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मुझ से दूर जाकर जो खुश रहने वाला था... उसने मुस्कुराना भी छोड़ दिया ©Punnu

#विचार  मुझ से दूर जाकर 
जो खुश रहने वाला था...

उसने मुस्कुराना भी छोड़ दिया

©Punnu

#Life

16 Love

यूँ ही नहीं कोई वे वक्त चला जाता है उनके पीछे होती है साजिशें‌- रिशवत , अपनों और बिचौलियों की । कैसे कह दूँ पुरूषवादी‌ समाज है , जहाँ पुरूष भी सहम गए हैं जब से कहानी सूने है अतुल की। क्या फायदा बडे संविधान की जब न्याय की गुहार में 35 साल का मासूम बोले - बहा देना अस्थियों को नाली में । आखिर क्यों नहीं है झूठ की सजा जिनके हाथ कानून, ‌ पैसा है वो खुद झूठे हैं क्या???? ©Annu Sinha

#sad😊 #SAD  यूँ ही नहीं कोई वे वक्त चला जाता है 
उनके पीछे होती है साजिशें‌- 
रिशवत  , अपनों  और बिचौलियों की  । 

कैसे कह दूँ पुरूषवादी‌ समाज है  , 
जहाँ पुरूष भी सहम गए हैं  
जब से कहानी  सूने है अतुल की। 

क्या फायदा बडे संविधान की 
जब न्याय की गुहार में 35 साल का मासूम बोले - 
बहा देना अस्थियों को नाली में  । 

आखिर क्यों नहीं है झूठ की सजा 
जिनके हाथ कानून, ‌ पैसा है  
वो खुद झूठे हैं क्या????

©Annu Sinha

#SAD😞

14 Love

इक नज़र देखा तो आँख भर रो लिये सुनोगे हाल-ए-दिल हमारा तो क्या होगा ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)

#शायरी  इक नज़र देखा तो आँख भर रो लिये 
सुनोगे हाल-ए-दिल हमारा तो क्या होगा

©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)

#Life

19 Love

अब आये हो तो बोलकर चले जाना गुबार दिल का खोलकर चले जाना तुम्हारी नफरतों से भारी न निकले मेरी वफ़ा को तौल कर चले जाना तुम्हारे मुताबिक न जी पाऊँगा मैं तुम चाहो तो छोड़कर चले जाना तुम्हारे लिये खिलौना है मेरा दिल ऊब जाओ तो तोड़कर चले जाना मेरे प्यार की बंदिशें निभा न पाओ तो आजाद हो,मुँह मोड़कर चले जाना ©अज्ञात

#शायरी  अब आये हो तो बोलकर चले जाना 
गुबार दिल का खोलकर चले जाना 

तुम्हारी नफरतों से भारी न निकले 
मेरी वफ़ा को तौल कर चले जाना 

तुम्हारे मुताबिक न जी पाऊँगा मैं 
तुम चाहो तो छोड़कर चले जाना 

तुम्हारे लिये खिलौना है मेरा दिल 
ऊब जाओ तो तोड़कर चले जाना 

मेरे प्यार की बंदिशें निभा न पाओ तो 
आजाद हो,मुँह मोड़कर चले जाना

©अज्ञात

#Life

21 Love

किस मिजाज़ से ताल्लुकात रखता है आदमी की शक्ल पर कहाँ लिखा होता है ©अज्ञात

#शायरी  किस मिजाज़ से ताल्लुकात रखता है 
आदमी की शक्ल पर कहाँ लिखा होता है

©अज्ञात

#Life

23 Love

वक्त कितना अजीब आया है फिर वो मेरे करीब आया है देखकर मेरी बदनसीबी को ज़र बिना प्यार की गरीबी को बन के मेरा नसीब आया है कल हमें दिल का दर्द दे के गया अपनी उल्फ़त का मर्ज दे के गया आज बनकर तबीब आया है बेअदद अश्क़ बन दुआ जैसे माँग लाये हों ख़ुद ख़ुदा जैसे या ख़ुदा का हबीब आया है वक्त कितना अजीब आया है फिर वो मेरे करीब आया है ©अज्ञात

#शायरी  वक्त कितना अजीब आया है 
फिर वो मेरे करीब आया है 

देखकर मेरी बदनसीबी को 
ज़र बिना प्यार की गरीबी को 
बन के मेरा नसीब आया है 

कल हमें दिल का दर्द दे के गया 
अपनी उल्फ़त का मर्ज दे के गया 
आज बनकर तबीब आया है 

बेअदद अश्क़ बन दुआ जैसे 
माँग लाये हों ख़ुद ख़ुदा जैसे 
या ख़ुदा का हबीब आया है 

वक्त कितना अजीब आया है 
फिर वो मेरे करीब आया है

©अज्ञात

#Life

19 Love

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