहा हूं, येजो में अपनी बात करता हूं इसमें मैं कहां हूं,  मैं कोन हूं मैं कहा हूं ,बस अगर मैं हूं तो सुकून से जीना चाहता हूं।

©SK Naim Ali

मैं कोन हूं मैं कहां हूं।#love_shayari #sknaimali 'दर्द भरी शायरी'

90 View

White नारी हूं मैं...... जननी मैं, जीवन भी मैं, करूणा का सागर भी मैं, माना जज्बातों पर जोर नहीं, मगर सशक्त हूं तलवार हूं मैं। हा नारी हूं मैं कमज़ोर नहीं मैं। दर्पण मैं और अक्स भी मैं, झुक जाऊं ऐसी डाल नहीं मैं, स्वाभिमान मुझे है प्यारा, आंखो का हूं में तारा। ऐसा कोई शख्स नहीं, जो टूट कर बिखर जाऊं मैं। हा नारी हूं मै आत्मनिर्भर भी हूं मैं। समझना ना मुझको अधूरी, मैं तो हूं खुद में पूरी, साथ अगर जो चलना हो तो, हाथ तभी तुम थामना, पीछे हटना मुझे नहीं गवारा, एक बार पकड़ा हाथ जो। हा नारी हूं मैं अकेली नहीं। ©Heer

#women_equality_day #नारी  White 
नारी हूं मैं......

जननी मैं, जीवन भी मैं, करूणा का सागर भी मैं,
माना जज्बातों पर जोर नहीं, मगर सशक्त हूं तलवार हूं मैं। 
हा नारी हूं मैं कमज़ोर नहीं मैं।

दर्पण मैं और अक्स भी मैं, झुक जाऊं ऐसी डाल नहीं मैं,
स्वाभिमान मुझे है प्यारा, आंखो का हूं में तारा। 
ऐसा कोई शख्स नहीं, जो टूट कर बिखर जाऊं मैं। 
हा नारी हूं मै आत्मनिर्भर भी हूं मैं। 

समझना ना मुझको अधूरी, मैं तो हूं खुद में पूरी, 
साथ अगर जो चलना हो तो, हाथ तभी तुम थामना,
पीछे हटना मुझे नहीं गवारा, एक बार पकड़ा हाथ जो। 
हा नारी हूं मैं अकेली नहीं।

©Heer

#women_equality_day #नारी हूं मैं

20 Love

एक उलझी हुई किरदार हूं मैं, शायद खुद की ही गुनाहगार हूं मैं। मुद्दतों से ढूंढती हूं खुद को, हर लम्हा एक नए सवाल की बौछार हूं मैं। जिंदगी के इस उलझन भरे सफर में, खुद से कभी दूर, कभी पासगार हूं मैं। आशा की किरणें हैं बिखरी हुई, फिर भी गहरे अंधेरों की साजगार हूं मैं। खुशियों की परतों के नीचे छिपा दर्द, हर हंसी में छुपा एक गहरा राज हूं मैं। सोचती हूं, क्या सच्चाई है मेरी? क्या सिर्फ एक कहानी की किरदार हूं मैं? एक उलझी हुई किरदार हूं मैं, शायद खुद की ही गुनाहगार हूं मै। ©Shivkumar barman

#गुनाहगार #खुशियों #अंधेरों #किरदार #सच्चाई #ढूंढती  एक उलझी हुई किरदार हूं मैं,
शायद खुद की ही गुनाहगार हूं मैं।
मुद्दतों से ढूंढती हूं खुद को,
हर लम्हा एक नए सवाल की बौछार हूं मैं।

जिंदगी के इस उलझन भरे सफर में,
खुद से कभी दूर, कभी पासगार हूं मैं।
आशा की किरणें हैं बिखरी हुई,
फिर भी गहरे अंधेरों की साजगार हूं मैं।

खुशियों की परतों के नीचे छिपा दर्द,
हर हंसी में छुपा एक गहरा राज हूं मैं।
सोचती हूं, क्या सच्चाई है मेरी?
क्या सिर्फ एक कहानी की किरदार हूं मैं?

