White **ग़ज़ल**
ज़िन्दगी का सफर अजीब है,
हर कदम पर एक इम्तिहान है।
खुशियों की तलाश में चलते रहे,
ग़म का ही यहाँ मकान है।
दिल की बातें कह न सके,
दर्द को कभी सह न सके।
चुपचाप सहते रहे हम,
आंसुओं को भी बहा न सके।
मोहब्बत का सिलसिला अजीब है,
कभी पास, कभी दूर है।
हमसफ़र के साथ चल रहे,
फिर भी अकेलेपन का शोर है।
©Aashutosh raj Raj
#sad_shayari 'दर्द भरी शायरी'