Sign in
tags

New दादी अम्मा पोएट्री Status, Photo, Video

Find the latest Status about दादी अम्मा पोएट्री from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about दादी अम्मा पोएट्री.

  • Latest
  • Popular
  • Video

पल्लव की डायरी हँसी खुशी और खेलकूद से मस्ती में हम सब जीते थे बे परवाह होकर जिम्मेदारी से बचते फेमली में आनन्द से रहते थे दादा दादी ताऊ चाचा सब के चेहते हम अपनी जिज्ञासा का समाधान करते थे जरूरत के समय पापा नही डिमांडे दादा दादी से पूरी करते थे नही डरे हम कही पर भी रौब फेमली के बल पर स्कूल और मोहल्लों में रखते थे मगर आज नैनो परिवार डर के साये में रहते है चिड़चिड़े मन बच्चों के रहते दब्बू पन में जीते है घर से बहार निकले नही माँ बाप चिंताओं में रहते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#Internationalfamilyday #कविता  पल्लव की डायरी
हँसी खुशी और खेलकूद से
मस्ती में हम सब जीते थे
बे परवाह होकर जिम्मेदारी से बचते
फेमली में आनन्द से रहते थे
दादा दादी ताऊ चाचा सब के चेहते हम
अपनी जिज्ञासा का समाधान करते थे
जरूरत के समय पापा नही
डिमांडे दादा दादी से पूरी करते थे
नही डरे हम कही पर भी
रौब फेमली के बल पर 
स्कूल और मोहल्लों में रखते थे
मगर आज नैनो परिवार डर के साये में रहते है
चिड़चिड़े मन बच्चों के रहते
दब्बू पन में जीते है
घर से बहार निकले नही
माँ बाप चिंताओं में रहते है
                                        प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#Internationalfamilyday दादा दादी सबके चेहते हम

19 Love

White भीख की तरह देते हैं वो समय हमको इससे अच्छा तो समय न ही दो, बताते हैं वो "व्यस्त" खुदको, इतनी सस्ती गोली तो यार न ही दो हम क्या हैं वो हमें है मालूम, तुम तो हमें हमारा परिचय न ही दो और हां, रहो मशग़ूल अपने ही शामियानों में तुम हमेशा, अब जो बचा है, उसे दोस्ती का नाम तो न ही दो! @theinsecurebeing ©The Insecure Being

#sad😔पोएट्री  White भीख की तरह देते हैं वो समय हमको
इससे अच्छा तो समय न ही दो,
बताते हैं वो "व्यस्त" खुदको,
इतनी सस्ती गोली तो यार न ही दो
हम क्या हैं वो हमें है मालूम,
तुम तो हमें हमारा परिचय न ही दो
और हां,
रहो मशग़ूल अपने ही शामियानों में तुम हमेशा,
अब जो बचा है, उसे दोस्ती का नाम तो न ही दो!





@theinsecurebeing

©The Insecure Being

व्यस्त #sad😔पोएट्री

13 Love

Grandparents say 24-01-2025 जो भूल चुके थे वो हमारा बचपन याद आया , दादी तेरे जाने के बाद अपना आँगन याद आया ! बहुएं तुम्हारी लड़ रहे हैं तुम्हारे अपने बेटों से ,, तुम्हारी लाश जली नहीं है और उन्हें कंगन याद आया..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya

#मिस #SAD  Grandparents say 24-01-2025

जो भूल चुके थे  वो हमारा  बचपन याद आया ,

दादी तेरे जाने के बाद अपना आँगन याद आया !

बहुएं  तुम्हारी  लड़ रहे  हैं तुम्हारे  अपने बेटों से ,,

तुम्हारी लाश जली नहीं है और उन्हें कंगन याद आया..!!

- अरुन आर्या

©- Arun Aarya

#मिस यु दादी

18 Love

White बस फर्क इतना था तुम्हारी और हमारी चाहत में हम तुम्हे प्यार समझते थे.. तुम हमे यार समझते थे... ©Voice of words

#पोएट्री #विचार #nojotohindi #sad_dp  White बस फर्क इतना था तुम्हारी और हमारी चाहत में 
हम तुम्हे प्यार समझते थे.. 
तुम हमे यार समझते थे...

