When someone asks, how's life going... ?
Me -
जवाब नहीं , बस यही प्यास है...
आज को बेहतर कल की तलाश है
और मुस्कुराते हैं ये चेहरे की पड़ रही झुर्रियां...
कुछ बाल सफेद है, और
क्या बताए तुम्हे, क्या क्लेश है।
मूक हैं मेरा दर्पण ,
जो कभी ख़ुद से गुफ्तगू किया करता था
तल्ख़ की जार में डूबा मै,
अर्थ की खोजें में खाली जेब है, और
कैसे बताएं तुम्हे, क्या क्लेश है।
©Shashikant Yadav
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