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insta I'd :- vibharishi_05 Author of Book :- Biharinomics https://amzn.eu/d/23i5ahW
White वो इंसान किधर गया जो सबके दर्द को लिख लेता था आज खुद के दर्द को लिख नहीं पाए क्यों वो आज इतना बिखर गया वो इंसान किधर गया वो इंसान किधर गया जो सब सह लेता था मौन हो कर जब एक तिनका था मात्र पीठ पर फिर भी क्यों वो इतना पसर गया वो इंसान किधर गया वो इंसान किधर गया जिसके दिल में था करुणा और प्यार वो फिर प्यार से ही क्यों इतना बिफर गया वो इंसान किधर गया वो इंसान किधर गया जिसे बिछड़ने से डर लगता था आज सब छोड़ क्यों निष्ठुर सा बन गया वो इंसान किधर गया अब जो है कोई अलग ही है इस शरीर में पुराना वाला तो लगता है कबका मर गया ©"Vibharshi" Ranjesh Singh
"Vibharshi" Ranjesh Singh
11 Love
White पल पल मैं जलता रहूं । सांझ सा मैं ढलता रहूं।। बाहें खुली है आलिंगन को । ठहर जाऊं या चलता रहूं ।। ©"Vibharshi" Ranjesh Singh
17 Love
White मैं रोता नहीं क्योंकि मैं एक मर्द जो ठहरा सब दिल में रख लेता हूं, चाहे घाव हो गहरा मर्द रोते नहीं, अंदर ही अन्दर खप जाते हैं मर्द के आंसुओं पर है इस जमाने का पहरा ©"Vibharshi" Ranjesh Singh
14 Love
White सितारों की महफिल हो । और तारों की बारात हो ।। ठंडी - ठंडी सी पवन बहे । और जो तुम साथ हो ।। वक्त गुजरता चला जाए । कुछ ऐसी रोचक बात हो ।। सोचता हूं अक्सर मैं की , ऐसी कोई हसीं रात हो , तो क्या बात हो-२ ।। ©"Vibharshi" Ranjesh Singh
13 Love
Those who have bosses outside the country, call the love for the country a sickness. Nationalism isn't just the phrase used for politics, for us , it is part of our culture. जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी ©"Vibharshi" Ranjesh Singh
15 Love
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