©Voice of words

#sad_dp #Nojoto #nojotohindi #पोएट्री #poetry #Life

18 Love

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset " सरस्वती वंदना" :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: विद्यादायिनी, ज्ञान विषारद हम दिन बालक तुझको उच्चारत। ऋषि मुनि सभी तुझको उच्चारत। तेरे पुंजू चरण दर पे। हे मां सरस्वती, रख हाथ मेरे सरपे। हे मां शारदे, मेरा जीवन सफ़ल करदे।। शास्त्रों और विज्ञानों में, तू हैं वेद पुराणों में। महाभारत रामायण में भी, बसी हैं सबकी जुबानों में।। रूप तुम्हीं हो गुरुवर के हे मां सरस्वती......२ तू ही जननी श्रृष्टि हैं, ज्ञान बुद्धि प्रकृति हैं। पशु पक्षी सभी जीव चराचर, की तू मईया दृष्टि हैं।। दानव मानव सभी रंक राजा की, तू मईया दृष्टि हैं।। तेरे दर्शन को तरसे। हे मां सरस्वती........२ भाव भरी भवभूति मां, श्रद्धा प्रेम की भूखी मां। सुषमा सुकून मांगे रौशनी, करे बंदगी प्रार्थना।। विद्यार्थी को ज्ञान भर दें। मांगू आशीष प्रकाश वरदे हे मां सरस्वती...… स्वरचित:- प्रकाश विद्यार्थी भोजपुर बिहार ©Prakash Vidyarthi

#पोएट्री #thought_of_the_day #भक्ति #गीत #SunSet  a-person-standing-on-a-beach-at-sunset " सरस्वती वंदना"
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::


विद्यादायिनी,         ज्ञान विषारद 
हम दिन बालक तुझको उच्चारत।
ऋषि मुनि सभी तुझको उच्चारत।
तेरे पुंजू चरण दर पे।
हे मां सरस्वती,     रख हाथ मेरे सरपे।
हे मां शारदे, मेरा जीवन सफ़ल करदे।।

शास्त्रों और विज्ञानों में, तू हैं वेद पुराणों में।
महाभारत रामायण में भी, बसी हैं सबकी जुबानों में।।
रूप तुम्हीं हो गुरुवर के 
हे मां सरस्वती......२

तू ही जननी श्रृष्टि हैं,            ज्ञान बुद्धि प्रकृति हैं।
पशु पक्षी सभी जीव चराचर, की तू मईया दृष्टि हैं।।
दानव मानव सभी रंक राजा की, तू मईया दृष्टि हैं।।
तेरे दर्शन को तरसे।
हे मां सरस्वती........२

भाव भरी भवभूति मां, श्रद्धा प्रेम की भूखी मां।
सुषमा सुकून मांगे रौशनी, करे बंदगी प्रार्थना।।
विद्यार्थी को ज्ञान भर दें।
मांगू आशीष प्रकाश वरदे 
हे मां सरस्वती...…

स्वरचित:- प्रकाश विद्यार्थी भोजपुर बिहार

©Prakash Vidyarthi

Unsplash "मैने शादी करली" :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: बातों ही बातों में मैने आज शादी करली। सात फेरो के रस्मो को पूरा आजादी करली।। प्राकृतिक वातावरण में सज धज। खुला अम्बर सूर्य किरण जग मग।। मानो विवाह मंडप बना हो पर्वत। हरे भरे चौकोर पेड़ पौधें हरसत।। जल जीवन को सह साक्षी मानकर। सूर्य देव पक्षीयो को ईश्वर जानकर।। चले कदम से कदम मिलाकर। आगे पाक्षे पग चले डुलाकर।। ख़ुद से ही वैदिक मंत्रोच्चारण किए। रिवाजों के नियम को पालन किए।। वसन पट सूत का वरमाला बनाएं। मंगलसूत्र समझ कन्या को पहनाए।। हर्षित पुलकित दुल्हन बलखाए। देख विधि मन मंद मंद मुस्काए।। मिट्टी का लाल भाव सिन्दूर सुहाए। लाए माथ सुहागन बन ठन इठलाए।। धाय अन्ततः शुभ आशीष शरण को। कुर्सी स्नेहिल एक दूजे के छुए चरण को।। पति पत्नी अब बने सुन्दर जोड़ी। एक शिवा तो दूजा गौरा गुणी गोरी।। हुईं रात्रि विश्राम धाय दोनों धामा। बेला मिलन की आई सुहागरात रामा।। एकदम अनाड़ी दूल्हा दुल्हन बुद्धि विवेकी। ऑनलाइन हुआ प्रेम प्रदर्शन मिलन मुंह सेकी।। स्वरचित -: प्रकाश विद्यार्थी भोजपुर बिहार ©Prakash Vidyarthi

