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New जिम्मेदारी का पर्यायवाची Status, Photo, Video

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White क्या सोच रहा है अकेला? हाँ बहुत जिम्मेदारी हैं सर पर, पहाड़ सी ज़िन्दगी अभी तो शुरुवात हैं कितना कुछ करना हैं family के लिए, तो फोकट मे प्यार व्यार के चक्कर मे क्यो पडू, फिजूल खर्चे अभी से क्यो उठाऊ, अभी समय हैं कमाने का, मुझे ही तो सब करना हैं अभी से जिम्मेदार क्यो ना बनु...... ©puja udeshi

#जिम्मेदारी #Motivational #Sad_Status #pujaudeshi  White क्या सोच रहा है अकेला? हाँ बहुत 
जिम्मेदारी हैं सर पर, पहाड़ सी ज़िन्दगी 
अभी तो शुरुवात हैं कितना कुछ करना 
हैं family के लिए, तो फोकट मे प्यार 
व्यार के चक्कर मे क्यो पडू, फिजूल खर्चे 
अभी से क्यो उठाऊ, अभी समय हैं कमाने 
का, मुझे ही तो सब करना हैं अभी से 
जिम्मेदार क्यो ना बनु......

©puja udeshi

आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है अपनी सुख सुविधाओं के लिए.... फिर स्वयं विवश होती है अपने दुःख और दुविधाओं से...!! ©Anjali Jain

#विचार  आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है 
भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है
 अपनी सुख सुविधाओं के लिए....
फिर स्वयं विवश होती है
 अपने दुःख और दुविधाओं से...!!

©Anjali Jain

आज का विचार 08.12.24 आज का विचार

16 Love

कठिन उद्यमों से,मैंने जीवन की माटी ,सींची हैं तकदीरों के मस्तक पर मेहनत की ,रेखा खींची हैं जब जब घाव लगा हैं बढ़ने थोड़ी आंखें भींची हैं अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी ये दुनिया,कांच सरीखी हैं दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं रही धरा पर वास किए सभी कंटकों से जूझी स्वयं विजयश्री की हासिल नहीं कोई इक भी अखियां मेरे घावों पर भीगी हैं कठिन उद्यमों से,मैने जीवन की माटी,सींची हैं ©ashita pandey बेबाक़

#विचार #sad_quotes  कठिन उद्यमों से,मैंने
जीवन की माटी ,सींची हैं 
तकदीरों के मस्तक पर 
मेहनत की ,रेखा खींची हैं
जब जब घाव लगा हैं बढ़ने
थोड़ी आंखें भींची हैं 
अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी
ये दुनिया,कांच सरीखी हैं
दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं 
रही धरा पर वास किए
सभी कंटकों से जूझी
स्वयं विजयश्री की हासिल
नहीं कोई इक भी अखियां
मेरे घावों पर भीगी हैं
कठिन उद्यमों से,मैने
जीवन की माटी,सींची हैं

©ashita pandey  बेबाक़

#sad_quotes आज का विचार आज का विचार शुभ विचार

15 Love

वो कर्ज़ हम चुका ना पाये। हम्हारा फ़र्ज़ हम निभा ना पायें।‌। ©Dev

#शायरी  वो कर्ज़ हम चुका ना पाये। हम्हारा फ़र्ज़ हम निभा ना पायें।‌।

©Dev

दिल का अहसास

14 Love

#मोटिवेशनल

उम्मीदें, जिम्मेदारी, उम्मीदवारी

144 View

White मैने जिम्मेदारी की बोझ उठाया है, ज़नाब! अपने से पहले, मैं दूसरों की परवाह करता हूँ। ©Anukaran

#Quotes  White मैने जिम्मेदारी की बोझ उठाया है, ज़नाब!
अपने से पहले, मैं दूसरों की परवाह करता हूँ।

©Anukaran

मैने जिम्मेदारी की बोझ उठाया है, ज़नाब! इस लिए अपने से पहले मैं दूसरों की परवाह करता हूँ।

