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#Quotes  नियत हीं 
नियति तय करती है

©Akshita Gautam

सिर्फ नीयत साफ रखो हर गलती माफ होगी।

63 View

Unsplash कम हो ज़्यादा मगर हो सितम निगाहों का सिलसिला इश्क में कोई हो पास आने का गुज़ार ले कुछ पल तो प्यार से गिला न कर सफ़र बाकी है हाथ-हाथ से मिलाने का ©Shiv Narayan Saxena

#lovelife  Unsplash कम हो ज़्यादा मगर हो सितम निगाहों का
सिलसिला इश्क में कोई हो पास आने का
गुज़ार ले कुछ पल तो प्यार से गिला न कर
सफ़र  बाकी  है  हाथ-हाथ  से  मिलाने का

©Shiv Narayan Saxena

#lovelife हाथ हाथ से मिलाने का ..... love poetry in hindi

12 Love

#कॉमेडी

फनी शायरी जोक्समोहब्बत का तलबगार रखो।

117 View

महफिल में बैठो फक्त, दोस्त के भेष में रकीब की भी जानकारी रखो। मंजिल की तैयारी अधूरी न हो कभी, हार को जीत में बदलने की कलाकारी रखो। हुनर हो हाथों में न कोई, खालिस कुछ कर गुजरने की खुमारी रखो। बात करना किसीसे छोड़ें नहीं, जो अल्फ़ाज़ असर छोड़ जाए, वो समझदारी रखो। लफ्ज़ निकले तो वो शेर सा चमके, शायरी में अपने दिल की अदाकारी रखो। शायरी हो या हो कोई फिक्र-ओ-जुनून, उसमें अपनी असल अदाकारी रखो। कभी न भूलो अपनी राहों का इरादा, मंजिल जो भी हो नज़र शिकारी रखो। सपनों में रंग हो या हकीकत में कोई वीरानी, अपने हौसलों में जीत की सवारी रखो। जो भी करना है, वो पक्की उम्मीद की खुद्दारी रखो। ©नवनीत ठाकुर

#शायरी  महफिल में बैठो फक्त,
दोस्त के भेष में रकीब की भी जानकारी रखो।
मंजिल की तैयारी अधूरी न हो कभी,
हार को जीत में बदलने की कलाकारी रखो।
हुनर हो हाथों में न कोई,
खालिस कुछ कर गुजरने की खुमारी रखो।
बात करना किसीसे छोड़ें नहीं,
जो अल्फ़ाज़ असर छोड़ जाए, वो समझदारी रखो।
लफ्ज़ निकले तो वो शेर सा चमके,
शायरी में अपने दिल की अदाकारी रखो।
शायरी हो या हो कोई फिक्र-ओ-जुनून,
उसमें अपनी असल अदाकारी रखो।
कभी न भूलो अपनी राहों का इरादा,
मंजिल जो भी हो नज़र शिकारी रखो।
सपनों में रंग हो या हकीकत में कोई वीरानी,
अपने हौसलों में जीत की सवारी रखो।
जो भी करना है, वो पक्की उम्मीद की खुद्दारी रखो।

©नवनीत ठाकुर

जीत की तैयारी रखो

12 Love

जिन्दगी के उतार-चढ़ाव में नीयत कहीं डोल न जाए, बावजूद इसके कीमत अपनी भारी रखो। जमाने भर की नफ़रतों के बावजूद, मोहब्बत यूं ही जारी रखो। तुमसे बढ़कर कोई नहीं है इस जहाँ में, इसलिए खुद को सबसे खास जारी रखो। अच्छाई के रास्ते पर चलते रहो हर दम, हर उलझन के बावजूद नेकियां जारी रखो। रुख हवा का हो या दुनिया बदल जाए, अपने दिल की आवाज़ भारी रखो। सफेद कपड़ों पर दाग लग न जाए, तबियत अपनी साफ रखो। दब जाना नहीं ऊंची आवाज़ के तले, अलग अपनी एक पहचान रखो। आ जाएं किसी के भी काम, राहत हमेशा सरकारी रखो। बुरा वक्त आए न किसी का, हाथ बढ़ाने में सरदारी रखो। दूसरों के दुःख-सुख में भागीदार बनो, अपने दिल में इंसानियत की सवारी रखो। ©नवनीत ठाकुर

#मुहब्बत #शायरी  जिन्दगी के उतार-चढ़ाव में नीयत कहीं डोल न जाए,
बावजूद इसके कीमत अपनी भारी रखो।
जमाने भर की नफ़रतों के बावजूद,
मोहब्बत यूं ही जारी रखो।

तुमसे बढ़कर कोई नहीं है इस जहाँ में,
इसलिए खुद को सबसे खास जारी रखो।

अच्छाई के रास्ते पर चलते रहो हर दम,
हर उलझन के बावजूद नेकियां जारी रखो।

रुख हवा का हो या दुनिया बदल जाए,
अपने दिल की आवाज़ भारी रखो।
सफेद कपड़ों पर दाग लग न जाए,
तबियत अपनी साफ रखो।

दब जाना नहीं ऊंची आवाज़ के तले,
अलग अपनी एक पहचान रखो।

आ जाएं किसी के भी काम,
राहत हमेशा सरकारी रखो।

बुरा वक्त आए न किसी का,
हाथ बढ़ाने में सरदारी रखो।
दूसरों के दुःख-सुख में भागीदार बनो,
अपने दिल में इंसानियत की सवारी रखो।