#पोएट्री #कविता #lovelife  Unsplash "मैने शादी करली"
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::

बातों ही बातों में मैने आज शादी करली।
सात फेरो के रस्मो को पूरा आजादी करली।।

प्राकृतिक वातावरण में सज धज।
खुला अम्बर सूर्य किरण जग मग।।

मानो विवाह मंडप बना हो पर्वत।
हरे भरे चौकोर पेड़ पौधें हरसत।।

जल जीवन को सह साक्षी मानकर।
सूर्य देव पक्षीयो को ईश्वर जानकर।।

चले कदम से कदम मिलाकर।
आगे पाक्षे पग चले डुलाकर।।

ख़ुद से ही वैदिक मंत्रोच्चारण किए।
रिवाजों के नियम को पालन किए।।

वसन पट सूत का वरमाला बनाएं।
मंगलसूत्र समझ कन्या को पहनाए।।

हर्षित पुलकित दुल्हन बलखाए।
देख विधि मन मंद मंद मुस्काए।।

मिट्टी का लाल भाव सिन्दूर सुहाए।
लाए माथ सुहागन बन ठन इठलाए।।

धाय अन्ततः शुभ आशीष शरण को।
कुर्सी स्नेहिल एक दूजे के छुए चरण को।।

पति पत्नी अब बने सुन्दर जोड़ी।
एक शिवा तो दूजा गौरा गुणी गोरी।।

हुईं रात्रि विश्राम धाय दोनों धामा।
बेला मिलन की आई सुहागरात रामा।।

एकदम अनाड़ी दूल्हा दुल्हन बुद्धि विवेकी।
ऑनलाइन हुआ प्रेम प्रदर्शन मिलन मुंह सेकी।।

स्वरचित -: प्रकाश विद्यार्थी भोजपुर बिहार

©Prakash Vidyarthi

पल्लव की डायरी हँसी खुशी और खेलकूद से मस्ती में हम सब जीते थे बे परवाह होकर जिम्मेदारी से बचते फेमली में आनन्द से रहते थे दादा दादी ताऊ चाचा सब के चेहते हम अपनी जिज्ञासा का समाधान करते थे जरूरत के समय पापा नही डिमांडे दादा दादी से पूरी करते थे नही डरे हम कही पर भी रौब फेमली के बल पर स्कूल और मोहल्लों में रखते थे मगर आज नैनो परिवार डर के साये में रहते है चिड़चिड़े मन बच्चों के रहते दब्बू पन में जीते है घर से बहार निकले नही माँ बाप चिंताओं में रहते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#Internationalfamilyday #कविता  पल्लव की डायरी
हँसी खुशी और खेलकूद से
मस्ती में हम सब जीते थे
बे परवाह होकर जिम्मेदारी से बचते
फेमली में आनन्द से रहते थे
दादा दादी ताऊ चाचा सब के चेहते हम
अपनी जिज्ञासा का समाधान करते थे
जरूरत के समय पापा नही
डिमांडे दादा दादी से पूरी करते थे
नही डरे हम कही पर भी
रौब फेमली के बल पर 
स्कूल और मोहल्लों में रखते थे
मगर आज नैनो परिवार डर के साये में रहते है
चिड़चिड़े मन बच्चों के रहते
दब्बू पन में जीते है
घर से बहार निकले नही
माँ बाप चिंताओं में रहते है
                                        प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#Internationalfamilyday दादा दादी सबके चेहते हम

19 Love

White भीख की तरह देते हैं वो समय हमको इससे अच्छा तो समय न ही दो, बताते हैं वो "व्यस्त" खुदको, इतनी सस्ती गोली तो यार न ही दो हम क्या हैं वो हमें है मालूम, तुम तो हमें हमारा परिचय न ही दो और हां, रहो मशग़ूल अपने ही शामियानों में तुम हमेशा, अब जो बचा है, उसे दोस्ती का नाम तो न ही दो! @theinsecurebeing ©The Insecure Being

#sad😔पोएट्री  White भीख की तरह देते हैं वो समय हमको
इससे अच्छा तो समय न ही दो,
बताते हैं वो "व्यस्त" खुदको,
इतनी सस्ती गोली तो यार न ही दो
हम क्या हैं वो हमें है मालूम,
तुम तो हमें हमारा परिचय न ही दो
और हां,
रहो मशग़ूल अपने ही शामियानों में तुम हमेशा,
अब जो बचा है, उसे दोस्ती का नाम तो न ही दो!





