White **ग़ज़ल:**
नज़र से दूर हैं फिर भी, दिल के पास होते हैं,
ख़्यालों में अक्सर वो, यूं ही एहसास होते हैं।
मिलना तो नहीं हुआ, पर बातों में रंग बिखरते हैं,
बिन देखे ही कभी-कभी, रिश्ते यूं संवरते हैं।
जाने कौन से पल में, दिल उनसे जा मिला,
बिन कहे, बिन सुने ही, अरमानों से बंधा।
वक़्त ले चलेगा उनको, शायद सामने कहीं,
फिर देखना न हो ज़रूरी, जब दिल कहे यहीं।
©Aashutosh raj Raj
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here