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White अकसर हम उन चीजों के लिए लड़ रहे होते हैं जिनका होना या न होना हमारे बस में नहीं होता अफ़सोस कि ऐसी लड़ाइयां कभी खत्म नहीं होती 🤔 ©Bebaak Shayar Bhupal
Bebaak Shayar Bhupal
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बचपन में इंतजार था घर से निकले तो घर सजा पाएंगे अब घर को इंतजार है घर आयेंगे तो सजाएंगे ❣️ हैप्पी दिवाली उन परदेशियों को जो घर से दूर हैं ©Bebaak Shayar Bhupal
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शहर छोड़ गांव की तरफ लौट जाते हैं बच्चे थककर मांओं की तरफ लौट जाते हैं वो लकड़हारे जो सजर काटते काटते थक जाते हैं वो भी थककर किसी सजर की छांव की तरफ लौट जाते हैं ©Bebaak Shayar Bhupal
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