एक उलझी हुई किरदार हूं मैं,
शायद खुद की ही गुनाहगार हूं मै।

©Shivkumar barman

एक उलझी हुई #किरदार हूं मैं, शायद खुद की ही #गुनाहगार हूं मैं। मुद्दतों से #ढूंढती हूं खुद को, हर लम्हा एक नए #सवाल की बौछार हूं मैं। ज

14 Love

#विचार   मैं कसम खाती हूँ की  मैं कसम खाती हूं कि मैं आपके अकेलेपन में साथी, दुःख में हमसफर और महत्वपूर्ण समय में जब आपको मेरी जरूरत हो तो जीवनसाथी बनके अपने कर्तव्य को पूरा करूंगी।

©Satish Kumar Meena

मैं कसम खाती हूं

135 View

White अकेला हूं मैं... इस भीड़ में भी अकेला तन्हा हूं मैं, मालूम नहीं मगर क्यों अपनों की महफिल अब अच्छी नहीं लगती! चेहरे तो सभी अपने हैँ और मुस्कुराता हुआ, मगर उन चेहरे के पीछे कोई अनजान छुपा हैँ! जब तक जेबे भड़ी थी तब तक, अपनों का डेरा खूब लगा हुआ था! आज जेब जिस तरह से गायब हुई, मालूम नहीं सब कहां ख़ो गए! Written By-ABi Aman. ©Poetry-Meri Diary Se

#good_night  White अकेला हूं मैं...
इस भीड़ में भी अकेला तन्हा हूं मैं,
मालूम नहीं मगर क्यों अपनों की महफिल अब अच्छी नहीं लगती!
चेहरे तो सभी अपने हैँ और मुस्कुराता हुआ,
मगर उन चेहरे के पीछे कोई अनजान छुपा हैँ!
जब तक जेबे भड़ी थी तब तक,
अपनों का डेरा खूब लगा हुआ था!
आज जेब जिस तरह से गायब हुई,
मालूम नहीं सब कहां ख़ो गए!
Written By-ABi Aman.

©Poetry-Meri Diary Se

#good_night अकेला हूं मैं@#

13 Love

रोते रोते कब तक मुस्कुराऊंगी कब में रातों में सुरक्षित रास्तों पर चल पाऊंगी। कब अपने हक के लिए अपने घर में बोल पाऊंगी। मैं भी इंसान हूं कब तक दुनिया को समझा पाऊंगी। ©Saddam

#विचार  रोते रोते कब तक मुस्कुराऊंगी 
कब में रातों में सुरक्षित रास्तों पर चल पाऊंगी।
कब अपने हक के लिए अपने घर में बोल पाऊंगी। मैं भी इंसान हूं 
कब तक दुनिया को समझा पाऊंगी।

©Saddam

मैं भी इंसान हूं

13 Love

#शायरी #love_shayari #sknaimali  White मेरी जिंदगी बस जिंदगी है इसमें मैं कहा हूं, येजो में अपनी बात करता हूं इसमें मैं कहां हूं,  मैं कोन हूं मैं कहा हूं ,बस अगर मैं हूं तो सुकून से जीना चाहता हूं।

©SK Naim Ali

मैं कोन हूं मैं कहां हूं।#love_shayari #sknaimali 'दर्द भरी शायरी'

90 View

White नारी हूं मैं...... जननी मैं, जीवन भी मैं, करूणा का सागर भी मैं, माना जज्बातों पर जोर नहीं, मगर सशक्त हूं तलवार हूं मैं। हा नारी हूं मैं कमज़ोर नहीं मैं। दर्पण मैं और अक्स भी मैं, झुक जाऊं ऐसी डाल नहीं मैं, स्वाभिमान मुझे है प्यारा, आंखो का हूं में तारा। ऐसा कोई शख्स नहीं, जो टूट कर बिखर जाऊं मैं। हा नारी हूं मै आत्मनिर्भर भी हूं मैं। समझना ना मुझको अधूरी, मैं तो हूं खुद में पूरी, साथ अगर जो चलना हो तो, हाथ तभी तुम थामना, पीछे हटना मुझे नहीं गवारा, एक बार पकड़ा हाथ जो। हा नारी हूं मैं अकेली नहीं। ©Heer

#women_equality_day #नारी  White 
नारी हूं मैं......

जननी मैं, जीवन भी मैं, करूणा का सागर भी मैं,
माना जज्बातों पर जोर नहीं, मगर सशक्त हूं तलवार हूं मैं। 
हा नारी हूं मैं कमज़ोर नहीं मैं।

दर्पण मैं और अक्स भी मैं, झुक जाऊं ऐसी डाल नहीं मैं,
स्वाभिमान मुझे है प्यारा, आंखो का हूं में तारा। 
ऐसा कोई शख्स नहीं, जो टूट कर बिखर जाऊं मैं। 
हा नारी हूं मै आत्मनिर्भर भी हूं मैं। 

समझना ना मुझको अधूरी, मैं तो हूं खुद में पूरी, 
साथ अगर जो चलना हो तो, हाथ तभी तुम थामना,
पीछे हटना मुझे नहीं गवारा, एक बार पकड़ा हाथ जो। 
हा नारी हूं मैं अकेली नहीं।

©Heer

#women_equality_day #नारी हूं मैं

20 Love

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