Indresh Dwivedi

Indresh Dwivedi

मेरा परिचय मेरे शब्दों में यूं तो अक्सर ही मैं बस प्रेम गुनगुनाता हूं कभी कभी सामाजिक मुद्दे भी उठता हूं आवाज को अपनी मैं अपना हथियार बनाता हूं और गुस्से को अपने मैं अपनी कविता में गाता हूं!!

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White लाखों की भीड़ में भी तन्हा सा रहता था मैं रात के अंधेरे से बहुत डरता था मैं! फिर हुआ यूं कि मेरी उससे मुलाकात हुई आंखों ही आंखों में पहली बात हुई! फिर बातों का सिलसिला कुछ आगे बढ़ा कुछ इस तरह से हमारे प्यार का कारवां आगे बढ़ा! राते सुहानी हो गई है मेरी, मुझे अंधेरे से अब डर नहीं लगता मैं अकेला भी रहूं तो अकेलापन नहीं लगता! प्यारा लगने लगा है वो चांद जिससे कभी दुश्मनी सी थी अरे तुझसे पहले कहां मेरी किसी और से बनी थी! अब सितम ये है कि तुझ बिन जी ना पाऊंगा नहीं देखूंगा तुझे तो शायद मर जाऊंगा! क्यूंकि बदरंग मेरे जीवन में केवल मायूसी थी फिर हुआ यूं कि तुम मिली और जिंदगी सतरंगी हो गई! कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज) ©Indresh Dwivedi

#शायरी #love_shayari  White लाखों की भीड़ में भी तन्हा सा रहता था मैं
रात के अंधेरे से बहुत डरता था मैं!

फिर हुआ यूं कि मेरी उससे मुलाकात हुई
आंखों ही आंखों में पहली बात हुई!

फिर बातों का सिलसिला कुछ आगे बढ़ा 
कुछ इस तरह से हमारे प्यार का कारवां आगे बढ़ा!

राते सुहानी हो गई है मेरी, मुझे अंधेरे से अब डर नहीं लगता
मैं अकेला भी रहूं तो अकेलापन नहीं लगता!

प्यारा लगने लगा है वो चांद जिससे कभी दुश्मनी सी थी
अरे तुझसे पहले कहां मेरी किसी और से बनी थी!

अब सितम ये है कि तुझ बिन जी ना पाऊंगा
नहीं देखूंगा तुझे तो शायद मर जाऊंगा!

क्यूंकि बदरंग मेरे जीवन में केवल मायूसी थी
फिर हुआ यूं कि तुम मिली और जिंदगी सतरंगी हो गई!


कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज)

©Indresh Dwivedi

#love_shayari

12 Love

इतना तन्हा था मैं कि मेरा कोई ना यार था ना कोई मेरा था ना किसी को मुझसे प्यार था फिर यूं हुआ कि तुमसे मुलाकात हुई वो सर्द थी रात और दिन शनिवार था! पहले तो हो रही थी झिझक कि कैसे नजरे मिलाऊं मैं तुमसे क्या कहूं कि बात को आगे बढ़ाऊं मैं! पर तुम्हारी हंसी ने सब आसान कर दिया मुझ पागल के दिल में विश्वाश भर दिया। तुम्हारा यूं मेरी बाइक पे मुझे लिपट जाना मेरी जेब में हाथ डालना और गुदगुदाना भुला नहीं पा रहा हूं तुम्हारी बदमाशियों को मैं वो गर्म आहे और तेरा मुझमें समा जाना!! और उस मुलाकात के नाम बस इतना कहूंगा मैं अब हर गजल बस तुम पर लिखूंगा मैं क्योंकि मुद्दतों बाद आज फिर से हसीं रात हुई है मेरी इश्क से आज फिर से मुलाकात हुई है बह रहा हूं आज फिर से प्यार के दरिया में मैं चंद लम्हों में ही सदियों सी बात हुई है!! वो हंसी तुम्हारी मैं कभी भुला ना पाऊंगा तुम्हारी हर मुस्कान पे मैं अपना दिल बिछाऊंगा और शर्त बस इतनी ही है कि मेरा साथ निभाना तुम फिर देखना तुम्हारे इश्क में मैं सारी हदें भुलाऊंगा!! कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज) ©Indresh Dwivedi

#कविता #tereliye  इतना तन्हा था मैं कि मेरा कोई ना यार था 
ना कोई मेरा था ना किसी को मुझसे प्यार था
फिर यूं हुआ कि तुमसे मुलाकात हुई
वो सर्द थी रात और दिन शनिवार था!

