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आत्मदिपो भवः
M Diwakar
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White तुम बिन, अधूरे से हैं हम कभी तो आगोश में आओ ना | वफा की राह में, बेपनाह मोहब्बत करते रहे कभी तो टकराओ ना | दिल की धड़कनों को सुनो कभी तो हमें भी आजमाओ ना | प्यार में जहां भी छोड़ दूं कभी ऐसी भी शर्त लगाओ ना | ©M Diwakar
9 Love
बेख़बर से बदस्तूर होता जाएगा, जब रुक जाएगा तो मुसाफ़िर होता जाएगा, हर कदम पर उम्मीद है तेरी यादों की, वरना ज़िन्दगी बस एक बेसर होता जाएगा। ©M Diwakar
16 Love
White 26 जनवरी 1950 का, वह मंजर याद आने लगता है, हवा में जब तिरंगा प्यारा, लहराने लगता है, आंखें नम हो जाती हैं, तब, जब याद शहादत की आती है, मिसाइलों से दे कर सलामी, हम उनको याद करते हैं, दे दी थी शहादत अपनी, हम उनकी शहादत को, एक बार नहीं, बार-बार सलाम करते हैं। ©M Diwakar
15 Love
White शाम ने करवटे ली और रात हो गयी शायद अब मेरी फरीयाद सो गयी अज़ाबों ने इस कदर कहर बरपाया आज कि यादों से वो उम्दा ख्याल खो गयी इन बेसुध आँखों से बरसात हो गयी कि शाम ने करवटे ली और रात हो गयी। ©M Diwakar
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