White सीख लिया सबक ये,
अच्छे वक़्त में सब अपने,
बुरे वक़्त में नदारद जमाना है..
हमें तो हर हाल में मुस्कुराना है..
देखे हैं हमने नाकामियों के मंजर,
अपनी मुश्किलों से पार पाना है..
हमें तो हर हाल में मुस्कुराना है...
लौटे हैं खाली हाथ जिस जगह से,
मुट्ठियों में वहाँ की सुनहरी धुप लाना हैं..
हमें तो हर हाल में मुस्कुराना है...
अपनों के तंज,ग़ैरों के खंज से,
जीत के मरहम से जख्मों को सहलाना है..
हमें तो हर हाल में मुस्कुराना है...
कोशिशों की उम्मीद पर,
काबिलियत को भुनाना है,
दिल में जुनून अब कुछ कर दिखाना है..
हमें तो हर हाल में मुस्कुराना है....
©Chanchal's poetry
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