पहले तो हो रही थी झिझक कि कैसे नजरे मिलाऊं मैं
तुमसे क्या कहूं कि बात को आगे बढ़ाऊं मैं!

पर तुम्हारी हंसी ने सब आसान कर दिया 
मुझ पागल के दिल में विश्वाश भर दिया।

तुम्हारा यूं मेरी बाइक पे मुझे लिपट जाना
मेरी जेब में हाथ डालना और गुदगुदाना
भुला नहीं पा रहा हूं तुम्हारी बदमाशियों को मैं
वो गर्म आहे और तेरा मुझमें समा जाना!!

और उस मुलाकात के नाम बस इतना कहूंगा मैं
अब हर गजल बस तुम पर लिखूंगा मैं

क्योंकि मुद्दतों बाद आज फिर से हसीं रात हुई है 
मेरी इश्क से आज फिर से मुलाकात हुई है
बह रहा हूं आज फिर से प्यार के दरिया में मैं
चंद लम्हों में ही सदियों सी बात हुई है!!

वो हंसी तुम्हारी मैं कभी भुला ना पाऊंगा
तुम्हारी हर मुस्कान पे मैं अपना दिल बिछाऊंगा 
और शर्त बस इतनी ही है कि मेरा साथ निभाना तुम
फिर देखना तुम्हारे इश्क में मैं सारी हदें भुलाऊंगा!!

कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज)

©Indresh Dwivedi

#tereliye

11 Love

White मुद्दतों बाद आज फिर से हसीं रात हुई है इश्क से आज फिर से मुलाकात हुई है बह रहा हूं आज फिर से प्यार के दरिया में मैं चंद लम्हों में ही सदियों सी बात हुई है!! कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज) ©Indresh Dwivedi

#शायरी #love_shayari  White मुद्दतों बाद आज फिर से हसीं रात हुई है 
इश्क से आज फिर से मुलाकात हुई है
बह रहा हूं आज फिर से प्यार के दरिया में मैं
चंद लम्हों में ही सदियों सी बात हुई है!!


कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज)

©Indresh Dwivedi

सोचो जिंदगी में अगर ये काश ना होता हर बात के लिए कोई बहाना पास ना होता मिल जाते सबको उनके सवालों के जवाब हर ख्वाहिश हो जाती पूरी और कोई भी उदास ना होता मिल जाती दीवानों को मोहब्बत उनकी, इश्क में कोई आशिक बर्बाद ना होता खुशियां होती जमाने में सारे, किसी की आंखों में आंसुओं का सैलाब ना होता !! लेकिन एक बार फिर सोचो अगर ये काश ना होता कोई शिकवा, शिकायत या ग़म हमारे पास ना होता ख्वाहिशें अधूरी ना होती दिल में कोई दर्द ना होता आंखों में सपने ना होते, तो क्या खाक मजा आता ऐसे जीने में सोचो अगर जिंदगी में ये काश ना होता मुझे तो लगता है फिर कोई रिश्ता भी कभी इतना खास ना होता!! अरे ये काश ही है जिससे सबको कोई न कोई आस है ये काश ही है जिससे रिश्तों में बचा थोड़ा सा विश्वाश है ये काश ही है कि आज भी कुछ रिश्ते हमारे खास है ये काश ही है जो हमें लड़ना सिखाता है ये काश ही है जो गिर कर संभलना सिखाता है ये काश ही है जिसने सबको जोड़े रखा है अरे ये काश ही है मेरे दोस्त जिसने हर हाल में जीना सिखाया है!! कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज) ©Indresh Dwivedi

#सोचो_अगर_ये_काश_ना_होता #कविता  सोचो जिंदगी में अगर ये काश ना होता हर बात के लिए कोई बहाना पास ना होता
मिल जाते सबको उनके सवालों के जवाब
हर ख्वाहिश हो जाती पूरी और कोई भी उदास ना होता
मिल जाती दीवानों को मोहब्बत उनकी, इश्क में कोई आशिक बर्बाद ना होता
खुशियां होती जमाने में सारे, किसी की आंखों में आंसुओं का सैलाब ना होता !!

लेकिन एक बार फिर सोचो अगर ये काश ना होता 
कोई शिकवा, शिकायत या ग़म हमारे पास ना होता
ख्वाहिशें अधूरी ना होती दिल में कोई दर्द ना होता
आंखों में सपने ना होते, तो क्या खाक मजा आता ऐसे जीने में
सोचो अगर जिंदगी में ये काश ना होता 
मुझे तो लगता है फिर कोई रिश्ता भी कभी इतना खास ना होता!!

