Ek villain

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Zindagi ke saath bhi Zindagi Ke Baad bhi☠☠☠☠☠☠☠☠☠☠🎎🎎🎎🎎🎎🎎🎎🎎🎎 https://www.instagram.com/i_am_sonurawat/ follow kar lo sab https://nojoto.com/profile/7b66abe8aad18a87d4e236b203e4c14f/ek-villain

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 आज व्यक्ति प्रगति के नाम पर सब कुछ छोड़ अपनों से अपनी सभ्यता संस्कृति से दूर होता जा रहा है एक समय ऐसा आता है जब आज समिति समय संसाधन जुटाकर बनाया अपना संसार उसे अधूरा सा लगने लगता है उसे समस्त बटोरी संपदा अपनों से साझा किए बगैर अर्थहीन ऐसी लगती लगती है इसके बाद वह अपने पीछे छूट गई धरती की ओर बढ़ता है परंतु एक बार अपनी जड़ों से कट जाने पर दोबारा जमने पर अपनों को लाचार पाता है अपनी प्रसन्नता बनाए रखने के लिए व्यक्ति को अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहिए

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अपनों से जुड़े रहना चाहिए

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 लेकिन यह आशा की जाती है कि इस बार हमारा चंद्रयान सभी चुनौतियों का सामना करते हुए गणपत तक पहुंचेगा और भारत का मान बढ़ाने के साथ विश्व को चमत्कार करेगा इस आशा का कारण यह है कि इसरो के वैज्ञानिकों ने chandrayaan-2 अभियान की आशंका सफलता से हार नहीं मानी और उसे सीख लेते हुए एक नए अभियान में ऐसे परिवर्तन किया जिस से वंचित परिणाम प्राप्त होने की आशा बढ़ गई इस आशा का एक कारण इसरो की ओर से अब तक हासिल की गई वह सफलता भी है जो मिसाल बन चुकी है

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दुनिया को हमने कर दिखाया

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#rain  जनक की मंशा पर गौर करने से यह प्रतीत होता है कि उनको किसी शांतिदूत की जरूरत थी वरना शिव का धनुष इतना वजनी तो नहीं था कि सरकार की योजनाओं से उठाना पाते क्योंकि कथाओं में यह प्रसंग भी आता है कि उस दिन उसको सीता जी खेल-खेल में उठा लेती थी जब सीता जी नारी होकर धनुष उठा सकती है तो योद्धा गण उसे क्यों नहीं उठा पाए इसलिए यही स्पष्ट होता है कि धनुष तो हल्का था लेकिन उस को भंग करने की तकनीक कठिन थी उस तकनीक का ज्ञान ना होने के कारण ही धनुष को कोई राजा नहीं बन कर सके ऐसी स्थिति में यह निष्कर्ष निकलता है कि मिताली नरेश को बाहुबली नहीं बल्कि शांत भाव की किसी विशिष्ट व्यक्तित्व की जरूरत

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#rain जीवन मैं शांति का होना बहुत जरूरी है

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#RajniMeme  भगवान नमन स्मरण करने से परम पद भी प्राप्त किया जा सकता है इसमें संदेह नहीं है यह मोक्ष का द्वार है और इस लोकी के युग में तत्पश्चात चारे की तरह सुगम मार्ग का दर्शन भी है प्रभु का निरंतर समर्पण करना कोई कठिन विषय नहीं है इस लोक में अन्य विषयों के साथ ही भगवान के समरण करते रहने में कोई व्यवधान नहीं है पृथ्वी पर जन्म के बाद परम उद्देश्य को धारण करना मनुष्य का प्रथम कर्तव्य अपने कर्तव्य से विमुख होकर मानव मात्र अंधकार में भटकता है और लाखों योनियों में जन्म लेकर कष्टों को भोक्ता है

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#RajniMeme अपने कर्तव्य से विमुख होकर मानव अंधकार की ओर जाता है

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#dhundh  निस्वार्थ भाव से किया गया प्रत्येक कर्म जीवन के सुखद का शव यात्रा का प्रतीक है निर्मल मन और श्रेष्ठ कर्म के बिना कर्तव्य बोध कभी जागृत नहीं होता विकारों का जन्म मन की अशांति तथा नकारात्मकता सोच और गुणात्मक विचारों का कारण होता है बिना कर्म योग और कर्तव्य योग के उदाहरण दिया जागरूकता संभव है हृदय में कर्तव्य कभी संसार में वट वृक्ष की भांति शांति समृद्धि प्रदान करता है जो व्यक्ति कर्तव्य की भावना और श्रेष्ठ कर्म हो द्वारा स्वयं को दूसरों के प्रति समर्पित करता है वह से शुरू होने के साथ ही अपेक्षा सफलता भी अर्जित करता है

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#dhundh निस्वार्थ भाव से किया गया प्रत्येक कर्म हमेशा अच्छा होता है

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#navratri  अगले दशक में भारत को उसको कहां खड़ा देखना चाहता है इस बात पर निर्भर करेगा कि हम बच्चों को भविष्य के लिए कितना तैयार आत्मविश्वास से ओतप्रोत और गर्व की भावना से भरपूर नागरिक बनाते हैं निश्चित तौर पर यह हमारी शिक्षा प्रणाली प्रभाव की तरह इसके लिए समय-समय पर प्रतिष्ठा क्रम की समीक्षा की आवश्यकता होगी भविष्य को देखते हुए पाठ्यक्रम में कुछ चीजों को जोड़ना और कुछ अनावश्यक चीजों को हटाना भी जरूरी है

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#navratri शिक्षा में बढ़ाए निवेश

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