©नवनीत ठाकुर

#मुहब्बत अपनी जारी रखो

16 Love

#मोटिवेशनल #भरोसा #Motivational #खुद #रखो
#Quotes  नियत हीं 
नियति तय करती है

©Akshita Gautam

सिर्फ नीयत साफ रखो हर गलती माफ होगी।

63 View

Unsplash कम हो ज़्यादा मगर हो सितम निगाहों का सिलसिला इश्क में कोई हो पास आने का गुज़ार ले कुछ पल तो प्यार से गिला न कर सफ़र बाकी है हाथ-हाथ से मिलाने का ©Shiv Narayan Saxena

#lovelife  Unsplash कम हो ज़्यादा मगर हो सितम निगाहों का
सिलसिला इश्क में कोई हो पास आने का
गुज़ार ले कुछ पल तो प्यार से गिला न कर
सफ़र  बाकी  है  हाथ-हाथ  से  मिलाने का

©Shiv Narayan Saxena

#lovelife हाथ हाथ से मिलाने का ..... love poetry in hindi

12 Love

#कॉमेडी

फनी शायरी जोक्समोहब्बत का तलबगार रखो।

117 View

महफिल में बैठो फक्त, दोस्त के भेष में रकीब की भी जानकारी रखो। मंजिल की तैयारी अधूरी न हो कभी, हार को जीत में बदलने की कलाकारी रखो। हुनर हो हाथों में न कोई, खालिस कुछ कर गुजरने की खुमारी रखो। बात करना किसीसे छोड़ें नहीं, जो अल्फ़ाज़ असर छोड़ जाए, वो समझदारी रखो। लफ्ज़ निकले तो वो शेर सा चमके, शायरी में अपने दिल की अदाकारी रखो। शायरी हो या हो कोई फिक्र-ओ-जुनून, उसमें अपनी असल अदाकारी रखो। कभी न भूलो अपनी राहों का इरादा, मंजिल जो भी हो नज़र शिकारी रखो। सपनों में रंग हो या हकीकत में कोई वीरानी, अपने हौसलों में जीत की सवारी रखो। जो भी करना है, वो पक्की उम्मीद की खुद्दारी रखो। ©नवनीत ठाकुर

#शायरी  महफिल में बैठो फक्त,
दोस्त के भेष में रकीब की भी जानकारी रखो।
मंजिल की तैयारी अधूरी न हो कभी,
हार को जीत में बदलने की कलाकारी रखो।
हुनर हो हाथों में न कोई,
खालिस कुछ कर गुजरने की खुमारी रखो।
बात करना किसीसे छोड़ें नहीं,
जो अल्फ़ाज़ असर छोड़ जाए, वो समझदारी रखो।
लफ्ज़ निकले तो वो शेर सा चमके,
शायरी में अपने दिल की अदाकारी रखो।
शायरी हो या हो कोई फिक्र-ओ-जुनून,
उसमें अपनी असल अदाकारी रखो।
कभी न भूलो अपनी राहों का इरादा,
मंजिल जो भी हो नज़र शिकारी रखो।
सपनों में रंग हो या हकीकत में कोई वीरानी,
अपने हौसलों में जीत की सवारी रखो।
जो भी करना है, वो पक्की उम्मीद की खुद्दारी रखो।

©नवनीत ठाकुर

जीत की तैयारी रखो

12 Love

जिन्दगी के उतार-चढ़ाव में नीयत कहीं डोल न जाए, बावजूद इसके कीमत अपनी भारी रखो। जमाने भर की नफ़रतों के बावजूद, मोहब्बत यूं ही जारी रखो। तुमसे बढ़कर कोई नहीं है इस जहाँ में, इसलिए खुद को सबसे खास जारी रखो। अच्छाई के रास्ते पर चलते रहो हर दम, हर उलझन के बावजूद नेकियां जारी रखो। रुख हवा का हो या दुनिया बदल जाए, अपने दिल की आवाज़ भारी रखो। सफेद कपड़ों पर दाग लग न जाए, तबियत अपनी साफ रखो। दब जाना नहीं ऊंची आवाज़ के तले, अलग अपनी एक पहचान रखो। आ जाएं किसी के भी काम, राहत हमेशा सरकारी रखो। बुरा वक्त आए न किसी का, हाथ बढ़ाने में सरदारी रखो। दूसरों के दुःख-सुख में भागीदार बनो, अपने दिल में इंसानियत की सवारी रखो। ©नवनीत ठाकुर

#मुहब्बत #शायरी  जिन्दगी के उतार-चढ़ाव में नीयत कहीं डोल न जाए,
बावजूद इसके कीमत अपनी भारी रखो।
जमाने भर की नफ़रतों के बावजूद,
मोहब्बत यूं ही जारी रखो।

तुमसे बढ़कर कोई नहीं है इस जहाँ में,
इसलिए खुद को सबसे खास जारी रखो।

अच्छाई के रास्ते पर चलते रहो हर दम,
हर उलझन के बावजूद नेकियां जारी रखो।

रुख हवा का हो या दुनिया बदल जाए,
अपने दिल की आवाज़ भारी रखो।
सफेद कपड़ों पर दाग लग न जाए,
तबियत अपनी साफ रखो।

दब जाना नहीं ऊंची आवाज़ के तले,
अलग अपनी एक पहचान रखो।

आ जाएं किसी के भी काम,
राहत हमेशा सरकारी रखो।

बुरा वक्त आए न किसी का,
हाथ बढ़ाने में सरदारी रखो।
दूसरों के दुःख-सुख में भागीदार बनो,
अपने दिल में इंसानियत की सवारी रखो।

©नवनीत ठाकुर

#मुहब्बत अपनी जारी रखो

16 Love

#मोटिवेशनल #भरोसा #Motivational #खुद #रखो
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