तेरी ज़िन्दगी की,
मैं एक कहानी बन जाऊं।
उस कहानी में,
तूं राजा, मैं रानी बन जाऊं।
घर तेरा तालाब हों,
तूं मछली, मैं पानी बन जाऊं।
तेरी ज़िन्दगी की,
मैं एक कहानी बन जाऊं।
तुम्हें पसन्द है अगर कुछ नया, कुछ पुराना,
तो मैं कुछ नई, कुछ पुरानी बन जाऊं।
तूं राम जैसा बन जाना,
मैं सीता जैसी सयानी बन जाऊं।
तेरी ज़िन्दगी की
मैं एक कहानी बन जाऊं।
©Priyanka Poetry
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