10 Love

White क्या सोच रहा है अकेला? हाँ बहुत जिम्मेदारी हैं सर पर, पहाड़ सी ज़िन्दगी अभी तो शुरुवात हैं कितना कुछ करना हैं family के लिए, तो फोकट मे प्यार व्यार के चक्कर मे क्यो पडू, फिजूल खर्चे अभी से क्यो उठाऊ, अभी समय हैं कमाने का, मुझे ही तो सब करना हैं अभी से जिम्मेदार क्यो ना बनु...... ©puja udeshi

#जिम्मेदारी #Motivational #Sad_Status #pujaudeshi  White क्या सोच रहा है अकेला? हाँ बहुत 
जिम्मेदारी हैं सर पर, पहाड़ सी ज़िन्दगी 
अभी तो शुरुवात हैं कितना कुछ करना 
हैं family के लिए, तो फोकट मे प्यार 
व्यार के चक्कर मे क्यो पडू, फिजूल खर्चे 
अभी से क्यो उठाऊ, अभी समय हैं कमाने 
का, मुझे ही तो सब करना हैं अभी से 
जिम्मेदार क्यो ना बनु......

©puja udeshi

आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है अपनी सुख सुविधाओं के लिए.... फिर स्वयं विवश होती है अपने दुःख और दुविधाओं से...!! ©Anjali Jain

#विचार  आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है 
भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है
 अपनी सुख सुविधाओं के लिए....
फिर स्वयं विवश होती है
 अपने दुःख और दुविधाओं से...!!

©Anjali Jain

आज का विचार 08.12.24 आज का विचार

16 Love

कठिन उद्यमों से,मैंने जीवन की माटी ,सींची हैं तकदीरों के मस्तक पर मेहनत की ,रेखा खींची हैं जब जब घाव लगा हैं बढ़ने थोड़ी आंखें भींची हैं अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी ये दुनिया,कांच सरीखी हैं दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं रही धरा पर वास किए सभी कंटकों से जूझी स्वयं विजयश्री की हासिल नहीं कोई इक भी अखियां मेरे घावों पर भीगी हैं कठिन उद्यमों से,मैने जीवन की माटी,सींची हैं ©ashita pandey बेबाक़

#विचार #sad_quotes  कठिन उद्यमों से,मैंने
जीवन की माटी ,सींची हैं 
तकदीरों के मस्तक पर 
मेहनत की ,रेखा खींची हैं
जब जब घाव लगा हैं बढ़ने
थोड़ी आंखें भींची हैं 
अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी
ये दुनिया,कांच सरीखी हैं
दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं 
रही धरा पर वास किए
सभी कंटकों से जूझी
स्वयं विजयश्री की हासिल
नहीं कोई इक भी अखियां
मेरे घावों पर भीगी हैं
कठिन उद्यमों से,मैने
जीवन की माटी,सींची हैं

©ashita pandey  बेबाक़

#sad_quotes आज का विचार आज का विचार शुभ विचार

15 Love

वो कर्ज़ हम चुका ना पाये। हम्हारा फ़र्ज़ हम निभा ना पायें।‌। ©Dev

#शायरी  वो कर्ज़ हम चुका ना पाये। हम्हारा फ़र्ज़ हम निभा ना पायें।‌।

©Dev

दिल का अहसास

14 Love

#मोटिवेशनल

उम्मीदें, जिम्मेदारी, उम्मीदवारी

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White मैने जिम्मेदारी की बोझ उठाया है, ज़नाब! अपने से पहले, मैं दूसरों की परवाह करता हूँ। ©Anukaran

#Quotes  White मैने जिम्मेदारी की बोझ उठाया है, ज़नाब!
अपने से पहले, मैं दूसरों की परवाह करता हूँ।

©Anukaran

मैने जिम्मेदारी की बोझ उठाया है, ज़नाब! इस लिए अपने से पहले मैं दूसरों की परवाह करता हूँ।

10 Love

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