हां तेरी बहुत याद आती है...
वो तेरा घण्टों कॉल पर आना,
मीठी मीठी बातें बनाना
तुझे पुच्चू बुलाके चिढाना
, फिर तेरा थोड़ा सा रूठ जाना
वो तेरे साथ सड़क पर घूमना
अपने होठों से होठों को चूमना
और फिर खुशी में घर तक झूमना
वो तेरा स्टेशन पर आना
तेरे लिए भरी बस में धक्के खाना
फिर तुझे घण्टे भर देख लेना
और तेरे साथ में झुमके देना
वो तेरा मेरे लिए खाना बनाना
घर के डर से रोड तक दे जाना
वो तेरे साथ बाजार जाना
साथ साथ गोल गप्पे खाना
3° की ठंड में तेरा फोन आना
उसी समय मेरा घर से पार्क में जाना
और फिरबारिश में भींगना
और फिर पापा की डांट खाना
हां तेरी बहुत याद आती है
©Naresh Panchal
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