@theinsecurebeing

©The Insecure Being

व्यस्त #sad😔पोएट्री

13 Love

Grandparents say 24-01-2025 जो भूल चुके थे वो हमारा बचपन याद आया , दादी तेरे जाने के बाद अपना आँगन याद आया ! बहुएं तुम्हारी लड़ रहे हैं तुम्हारे अपने बेटों से ,, तुम्हारी लाश जली नहीं है और उन्हें कंगन याद आया..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya

#मिस #SAD  Grandparents say 24-01-2025

जो भूल चुके थे  वो हमारा  बचपन याद आया ,

दादी तेरे जाने के बाद अपना आँगन याद आया !

बहुएं  तुम्हारी  लड़ रहे  हैं तुम्हारे  अपने बेटों से ,,

तुम्हारी लाश जली नहीं है और उन्हें कंगन याद आया..!!

- अरुन आर्या

©- Arun Aarya

#मिस यु दादी

18 Love

White बस फर्क इतना था तुम्हारी और हमारी चाहत में हम तुम्हे प्यार समझते थे.. तुम हमे यार समझते थे... ©Voice of words

#पोएट्री #विचार #nojotohindi #sad_dp  White बस फर्क इतना था तुम्हारी और हमारी चाहत में 
हम तुम्हे प्यार समझते थे.. 
तुम हमे यार समझते थे...

©Voice of words

#sad_dp #Nojoto #nojotohindi #पोएट्री #poetry #Life

18 Love

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset " सरस्वती वंदना" :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: विद्यादायिनी, ज्ञान विषारद हम दिन बालक तुझको उच्चारत। ऋषि मुनि सभी तुझको उच्चारत। तेरे पुंजू चरण दर पे। हे मां सरस्वती, रख हाथ मेरे सरपे। हे मां शारदे, मेरा जीवन सफ़ल करदे।। शास्त्रों और विज्ञानों में, तू हैं वेद पुराणों में। महाभारत रामायण में भी, बसी हैं सबकी जुबानों में।। रूप तुम्हीं हो गुरुवर के हे मां सरस्वती......२ तू ही जननी श्रृष्टि हैं, ज्ञान बुद्धि प्रकृति हैं। पशु पक्षी सभी जीव चराचर, की तू मईया दृष्टि हैं।। दानव मानव सभी रंक राजा की, तू मईया दृष्टि हैं।। तेरे दर्शन को तरसे। हे मां सरस्वती........२ भाव भरी भवभूति मां, श्रद्धा प्रेम की भूखी मां। सुषमा सुकून मांगे रौशनी, करे बंदगी प्रार्थना।। विद्यार्थी को ज्ञान भर दें। मांगू आशीष प्रकाश वरदे हे मां सरस्वती...… स्वरचित:- प्रकाश विद्यार्थी भोजपुर बिहार ©Prakash Vidyarthi

#पोएट्री #thought_of_the_day #भक्ति #गीत #SunSet  a-person-standing-on-a-beach-at-sunset " सरस्वती वंदना"
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::


विद्यादायिनी,         ज्ञान विषारद 
हम दिन बालक तुझको उच्चारत।
ऋषि मुनि सभी तुझको उच्चारत।
तेरे पुंजू चरण दर पे।
हे मां सरस्वती,     रख हाथ मेरे सरपे।
हे मां शारदे, मेरा जीवन सफ़ल करदे।।

शास्त्रों और विज्ञानों में, तू हैं वेद पुराणों में।
महाभारत रामायण में भी, बसी हैं सबकी जुबानों में।।
रूप तुम्हीं हो गुरुवर के 
हे मां सरस्वती......२

