sad_quotes
  • Latest
  • Popular
  • Video

White I want be the protagonist of a fiction, which holds too many thoughts, without any action. To win everyone's affection, without altering my viewpoint in any situation. ©Bhagyashree Jena

#sad_quotes #Quotes  White I want be the protagonist of a fiction,
which holds too many thoughts,
without any action.

To win everyone's affection,
without altering my viewpoint in any situation.

©Bhagyashree Jena

#sad_quotes

14 Love

#वीडियो  White सागर से गहरा है इश्क 
समंदर से ज्यादा होता है इश्क।

©Tripurari Pandey

🙏🙏✍️✍️🙏

99 View

White अहंकार और संस्कार में फर्क है, अहंकार दूसरों को झुकाकर खुश होता है, संस्कार स्वयं झुक कर खुश होता है। ©RD_x

#आज_का_विचार #विचार #Dil__ki__Aawaz #sad_quotes  White अहंकार और संस्कार में फर्क है,
अहंकार दूसरों को झुकाकर खुश होता है,
संस्कार स्वयं झुक कर खुश होता है।

©RD_x

White kuchh wajah se hum unse kuchh kah nahi pate ab , jinse hum duniya jahan ki baate kiya karte the, ab unhi se chup hai hum. jinse na baat ho to kuchh achha nahi lagta tha. aaj unhi se hum kuchh bol nahi pa rahe. ©Babita Dubey

#sad_quotes #लव  White kuchh wajah se hum unse kuchh kah nahi pate ab ,
jinse hum duniya jahan ki baate kiya karte the,
 ab unhi se chup hai hum.
jinse na baat ho to kuchh achha nahi lagta tha.
aaj unhi se hum kuchh bol nahi pa rahe.

©Babita Dubey

#sad_quotes

12 Love

White रुकावत के लिए खेद तो ठीक है पर रुकावत को हटा कैसे जाए ©neelu

#sad_quotes #wishes  White रुकावत के लिए खेद तो ठीक है 
पर रुकावत को हटा कैसे जाए

©neelu

#sad_quotes

19 Love

White जय परमेश्वर अब-ऐ-अंग्रेजलोगो मैंतुमको हाथजोङके,अर्ज करताहूं-सोसच२मांनो-क्युंकिमेरे नजदीकतो तुमसातों.आठोंवलायतोंके;राजा;बादशाह ऐकहो और,मा.बापके-मुवाफीकहो-इसीतरहसे हिंन्दुस्तांनके राजा-बादशाहवगैराभी.मा.बापके मुवाफीकहो परंन्तु जोकि,मै,आपलोगोंकी?खीदमतमें-अर्जकरताहूं किकदीमी जाल,हिंन्दुस्तांनके?महाजनांनकाहै,परंन्तु यह सोदागरलोग जाहरातमें,नहीआतेहें,और राक्षसीपाप;करतेरहतेहें ..... ( १८० ) अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी- कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.) ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५ M. No. :- 8905653801 www.jagathitkarnioriginal.org ©जगत हितकारनी 274

#विचार #sad_quotes  White जय परमेश्वर 
अब-ऐ-अंग्रेजलोगो मैंतुमको हाथजोङके,अर्ज करताहूं-सोसच२मांनो-क्युंकिमेरे नजदीकतो तुमसातों.आठोंवलायतोंके;राजा;बादशाह ऐकहो और,मा.बापके-मुवाफीकहो-इसीतरहसे हिंन्दुस्तांनके राजा-बादशाहवगैराभी.मा.बापके मुवाफीकहो परंन्तु जोकि,मै,आपलोगोंकी?खीदमतमें-अर्जकरताहूं किकदीमी जाल,हिंन्दुस्तांनके?महाजनांनकाहै,परंन्तु यह सोदागरलोग जाहरातमें,नहीआतेहें,और राक्षसीपाप;करतेरहतेहें ..... ( १८० )

अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी- 
कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो 
छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७  (राज.)
ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५
M. No. :- 8905653801
www.jagathitkarnioriginal.org

©जगत हितकारनी 274

#sad_quotes

17 Love

Trending Topic