अरे ये काश ही है जिससे सबको कोई न कोई आस है
ये काश ही है जिससे रिश्तों में बचा थोड़ा सा विश्वाश है
ये काश ही है कि आज भी कुछ रिश्ते हमारे खास है
ये काश ही है जो हमें लड़ना सिखाता है
ये काश ही है जो गिर कर संभलना सिखाता है
ये काश ही है जिसने सबको जोड़े रखा है
अरे ये काश ही है मेरे दोस्त जिसने हर हाल में जीना सिखाया है!!

 कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज)

©Indresh Dwivedi

White काश कि कभी ऐसा हो पाता मैं खुलकर उसके सामने रो पाता दर्द अपना मैं उसको सुना पाता सीने में लगी तस्वीर उसकी उसे दिखा पाता हाल दिल का अपने उसे बता पाता, उसको गले से लगा पाता, प्यार में उसके मैं खो जाता, ग़म सारे अपने भुला पाता, कुछ ग़ज़लें भी उसको सुना पाता, काश कि कभी ऐसा भी हो पाता! देखकर वो मुझे मुस्कुरा देती, दर्द की मेरे मुझको दवा देती, अपनी बाहों में मुझको समा लेती, सर को प्यार से मेरे सहला देती, दिल अपना भी खोल कर दिखा देती, जख्म पे मेरे मरहम लगा देती, एक कप चाय वो मुझको पिला देती, काश के ये भी कभी हो पाता, उसको सामने मैं खुलकर रो पाता! कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज) ©Indresh Dwivedi

#एक_ख्वाब #कविता  White काश कि कभी ऐसा हो पाता 
मैं खुलकर उसके सामने रो पाता
दर्द अपना मैं उसको सुना पाता 
सीने में लगी तस्वीर उसकी उसे दिखा पाता 
हाल दिल का अपने उसे बता पाता, उसको गले से लगा पाता, प्यार में उसके मैं खो जाता, ग़म सारे अपने भुला पाता, कुछ ग़ज़लें भी उसको सुना पाता, काश कि कभी ऐसा भी हो पाता!

देखकर वो मुझे मुस्कुरा देती, दर्द की मेरे मुझको दवा देती, अपनी बाहों में मुझको समा लेती, सर को प्यार से मेरे सहला देती, दिल अपना भी खोल कर दिखा देती, जख्म पे मेरे मरहम लगा देती, एक कप चाय वो मुझको पिला देती, काश के ये भी कभी हो पाता, उसको सामने मैं खुलकर रो पाता!



कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज)

©Indresh Dwivedi

White बड़ा ही फर्क है तेरे और मेरे मिजाज में तुझे भीड़ पसंद है और मुझे तन्हाई, तुझे दिखावा और मुझे सच्चाई, तुझे सिर्फ बोलना और मुझे सुनना, तो, तू खुश रह अपने इस झूठे जहान में और मैं तो हूं एक आवारा बादल जो हमेशा उड़ता रहेगा आसमान में!! तुझे पसंद हो बेशक भीड़ और लोगो में मशगूल हो जाना पर मुझे ये सब बेमानी सी लगती है और चार दिन पहले तो लगा था कि तू अपनी है मेरी आज ना जाने क्यों तू बेगानी सी लगती है तेरी बातें, तेरी हसीं तेरे नखरे सब अब फरेबी से लगने लगे है तू साथ होकर भी अब अनजानी सी लगती है!! कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज) ©Indresh Dwivedi

#कविता #love_shayari  White बड़ा ही फर्क है तेरे और मेरे मिजाज में
तुझे भीड़ पसंद है और मुझे तन्हाई, तुझे दिखावा और मुझे सच्चाई, तुझे सिर्फ बोलना और मुझे सुनना, तो, तू खुश रह अपने इस झूठे जहान में
और मैं तो हूं एक आवारा बादल जो हमेशा उड़ता रहेगा आसमान में!!

तुझे पसंद हो बेशक भीड़ और लोगो में मशगूल हो जाना पर मुझे ये सब बेमानी सी लगती है
और चार दिन पहले तो लगा था कि तू अपनी है मेरी आज ना जाने क्यों तू बेगानी सी लगती है
तेरी बातें, तेरी हसीं तेरे नखरे सब अब फरेबी से लगने लगे है
तू साथ होकर भी अब अनजानी सी लगती है!!



कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज)

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#love_shayari

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