तू ही जननी श्रृष्टि हैं,            ज्ञान बुद्धि प्रकृति हैं।
पशु पक्षी सभी जीव चराचर, की तू मईया दृष्टि हैं।।
दानव मानव सभी रंक राजा की, तू मईया दृष्टि हैं।।
तेरे दर्शन को तरसे।
हे मां सरस्वती........२

भाव भरी भवभूति मां, श्रद्धा प्रेम की भूखी मां।
सुषमा सुकून मांगे रौशनी, करे बंदगी प्रार्थना।।
विद्यार्थी को ज्ञान भर दें।
मांगू आशीष प्रकाश वरदे 
हे मां सरस्वती...…

स्वरचित:- प्रकाश विद्यार्थी भोजपुर बिहार

©Prakash Vidyarthi

Unsplash "मैने शादी करली" :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: बातों ही बातों में मैने आज शादी करली। सात फेरो के रस्मो को पूरा आजादी करली।। प्राकृतिक वातावरण में सज धज। खुला अम्बर सूर्य किरण जग मग।। मानो विवाह मंडप बना हो पर्वत। हरे भरे चौकोर पेड़ पौधें हरसत।। जल जीवन को सह साक्षी मानकर। सूर्य देव पक्षीयो को ईश्वर जानकर।। चले कदम से कदम मिलाकर। आगे पाक्षे पग चले डुलाकर।। ख़ुद से ही वैदिक मंत्रोच्चारण किए। रिवाजों के नियम को पालन किए।। वसन पट सूत का वरमाला बनाएं। मंगलसूत्र समझ कन्या को पहनाए।। हर्षित पुलकित दुल्हन बलखाए। देख विधि मन मंद मंद मुस्काए।। मिट्टी का लाल भाव सिन्दूर सुहाए। लाए माथ सुहागन बन ठन इठलाए।। धाय अन्ततः शुभ आशीष शरण को। कुर्सी स्नेहिल एक दूजे के छुए चरण को।। पति पत्नी अब बने सुन्दर जोड़ी। एक शिवा तो दूजा गौरा गुणी गोरी।। हुईं रात्रि विश्राम धाय दोनों धामा। बेला मिलन की आई सुहागरात रामा।। एकदम अनाड़ी दूल्हा दुल्हन बुद्धि विवेकी। ऑनलाइन हुआ प्रेम प्रदर्शन मिलन मुंह सेकी।। स्वरचित -: प्रकाश विद्यार्थी भोजपुर बिहार ©Prakash Vidyarthi

#पोएट्री #कविता #lovelife  Unsplash "मैने शादी करली"
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::

बातों ही बातों में मैने आज शादी करली।
सात फेरो के रस्मो को पूरा आजादी करली।।

प्राकृतिक वातावरण में सज धज।
खुला अम्बर सूर्य किरण जग मग।।

मानो विवाह मंडप बना हो पर्वत।
हरे भरे चौकोर पेड़ पौधें हरसत।।

जल जीवन को सह साक्षी मानकर।
सूर्य देव पक्षीयो को ईश्वर जानकर।।

चले कदम से कदम मिलाकर।
आगे पाक्षे पग चले डुलाकर।।

ख़ुद से ही वैदिक मंत्रोच्चारण किए।
रिवाजों के नियम को पालन किए।।

वसन पट सूत का वरमाला बनाएं।
मंगलसूत्र समझ कन्या को पहनाए।।

हर्षित पुलकित दुल्हन बलखाए।
देख विधि मन मंद मंद मुस्काए।।

मिट्टी का लाल भाव सिन्दूर सुहाए।
लाए माथ सुहागन बन ठन इठलाए।।

धाय अन्ततः शुभ आशीष शरण को।
कुर्सी स्नेहिल एक दूजे के छुए चरण को।।

पति पत्नी अब बने सुन्दर जोड़ी।
एक शिवा तो दूजा गौरा गुणी गोरी।।

हुईं रात्रि विश्राम धाय दोनों धामा।
बेला मिलन की आई सुहागरात रामा।।

एकदम अनाड़ी दूल्हा दुल्हन बुद्धि विवेकी।
ऑनलाइन हुआ प्रेम प्रदर्शन मिलन मुंह सेकी।।

स्वरचित -: प्रकाश विद्यार्थी भोजपुर बिहार

©Prakash Vidyarthi
Trending Topic